ऑनलाइन शॉपिंग का सबसे सही और स्मार्ट तरीका क्या है? पढ़ें टॉप 10 टिप्स

ऑनलाइन शॉपिंग का सबसे सही और स्मार्ट तरीका क्या है? पढ़ें टॉप 10 टिप्स

अगर आपको अचानक पता चले कि फ्रिज में दूध या ब्रेड नहीं है तो आप क्या करेंगे? या, क्या होगा अगर आपको सिर्फ बर्गर खाने का मन हो लेकिन आप बाहर निलकना नहीं चाहते हों? ऐसे आपके पास उपलब्ध सबसे अच्छा विकल्प होगा ‘ऑनलाइन’ ऑर्डर करना है। और इसके लिए, आपको बस अपना स्मार्टफोन उठाना है, ऑर्डर करने के लिए संबंधित ऑनलाइन डिलीवरी ऐप में लॉग इन करना है, और फिर अगले कुछ मिनटों में आपका मनचाहा सामान आपके हाथों में होगा। क्या यह प्रोसेस इतना सरल और आसान है! कोई ड्रेस, गैजेट, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, फर्नीचर, किताबें, जूते, सहायक उपकरण, जेवेलरी जैसी चीजे ऑनलाइन खरीदना उतना ही आसान है?

जवाब है नहीं। सीधे शब्दों में कहे तो जितनी बड़ी रकम की खरीदारी उतना बड़ा जोखिम। माना लेते हैं कि डिजिटल एजुकेशन और अवेयरनेस बढ़ा हैं लेकिन हर दिन फ्राड के नए-नए तरीके भी एजाद हो रहे हैं। ऐसे बहुत जरूरी हो जाता है कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय किन विकल्पों को चुनना चाहिए और खरीदारी का सही और आसान तरीका क्या है। आज हम इन कुछ बातों पर चर्चा करेंगे ताकि डिजिटल वर्ल्ड में आप और स्मार्ट हो सकें। आज हम सीखेंगे कि स्मार्ट तरीके से खरीदारी कैसे की जाती है और ऑनलाइन शॉपिंग करने के दौरान कैसे अधिक बेनेफिट उठाया जा सकते हैं। अब ऑनलाइन शॉपिंग की बारीकियों को समझने और खरीदारी करते समय बचत करने का समय आ गया है। ऑनलाइन शॉपिंग सुविधाजनक और बेहद आसान है लेकिन सुरक्षित और मज़ेदार अनुभव के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।

बजट आउटलेट

आप जिस भी चीज़ पर खर्च करने की योजना बना रहे हैं, पहले एक अपना एक बजट निर्धारित करें। यह न केवल आपको अपने खर्चों को अच्छी तरह से मैनेज करने में मदद करेगा, बल्कि अधिक प्रोडक्ट्स की खरीदारी करने में भी मदद करेगा। इससे पहले कि आप प्रोडक्ट को सर्च करना शुरू करें, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप कितना खर्च कर सकते हैं या खर्च करने के लिए तैयार हैं। आपको क्या चाहिए इसकी अनुमानित कीमत के साथ एक सूची बनाएं और वहीं से शुरुआत करें।

ये भी पढ़ें: सबसे अच्छी चाय पत्ती कौन-सी होती है? ऐसे करें बेस्ट चाय की पहचान

प्रोडक्ट रिसर्च

कुछ भी खरीदने से पहले यह समझना और सीखना ज़रूरी है कि आप क्या खरीद रहे हैं। आप प्रोडक्ट के बारे में कितना जानते हैं। अगर नहीं तो सबसे पहले उसके बारे में सही जानकारी जुटाएं। दूसरे विकल्पों पर भी विचार करें। ऑनलाइन की दुनिया में आपको हर तरह की क्वालिटी का सामान मिल जाता है। लेकिन सही और बेहतर क्वालिटी की जांच कर पाना काफी मुश्किल होता है।

