WHO ने कहा, अभी ओमिक्रोन वैरिएंट की गंभीरता के कोई स्पष्ट सबूत नहीं

WHO ने कहा, अभी ओमिक्रोन वैरिएंट की गंभीरता के कोई स्पष्ट सबूत नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के सम्बन्ध में रविवार को ताजा जानकारी शेयर किया। जैसा कि मालूम है कि इस वैरिएंट ने दुनियाभर में चिन्ताएं बढ़ा दी हैं। कई देशों ने दक्षिण अफ्रीकी देशों की हवाई यात्राओं पर पाबंदियां लगाने का फैसला किया है।

हालांकि, WHO ने विश्व समुदाय के कहा है कि वे दक्षिण अफ्रीकी देशों पर उड़ान प्रतिबंध नहीं लगाए। WHO के क्षेत्रीय निदेशक मात्शिदिसो मोएती ने एक बयान में कहा, “यात्रा प्रतिबंध कोविड-19 के प्रसार को थोड़ा कम करने में भूमिका निभा सकते हैं, लेकिन जीवन और आजीविका पर भारी बोझ डाल सकते हैं।”

उन्होंने कहा, “यदि प्रतिबंध लागू किए जाते हैं, तो उन्हें अनावश्यक रूप से आक्रामक या घुसपैठ नहीं करना चाहिए, और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के अनुसार वैज्ञानिक रूप से आधारित होना चाहिए, जो कि 190 से अधिक देशों द्वारा मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कानून का कानूनी रूप से बाध्यकारी साधन है।”

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यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के विशेषज्ञों ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीकी और दुनियाभर में अनेक शोधकर्ता, ओमिक्रोन वैरिएंट के विभिन्न पहलुओं के बारे में बेहतर समझ हासिल करने के लिए अध्ययन कर रहे हैं, मगर फिलहाल तो ये स्पष्ट नहीं है कि ये वैरिएंट, डेल्टा सहित अन्य वैरिएंट्स की तुलना में, क्या ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला है?

WHO के सलाहकार समूह ने एक बयान में कहा, “दक्षिण अफ्रीकी में इस वैरिएंट से प्रभावित इलाकों में संक्रमण का शिकार होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। मगर ये समझने के लिए अभी विस्तृत अध्ययन जारी हैं कि ये संक्रमण इसी वैरिएंट के कारण फैला है या इसके लिए कोई अन्य कारण जिम्मेदार हैं।”

सलाहकार समूह ने रेखांकित करते हुए कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ओमिक्रोन के कारण फैलने वाला संक्रमण, क्या मरीजों को अन्य वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा गम्भीर बीमार रूप में बीमार करता है।

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यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के विशेषज्ञों का कहना है कि शुरूआती आंकड़ों से तो ये मालूम होता है कि दक्षिण अफ्रीकी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है, और ओमिक्रोन वैरिएंट के असामान्य संक्रमण के बजाय, शायद संक्रमण का शिकार होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़ने के कारण ऐसा हो रहा हो।

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विशेषज्ञों का कहना है कि अभी इस बारे में भी कोई सटीक जानकारी नहीं है कि ओमिक्रोन के कारण कोविड-19 के कोई अलग लक्षण नजर आते हों। हालांकि, सलाहकार समूह का ये भी कहना है कि शुरूआती सबूतों से संकेत मिलते हैं कि जो लोग कोविड-19 से पूर्व में संक्रमित हो चुके हैं, वे अन्य वैरिएंट की तुलना में, ओमिक्रोन वैरिएंट से फिर से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं।

अभी तक जो मामले सामने आए हैं उसमें युवा अधिक संक्रमित हुए हैं, जिनमें बीमारी का स्तर मामूली रहा है। मगर ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण की गम्भीरता के स्तर को समझने के लिए अभी कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताहों तक का समय लग सकता है।

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दूसरी तरफ ओमिक्रोन वैरिएंट के बाद से उपजी चिन्ताओं के बाद दक्षिण अफ्रीकी से हवाई उड़ानों पर प्रतिबन्ध लगाए जा रहे हैं जिस पर WHO ने चिंता जाहिर की है। यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने सभी देशों से साक्ष्यों और अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों का पालन करने की अपील की है। संस्था ने कहा कि वे अपनी सीमाएं खुली रखें।

अफ्रीकी में डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक मात्शिदिसो मोएती ने कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट दुनिया के अनेक हिस्सों में चिन्हित किया जा चुका है, मगर अफ्रीकी को निशाना बनाकर लगाए गए यात्रा प्रतिबन्ध, असल में वैश्विक एकजुटता पर चोट करते हैं।

उन्होंने कहा, “कोविड-19 हमारे मतभेदों का लगातार फायदा उठाता है। हम इस वायरस से बेहतर तभी साबित हो सकते हैं जब, हम समाधानों के लिए एक साथ मिलकर काम करें। उधर, यूरोप और दूसरे देशों में भी ओमिक्रोन के संक्रमण के मामले आए हैं।


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