प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने का मतलब है जहर पीना, नुकसान जान हो जाएंगे हैरान

प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने का मतलब है जहर पीना, नुकसान जान हो जाएंगे हैरान

पानी बॉडी के लिए कितना जरूरी है ये बताने की आपको जरूरत नहीं है। लेकिन क्या आप प्लास्टिक और सॉफ्ट ड्रिंक्स की बोतलों में पानी भरकर रखते हैं और फिर उसी पानी को पीते हैं? अगर ऐसा है तो हो सावधान जाइए। क्योंकि आप उस प्लास्टिक की बॉटल से आप पानी नहीं बल्कि जहर पी रहे हैं!

प्लास्टिक की बॉटल से पानी पीना कितना खतरनाक साबित हो सकता है आप ये सोच भी नहीं सकते। यह बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस पर हुई कई रिसर्च के बाद सामने आई ये बात सामने आई है। रिसर्च के अनुसार, प्लास्टिक बॉटल में रखे पानी पीने से शुगर और कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियाँ हो सकती हैं।

दरअसल, जिस बोतल में कोल्ड ड्रिंक या मिनरल वाटर जैसी चीजें बिकती हैं, वह Polyethylene Terephthalate यानी PET से बनी होती हैं। जोकि ज्यादा तापमान होने पर या पानी के गरम होते ही बॉटल से कई खतरनाक तत्व निकलकर पानी में मिल जाते हैं औप फिर जब हमलोग उसे पीते हैं तो पानी जैसे खाद्य पदार्थ के साथ पेट में पहुंच जाते हैं। और फिर यह बॉडी को नुकसान पहुंचाते हैं।

ये भी पढ़ें: पेट को साफ और स्वस्थ रखना है तो अपने आहार में शामिल करें ये 5 चीजें

न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस पर शोध किया है। शोध में यह पाया गया कि प्लास्टिक की बोतलों में जो कैमिकल पाया जाता है वो हमारे हॉर्मोनल सिस्टम के लिए बहुत खतरनाक होता है।

प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने का मतलब है जहर पीना, नुकसान जान हो जाएंगे हैरान

यह रिसर्च अमेरिका में 5000 से ज्यादा लोगों पर किया गया जो प्लास्टिक या कोल्ड ड्रिंक के बॉटल में पानी पीते थे। उनके यूरीन के सैंपल की जांच की गई। जांच में पाया गया कि उसमें से अधिकतर लोग हॉर्मोनल समस्या से जूझ रहे हैं। जिसका कारण प्लास्टिक की बोतलों का हद से ज्यादा इस्तेमाल करना था।

एक ऐसी ही रिसर्च ट्रेडमिल रिव्यू ने किया था। जिसके मुताबिक, प्लास्टिक की बॉटल में पाए जाने वाले बैक्टीरिया किसी सामान्य टॉयलेट सीट पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया से कहीं ज्यादा होते हैं। यानी की प्लास्टिक की बॉटल में पाए जाने वाले 60 प्रतिशत कीटाणु लोगों को बीमार करने के लिए काफी हैं। दरअसल, प्लास्टिक की बोतलों में बिसफेनोल A (BPA)नामक एक रसायन भी पाया जाता है जोकि सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।

ग्लिनविल न्यूट्रिशन क्लीनिक की डॉक्टर मेरिलिन ग्लिनविल (Marilyn Glenville) के मुताबिक, प्लास्टिक की बॉटल का बार-बार इस्तेमाल करने से महिलाओं को PCOS, हार्मोन में समस्या, ब्रेस्ट कैंसर और कई अन्य बीमारियां हो सकती है।

ये भी पढ़ें: रात को बाल बांधकर सोना बेहतर है या खोलकर? हेयर हेल्थ के लिए क्या है सही

प्लास्टिक के बोतलों में पानी पीने के नुकसान

प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने का मतलब है जहर पीना, नुकसान जान हो जाएंगे हैरान

❑ प्लास्टिक के बोतल से पानी पीने से कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।

❑ इंसान की स्मरण शक्ति कमजोर होने लगती है।

❑ जैसा कि ऊपर बताया गए है कि प्लास्टिक की बोतल को बनाने के लिए बाइसफेनोल ए का प्रयोग किया जाता है जिसका पेट पर बुरा असर पड़ता है।

❑ इससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है और कब्‍ज, गैस की समस्‍या और आंत से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती है।

❑ यह महिलाओं में गर्भपात होने का खतरा बढ़ाता है।

इसलिए आज से ही प्लास्टिक की बॉटल में पानी पीना छोड़िए और इसकी जगह शीशे की बोतल, तांबे की बोतल, स्टेनलेस स्टील या फिर मजबूरी हो तो एल्यूमीनियम की बॉटल में पानी पिएं। एल्यूमीनियम बेहतर तो नहीं पर प्लास्टिक से अच्छा विकल्प है। या फिर पानी स्टोर करके रखें।


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.