दरअसल, एक ही सामान को बेचने वाले कई सेलर्स होते हैं। ऐसे में किसकी क्वालिटी बेहतर है, आप इसका पता नहीं लगा पाते। आपको सिर्फ प्रोडक्ट की तस्वीर देखने को मिलती है या फिर आप उसकी डिटेल पढ़ सकती हैं। लेकिन वास्तव में उसकी क्वालिटी कैसी है। इसका पता तभी चल पाता है, जब वह डिलीवर होकर आपके हाथों में आ जाता है। तब तक देर हो चुकी होती है। नहीं पसंद आने पर वापस करने का झंझट बढ़ जाता है।

ऑफर अवेयरनेस

ऑनलाइन शॉपिंग का सही और स्मार्ट तरीका क्या है? जानें टॉप 10 टिप्स

अधिकांश वेबसाइट्स समय-समय पर छूट का ऑफर देती रहती हैं। जारिए है आप ऑनलाइन खरीदारी के शौकीन हैं तो उस पर नजर रखते होंगे। कुछ एप्स हैं जो छुट्टियों के मौसम में छूट ऑफर देती है, या सीजनल ऑफर पेश करती है। कई तो वार्षिक शॉपिंग फेस्टिवल आयोजित करते हैं जहां वे महंगी और रोजमर्रा की चीजों पर शानदार छूट देते हैं। सच कहा जाए तो उन छूटों से सावधान रहना चाहिए जो बहुत आकर्षक लगती हैं या ऐसे ब्रांड जो कहीं से भी सामने आ जाते हैं।

ये भी पढ़ें: वैज्ञानिकों के मुताबिक, सेहत के लिए सबसे अच्छे जूते कौन होते हैं?

अगर प्रोडक्ट असामान्य रूप से सस्ता मालूम होता है तो ध्यान से जांच लें कि क्या प्रोडक्ट पूरी तरह से सही है। नकली या एक्सपायर तो नहीं है। कई बार आप गिफ्ट या कूपन और डिस्काउंट के लालच में शॉपिंग कर लेते हैं पर ऐसा करने से पहले आप उस प्रोडक्ट के दाम को दूसरी वेबसाइट पर जरुर देखें। क्योंकि हो सकता है कि इन ऑफर्स के बहाने वेबसाइट पर आपका ध्यान खींचती है लेकिन उसकी कीमत पहले से ही ज्यादा कर देती हैं।

फेक रिव्यू

आप अपने ऑनलाइन शॉपिंग कार्ट में कुछ भी जोड़ने से पहले आपको उसका रिव्यू जरूर पढ़ना चाहिए। यह संभव है कि कुछ रिव्यूज फेक तरीके से किया गया हो। अगर आप सभी रिव्यूज पॉजेटिव देखते हैं तो सावधान हो जाएं। अगर निगेटिव रिव्यूज भी दिखाई दे तो आपको पता चल जाएगा कि आप जो खरीद रहे हैं वह कितना सही है। खरीदारी करने से पहले अधिकतर लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिव्यूज पढ़ते हैं। लेकिन वह भी कई बार पैसे लेकर किया गया होता है। देखा जाए इंटरनेट 5-स्टार रेटिंग वाले प्रोडक्टों से भरा पड़ा है। भ्रामक जानकारी से सावधान रहें और केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही खरीदारी करें।

प्राइस कंपेयरिंग

खरदारी करने से पहले प्रोडक्ट्स का तुलनात्मक अध्ययन करना चाहिए। इससे सही निर्णय लेना आसान हो जाता है। खासकर अगर आप बड़ी खरीदारी कर रहे हों। यह सभी कारकों पर वजहों पर विचार करने और एक सही निर्णय लेने में मदद करता है। यह लागत को भी कम करने में मदद करता है। आप इसके लिए प्राइस कंपेयरिंग रोबोट का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इसके बारे में काफी कम लोग ही जानते हैं। हालांकि, कुछ वेबसाइट्स प्रोडक्ट्स कंपेयरिंग का ऑपशन देती हैं। चाहें तो आप एक छोटा-सा रोबोट टूल डाउनलोड कर सकते हैं जो स्मार्ट तरीके से दूसरी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर मिलने वाले सेम-टू-सेम सामान के प्राइस को कम्पेयर करके बता देगा।

ये भी पढ़ें: बालों के लिए कौन-सा तेल सबसे अच्छा है? देखें 5 सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक तेलों की सूची

