नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं। आज आंदोलन का 12वां दिन है। समाज के सभी तबकों का समर्थन किसानों को मिल रहा है। आज कई पूर्व और मौजूदा खिलाड़ी कृषि कानूनों के विरोध में अपना अवॉर्ड वापस करने राष्ट्रपति भवन की ओर निकले लेकिन उन्हें दिल्ली पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया।
पंजाब और दूसरे अन्य राज्यों के करीब 30 मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों ने अपना सम्मान लौटाने की बात कही थी। सोमवार को सभी वापसी के लिए निकले पर उन्हें राष्ट्रपति भवन जाने से रोक दिया गया। पहलवान करतार सिंह के मुताबिक, “अभी 30 खिलाड़ी मार्च कर राष्ट्रपति को अपना सम्मान लौटाने जा रहे हैं, लेकिन पंजाब और अन्य इलाकों से कुछ और खिलाड़ी भी ऐसा करना चाहते हैं।”
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उल्लेखनीय है कि एनडीए से अलग हो चुके शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने गुरुवार को किसानों के समर्थन में अपना पद्म विभूषण पुरस्कार लौटा दिया था। उनके अलावा पार्टी के राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी किसानों के समर्थन में अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटाने के एलान किया था।
उधर, राष्ट्रीय बॉक्सिंग टीम के पूर्व कोच गुरबक्श सिंह संधू ने कहा है कि अगर कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह अपना द्रोणाचार्य अवॉर्ड लौटा देंगे।
बीते दिन किसानों का समर्थन करने बॉक्सर विजेंद्र सिंह भी सिंधु बॉर्डर पहुंचे थे। उन्होंने तब कहा था कि अगर केंद्र सरकार ने कृषि कानून को वापस नहीं लेती है तो वो अपना खेल रत्न वापस कर देंगे। विजेंद्र सिंह से पहले रेसलर द ग्रेट खली ने भी किसानों का समर्थन किया था और दिल्ली में प्रदर्शन करने की बात कही थी।
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गौरतलब है कि देशभर के किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर लंबे वक्त से डेरा जमाए हुए हैं। किसान और सरकार के बीच अबतक पांच राउंड की बात हो गई है। लेकिन किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने पर अड़े हुए हैं। किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का ऐलान किया है। सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक भारत बंद रहेगा। सरकार के तरफ से किसानों को छठे राउंड की वार्ता के लिए 9 दिसंबर का समय दिया गया है।
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