वैज्ञानिकों के मुताबिक, सेहत के लिए सबसे अच्छे जूते कौन होते हैं?

वैज्ञानिकों के मुताबिक, सेहत के लिए सबसे अच्छे जूते कौन होते हैं?

मान लीजिए आज पथरीले और उबर-खाबड़ रास्ते से जा रहे हों, या समूद्र के किनारों से गुजर रहे हों; और आप खाली पैर हों, चप्पल पहने या गैर-आरामदायक जूते पहने हुए हों, फिर आपको कैसा लगेगा! जाहिर-सी बात है चंद कदमों का सफर मिलों की दूरी लगेगी। जब आप थके मांदें होंगे फिर आरामदायक और सेहतमंद जूतों की याद आएगी। टाइम मैगेजिन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हार्वर्ड विश्वविद्यालय में ह्यूमन इवोल्यूशन बायोलॉजी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डैनियल लिबरमैन का मानना है कि आपके पैर थक जाते हैं क्योंकि हर बार जब आप रेत पर दबाव बनाते हैं, तो रेत आपसे दूर चली जाती है। इसलिए आपके पैर की मांसपेशियों को कठोर सतहों की तुलना में अधिक प्रेशर लागानी पड़ती है।

लिबरमैन का मानना है कि चिकनी रेत या कठोर सीमेंट पर चलने के बीच का अंतर नंगे पैर या जूते में चलने के बीच के अंतर जैसा है। वो कहते हैं, “जब आप जूते पहनकर चलते हैं, तो आपके पैर ज़मीन पर एक सख्त दबाव डालते हैं, जिससे पैरों की मांसपेशियों को नंगे पैर चलने की तुलना में कम प्रेशर लगाना पड़ता है।” हालाँकि, कम दबाव लगाना अच्छी बात लग सकती है, लेकिन वास्तव में यह आपके पैरों को चोट लगने का अधिक जोखिम बढ़ाता है।

पैर की बनावट और जूते

मान लीजिए आज पथरीले और उबर-खाबड़ रास्ते से जा रहे हों, या समूद्र के किनारों से गुजर रहे हों। और आप खाली पैर हों, चप्पल पहने या गैर-आरामदायक जुते पहलने हुए हों, फिर आपको कैसा लगेगा। जाहिर-सी बात है चंद कदमों का सफर मिलों की दूरी लगेगी।

लिबरमैन और उनके जैसे दूसरे रिसर्च करने वालों ने पता लगाया है कि जो लोग मुख्य रूप से ‘औसत’ दर्जे के जूते पहनकर चलते या दौड़ते हैं – ऐसे जूते जो बहुत पतले और लचीले होते हैं। यानी आर्च सपोर्ट और एक रुकावट वाले टो बॉक्स को हटाकर आपके नंगे पैरों की नकल करते हैं। दरअसल, पारंपरिक जूते पहनने वालों की तुलना में ऐसे लोगों के पैर अधिक मजबूत और सख्त होते हैं। (वाइब्रम फाइव फिंगर और न्यू बैलेंस मिनिमस जूते के दो उदाहरण हैं, लेकिन कुछ लचीले बैले फ्लैट जो आपके पैर की उंगलियों को कुचलते नहीं हैं, वे भी पैर की हुंडी में फिट बैठते हैं।)

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अब सवाल उठता है कि मजबूत और सख्त पैर सेहत के लिए अच्छा क्यों माना जाता है? लिबरमैन के मुताबिक, “चिंता की बात यह है कि कमजोर पैर में फ्लैट पैर जैसी समस्याएं होने का खतरा होता है।” सपाट पैरों में, पैर के आर्च को बनाने वाली हड्डियाँ वास्तव में झुकती नहीं हैं, जो जमीन पर सपाट पड़ती हैं। रिसर्च के मुताबिक, फ्लैट पैरों को घुटने के दर्द, कार्टिलेज बोन्स और पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने का कारण माना जाता है। लिबरमैन कहते हैं, “दुनियाभर की सभ्यताओं में, जो लोग आदतन नंगे पैर रहते हैं या कम-से-कम जूते पहनते हैं, उनमें आदतन जूते पहनने वाले लोगों की तुलना में फ्लैट पैरों की दर बहुत कम होती है।”

इन सभी सबूतों को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि सबसे अच्छे जूते वही हैं जिनके साथ आप पैदा हुए हैं। यानी आपके पैर। या फिर अधिक-से-अधिक लचीले जूते। पर पारंपरिक जूते भी आपके पैरों के लिए अच्छे हो सकते हैं। लिबरमैन की माने तो हम यानी इंसानों ने शायद किसी खास वजह जूते पहनना शुरू किया। चूंकि वे आरामदायक होते हैं और वे हमारे पैरों को रक्षा करते हैं, इसलिए वे हमारे लिए फायदेमंद होते हैं।