डिस्काउंट अवेयरनेस

आप कई बार गिफ्ट या कूपन और डिस्काउंट के लालच में आकर शॉपिंग कर लेते हैं। हालांकि, कई वेबसाइट्स इन ऑफर्स के बहाने आपका ध्यान खींचना चाहती हैं। एक शब्द में कहें तो ईमानदार रहिए, लालची मत बनिए। कोई भी सामान खरीदने से पहले ऑफर और कूपन कोड जरूर चेक करें। कई बार आपको ऐसे कूपन थमा दिए जाते हैं जिसकी आपको जरूरत नहीं होती। मान लीजिए आप एख बच्चे का खिलौना खरीदते हैं और आपको एक कूपन मिलता है। लेकिन जब आप उसका इस्तेमाल करने जाते हैं तो पता चलता है कि वह विदेश यात्रा टिकट पर मिलने वाला ऑफर है, तो क्या आप उसे इस्तेमाल करने के लिए विदेश टूर पर जाएंगें। जाहिर है, नहीं, क्योंकि उसकी आपको जरूरत नहीं। ऐसे में इस तरह से गिफ्ट और कूपन पर ध्यान रखिए। क्योंकि दूनिया में कुछ भी मुफ्त नहीं होता।

सोशल अवेयरनेस

अगर आप नियमित तौर पर किसी ब्रांड से खरीदारी करते हैं या कोई नया ब्रांड आज़माना चाहते हैं, तो उन्हें सोशल मीडिया पर फॉलो करें। ब्रांड अक्सर अपने सार्वजनिक चैनलों पर विशेष छूट और बिक्री करते हैं, आपको कुछ आश्चर्यजनक सौदे मिल सकते हैं। आप उनकी सूचनाओं या ईमेल पर भी नजर रख सकते हैं! ब्रांड्स के पास सोशल मीडिया कम्पेटिशन और ऑफर भी चल रहे होते हैं, आप वहां भी जा सकते हैं और अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। एक बात और याद रखें। मान लीजिए कोई साइट बढ़िया ऑफर दे रहा है पर आप श्योर नहीं हैं कि सामान असली है या नकली; ऐसे में आपको उस ब्रांड के पैरेंट साइट पर जाना चाहिए और वहीं से खरीदारी करनी चाहिए, किसी साइट्स से नहीं।

ये भी पढ़ें: पीने का सबसे अच्छा पानी कौन-सा है? जानिए RO वाटर पीना चाहिए या नहीं

रिफंड पॉलिसी

बहुत सारी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर मिलने वाले प्रोडक्ट में एक्सचेंज ऑफर का ऑपशन भी होता है। जिस वजह से ग्राहक एक बार नहीं चाहते हुए भी आसानी से उसे सामान खरीद लेते हैं। पुराने सामान के बदले में डिस्काउंट देख नए प्रोडक्ट को कम कीमत पर खरीद लेते हैं। ऐसे में खरीदारी करते समय नियमों और शर्तों को समझना-जानना जरूरी हो जाता है। खासकर यदि यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में आप अनिश्चित हैं। खरीदारी से पहले रिफंड और रिटर्न नीतियां जांच लें। आख़िरकार, आप किसी ऐसी चीज़ में फँसे रहना नहीं चाहेंगे जो आप नहीं चाहते। कई बहुत चालाकी से पॉलिसी लिखी जाती है, और आप जब रिटर्न करने जाते हैं तो वह उश सामान पर लागू नहीं होता। ऐसी बातों से सावधान रहें। कई प्लेटफॉर्म रिवॉर्ड प्वाइंट्स भी देते हैं उसको लेकर भी सचेत रहें।

