पोषक तत्वों से भरपूर होता है तिल, पर काले और सफेद तिल में बेहतर कौन?

पोषक तत्वों से भरपूर होता है तिल, पर काले और सफेद तिल में बेहतर कौन?

देशभर में 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति के दिन तिल का विशेष महत्व होता है।

आज तिल के बने लड्डू, तिलकुट, तिल की चिक्की और भी कई चीज़े बनाई जाती है। तिल दो तरह के होते हैं- काला और सफेद।

दोनों ही तिल के अपने-अपने लाभ हैं। आज आपको दोनों तिल के पोषण मूल्यों के बारे में आपको बताएंगे।

सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोगों के घरों में तिल के व्यंजन बनते हैं। तिल हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा हैं कि तिल दो तरह के क्‍यों होते हैं?

काले और सफेद तिल में से आपके लिए ज्‍यादा सेहतमंद कौन से तिल हैं ? आइए आज इन्हीं सवाल का जवाब ढूंढ़ते हैं।

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पोषक तत्वों से भरपूर होता है तिल, पर काले और सफेद तिल में बेहतर कौन?

तिल पोषक भरपूर

तिल में पोषक तत्वों का भंडार होता है। इसमें मौजूद कॉपर आर्थराइटिस की समस्या को दूर करता है। जबकि मैग्नीशियम हृदय और रेस्पिरेटरी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

वहीं कैल्शियम माइग्रेन, पीएमएस, ऑस्टियोपोरोसिस तथा कोलोन कैंसर जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है।

ऐसे तो सफेद या काले तिल में दोनों ही तरह के तिल में लगभग समान पोषक तत्व मौजूद होते हैं। दोनों ही आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

लेकिन आयुर्वेद के अनुसार काले तिल का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद माना गया है। सफेद तिल के अपेक्षा काला तिल में ज्यादा आयरन का स्रोत है। इसमें फाइबर भी ज्यादा होता है।

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वजन कम करने में मददगार

जिनका वजन ज्यादा है उनके लिए तिल बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इससे उन्हें ऊर्जा, फाइबर और वसा मिलती है।

हड्डियों के लिए फायदेमंद

तिल में प्रोटीन, कैल्शियम, डाइटरी और एमिनो एसिड होता है। जो हड्डियों के विकास को बढ़ने में मदद करता है। यह न सिर्फ आपकी हड्डियों को मजबूत करेगा बल्कि मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद है।

एंटीऑक्सीडेंट्स से समृद्ध

एंटीऑक्सीडेंट्स वह पदार्थ हैं जो आपके शरीर में विभिन्न प्रकार के सेल की क्षति को रोकने या धीमा करने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में भी मदद करता है।

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पोषक तत्वों से भरपूर होता है तिल, पर काले और सफेद तिल में बेहतर कौन?

तनाव से मुक्ति

मानसिक दुर्बलता को तिल कम करता है। इसके सेवन से तनाव, डिप्रेशन से मुक्ति मिलती है। प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में तिल का सेवन करने से मानसिक समस्या दूर हो जाती है।

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित

काले तिल में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होते हैं जो उच्च रक्तचाप को रोकने में मदद करते हैं। पॉलीअनसेचुरेटेड वसा और तिल के तेल में मौजूद यौगिक सेसमिन को रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए कियाजाता है।

पाचन शक्ति को मजबूती

तिल में फाइबर प्रचुर मात्रा में तो होती ही है साथ ही अनसैचुरेटिड फैटी एसिड भी पाया जाता है। जोकि पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह आंतों को चिकनाई प्रदान करता है। आंत्रिक ट्रैक्ट में कीड़ों को साफ करने और पाचन प्रक्रिया में सुधार करने में भी मदद करते हैं।


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