नई दिल्ली: कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों के आवाह्न पर आज मंगलवार को सुबह से शाम 3 बजे तक भारत बंद रहा। बंद को देशभर में जोरदार समर्थन मिला। देश के अलग-अलग हिस्सों से अलग-अलग तस्वीरें सामने आईं। कहीं रेल रोका गया तो कहीं रास्तों को रोक कर कृषि कानून का विरोध किया गया।
देशभर में दुकानें, बाजार और यहां तक कि आम गली मुहल्लों की सड़कें भी सुनसान रहीं। सुबह से सड़कों पर किसान डटे रहे और अपने वादे के मुताबिक, 3 बजे के बाद सड़कों से हटने लगे। भारत बंद का लगभग सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिला।
ये भी पढ़ें: ‘भारत बंद’ के समर्थन में देश में कहीं रेल रोकी गईं तो कहीं दुकानें बंद
केंद्र ने कल बुधवार को किसानों को अलगे दौर की वार्ता के लिए बुलाया था लेकिन भारत बंद के जोरदार असर को देखते हुए आज की सरकार के तरफ से किसानों को निमंत्रण भेजा गया वो आए और समाधान पर बातचीत हो।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने मीडिया को बताया कि गृह मंत्री अमित शाह के साथ शाम को 7 बजे किसान नेताओं की बैठक होगी। शाम को बंद के बाद किसान सिंधु बॉर्डर लौटेंगे और फिर उसके बाद गृह मंत्री से मिलने जाएंगे।
ये भी पढ़ें: किसानों ने नोएडा से दिल्ली के लिए किया कूच, कालिंदी कुंज में रोकने की तैयारी
वहीं अब कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ आज सड़क पर उतरे राजनीतिक दल अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात का मन बना रहे हैं। माना जा रहा है कि विपक्षी दल के नेता बुधवार को राष्ट्रपति के मिलकर तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग कर सकते हैं।
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा है कि राष्ट्रपति से मिलने से पहले सभी दल एक साथ मीटिंग करेंगे। तीनों कानूनों को लेकर इस मीटिंग में विपक्षी नेताओं का मत सुना जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस मुलाकात का हिस्सा ले सकते हैं।
ये भी पढ़ें: तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोगों पर हत्या की धारा लगाना कानून का दुरुपयोग: कोर्ट
दूसरी तरफ केंद्र सरकार में एनडीए का हिस्सा रही शिरोमणि अकाली दल ने भी मोदी सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर चुकी है। खबर मिल रही है कि अकाली दल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत कई बड़े नेताओं से इस संबंध में मुलाकात की है।
एनसीपी के अलावा कांग्रेस, डीएमके, माकपा, भकपा और तृणमूल कांग्रेस इस मीटिंग में शामिल हो सकती है। पवार के अलावा माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा और डीएमके के टीकेएस एलानगोवन राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
ये भी पढ़ें: अवॉर्ड वापसी करने राष्ट्रपति भवन जा रहे 30 खिलाड़ियों को पुलिस ने रास्ते में रोका
सीताराम येचुरी ने कहा, “राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से विपक्षी दल कल शाम 5 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।” उन्होंने बताया कि मुलाकात करने वाले नेताओं में राहुल गांधी, शरद पवार और अन्य नेता शामिल होंगे। मीटिंग के बार में जानकारी देते हुए माकपा महासचिव ने कहा कि कोविड-19 नियमों के चलते केवल 5 लोगों को ही मुलाकात की अनुमति है।
इस बीच राजनीतिक पार्टियां भी आपस में वार-पलटवार कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता वो राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, “बंद में भी सरकार के इशारे पर अराजकता की हद देखिए, कांग्रेस पार्टी के गुंडे भाजपा के दफ़्तर पर पथराव करते हैं। क्या इस तरह के अराजक तत्वों के जरिए अशोक गहलोत प्रदेश में अशांति का माहौल पैदा करना चाहते हैं?”
Leave a Reply