ऑनलाइन भुगतान

खरीदारी की जल्दबाजी में अनजान वेबसाइट पर शॉपिंग से बचना चाहिए। जरा-सी भी ग़लती से हैकिंग का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में खरीदारी करने से पहले वेबसाइट के बारे में जांच लें। पेमेंट प्रोसेस का भी ख्याल रखना बेहद अहम है। शॉपिंग के दौरान सिक्योर्ड पेमेंट मोड ही चुने, जिससे किसी भी धोखाधड़ी से बच सकें। किसी भी साइट को ट्रैक करना आज के जमाने में बहुत आसान है क्योंकि आपके सभी लेन-देन का रिकॉर्ड ऑनलाइन होता है। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि भुगतान, शिपिंग, या खरीदारी प्रोसेस के किसी दूसरे स्टेप के दौरान कोई गोपनीय/संवेदनशील डेटा साझा तो नहीं किया जा रहा है! किसी भी संबंधित जोखिम को कम करने के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफार्मों से खरीदारी करें। प्लेटफॉर्म को लेकर श्योर नहीं तो वहां से खरीदारी न करें।

ये भी पढ़ें: सबसे अच्छा बॉडी लोशन कौन-सा है? देखें टॉप 15 की लिस्ट

विशलिस्टिंग प्रोसेस

विशलिस्ट भी ऑनलाइन शॉपिंग का एक ज़रूरी हिस्सा है। ये फीचर आपको ज़्यादातर शॉपिंग ऐप्स और वेबसाइट्स पर मिलता। कई बार आपकी नजर उन जीचों पर जाती है जो आपको अच्छी लगती हैं मगर आप तुरंत नहीं खरीद सकते। इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं, जैसे आपका बजट टाइट हो या फिर आपको तुरंत उस चीज़ की ज़रूरत न हो। या फिर वो चीज़ आउट ऑफ स्टॉक हो गई हो। विशलिस्ट में डालने से आपको दोबारा उस प्रोडक्ट को ढूंढना नहीं पड़ेगा और जब आपके पास इसे खरीदने के पैसे हों आप तुरंत खरीद सकते हैं।

इसके लिए सबसे जरूर चीज है आपके मॉबाइन में नोटिफिकेशन ऑन रहना। ये फीचर भी ज़्यादातर ऐप्स में होता है। इस फीचर को ऑन रखने से आपको समय-समय पर स्पेशल डील्स, ऑफर्स और सेल की जानकारी मिलती रहती है। कई वेबसाइट्स में ये फीचर ऑन करने पर आपको विशलिस्ट के प्रोडक्ट्स की कीमतों में गिरावट की जानकारी भी मिलती है। कई वेबसाइट्स और ऐप्स ई-मेल और मैसेज के ज़रिए भी ये जानकारी आप तक पहुंचा देती हैं।

ऑनलाइन क्या खरीदने से बचना चाहिए?

  • महँगी शिपिंग लागत वाली भारी वस्तुएँ या बड़े उपकरण।
  • ऊँची कीमत वाली वस्तुएँ जैसे लक्ज़री बैग या महँगे जेवेलरी।
  • पर्ची वाली दवाओं के उपयोग से।
  • ताजी उपज वाली वस्तुएँ जैसे- फल और सब्जियाँ वगैरह।
  • जिन चीजों का पहले इस्तेमाल नहीं किया हो, जैसे- धूप का चश्मा, गद्दा, फर्नीचर, इत्र, जेवेलरी वगैरह।
  • पालतू जानवर।
  • रियल एस्टेट।

ये भी पढ़ें: नहाने का सबसे अच्छा साबुन कौन है? जानिए किसमें होती है क्या खासियत

ऑनलाइन खरीदारी करने से पहले एक और अहम बात ध्यान देना चाहिए, जो ऊपर दी गई सूचनाओं से अधिक जरूरी। हमेशा सुरक्षित और अच्छी तरह से स्थापित वेबसाइट से प्रोडक्ट की खरीदारी करें। हालाँकि, अगर आप किसी वेबसाइट का पहली बार उपयोग कर रहे हैं, तो हमेशा ‘कैश ऑन डिलीवरी’ का विकल्प चुनें। लेकिन अगर वेबसाइट संदिग्ध लगती है, तो हमेशा URL की जांच करें जो ‘http’ के बजाय ‘https’ से शुरू होना चाहिए। यहां ‘S’ का मतलब सुरक्षित वेबसाइट है और अगर कोई ‘s’ नहीं है, तो इसका मतलब है कि वेबसाइट बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुकट्विटरटेलीग्रामइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.