मान लीजिए आज पथरीले और उबर-खाबड़ रास्ते से जा रहे हों, या समूद्र के किनारों से गुजर रहे हों; और आप खाली पैर हों, चप्पल पहने या गैर-आरामदायक जूते पहने हुए हों, फिर आपको कैसा लगेगा! जाहिर-सी बात है चंद कदमों का सफर मिलों की दूरी लगेगी।
मान लीजिए आज पथरीले और उबर-खाबड़ रास्ते से जा रहे हों, या समूद्र के किनारों से गुजर रहे हों; और आप खाली पैर हों, चप्पल पहने या गैर-आरामदायक जूते पहने हुए हों, फिर आपको कैसा लगेगा! जाहिर-सी बात है चंद कदमों का सफर मिलों की दूरी लगेगी।