उनका कहना है कि किसी व्यक्ति के लिए हेल्दी जूते का चुनाव उसकी उम्र, हेल्थ कंडिशन, चलने और दौड़ने की आदतों जैसी बातों को ध्यान में रखकर करना चाहिए। उदाहरण के लिए, पारंपरिक जूतों में दौड़ने के आदी कुछ लोग जो जल्दी ही नॉर्मल जूते पहन लेते हैं, उन्हें चोट लगने का खतरा हो सकता है, और ऐसा ही उन लोगों को भी होगा जो चलते समय अपने पैरों को नीचे पटकते हैं। इसके अलावा, न्यूरोपैथी वाले लोग जिनके पैर संवेदनशील होते हैं- आप उन्हें नॉर्मल जूता पहनाते हैं, तो वह व्यक्ति संभवतः खुद को चोट पहुंचाएगा।

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हेल्दी जूते कैसे खरीदें

ऑस्ट्रेलिया में ला ट्रोब विश्वविद्यालय में पोडियाट्रिस्ट और बायोमैकेनिक्स के प्रोफेसर हिल्टन मेन्ज़ कहते हैं, “लोगों के जूते के साथ दो मुख्य समस्याएं खराब फिट और एड़ी का ऊंचा होना हैं।” अधिक उम्र के लोगों पर किए गए उसके कुछ रिसर्च से पता चलता है कि बहुत छोटे या बहुत टाइट जूतों से पैरों को हानि हो सकती है। ऐसे जूतों से चलने में कमजोरी और गिरने का खतरा बढ़ जाता है। उनका कहना है कि उम्रदराज और यंग दोनों के लिए सबसे हेल्दी जूते अच्छी तरह से फिट होने वाले जूते होते हैं। इसमें चौड़ी एड़ी, पतला और लचीला सोल होनी चाहिए। साथ में किसी प्रकार का फीता, पट्टा या वेल्क्रो होना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जूता पैर से मजबूती से जुड़ा रहे।

मान लीजिए आज पथरीले और उबर-खाबड़ रास्ते से जा रहे हों, या समूद्र के किनारों से गुजर रहे हों। और आप खाली पैर हों, चप्पल पहने या गैर-आरामदायक जुते पहलने हुए हों, फिर आपको कैसा लगेगा। जाहिर-सी बात है चंद कदमों का सफर मिलों की दूरी लगेगी।

सैंडल और फ्लैट शूज अक्सर इसमें फिट बैठते हैं। हालांकि, कई लोगों के लिए ये फिट नहीं होते। अगर आप ऑर्थोटिक्स समस्याओं को लेकर सोच रहे हैं, तो इसको लेकर अलग-अलग रिसर्च हुए हैं। अगर आप पैर या जोड़ों की समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आप हेल्दी जूते के लिए अपने डॉक्टर से बहतर सलाह ले सकते हैं। जैसा कि आपको मालूम है कि ऊँची एड़ी समस्याओं को जन्म देता है। नीदरलैंड में यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर ग्रोनिंगन के ह्यूमन मूवमेंट के शोधकर्ता मिकी विडेमेइजर, जिन्होंने चलने की चाल और ऊंची एड़ी पर शोध प्रकाशित किया है, कहते हैं, “ऊंची एड़ी पहनने के निश्चित रूप से कई नकारात्मक परिणाम हैं, खासकर लंबी अवधि के दौरान।” वह कहती हैं, ऊँची एड़ी के जूते से अगले पैरों में दर्द होने के साथ-साथ लॉर्डोसिस भी हो सकता है, जो पीठ के निचले हिस्से का अंदर की ओर मुड़ना है जिससे दर्द हो सकता है।

ऊँची एड़ी के जूते से जुड़े जोखिम विशेष रूप से बूढ़े लोगों और भारी वयस्कों में अधिक होते हैं। लेकिन भले ही आप युवा और दुबले-पतले हों, विडेमीजर आपके जूतों के विकल्पों को मिश्रित करने की सलाह देते हैं। यदि आप ऊँची एड़ी के जूते पहनने पर जोर देते हैं, तो नियमित रूप से ऊँची एड़ी वाले जूतों के अलावा छोटी एड़ी के जूते भी पहनना चाहिए। अगर बदल-बदल कर पहनेंगे तो आपकी मांसपेशियों पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा, और चलने-फिरने के दौरान एक प्रकार की गति बनी रहेगी। ऐसे में जोड़ों पर अलग-अलग भार पड़ेगा और पैरों से बैलेंश बना रहेगा।

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मान लीजिए आप हील्स नहीं पहनते हैं, तो नियमित रूप से अपने जूते की शैली बदलते रहना चतुराई भरा कदम हो सकता है। लिबरमैन कहते हैं कि एक ही चीज़ अगर आप बार-बार करते हैं तो वह बोझिल लगने लगता है। रोजाना पूरे दिन एक ही तरह के जूते पहना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। क्योंकि आप अपनी मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों की चाहत को पूरा नहीं कर पाएंगे। संक्षेप में कहें तो इस बात के सबूत हैं कि नंगे पैर या नॉर्मल जूते पहनने में बिताया गया समय आपके पैरों को मजबूत बनाने और आपको दर्द और चोट से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा, बार-बार अपने जूते की शैली बदलना और उचित फिटनेस वाले जूते लाभदायक होते हैं। साथ ही कम एड़ी और पतले और लचीले तलवे वाले जूते इंसानी सेहत के लिए अच्छा होता है।

नोट: यह एक सामान्य जानकारी है। यह लेख किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर है।


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