हिजाब के चक्कर में देश की बेटियों के भविष्य के साथ हो रहा है खिलवाड़: राहुल गांधी

हिजाब के चक्कर में देश की बेटियों के भविष्य के साथ हो रहा है खिलवाड़: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिजाब विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इशारों-इशारों में कर्नाटक की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि हिजाब के चक्कर में देश की बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि माँ सरस्वती सभी को ज्ञान देती हैं न कि वो भेदभाव करती है। जैसा कि मालूम है कि कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कुछ कॉलेजों में हिजाब बैन किए जाने के बाद मुस्लिम छात्रा इसका विरोध कर रही हैं।

राहुल गांधी ने अपने एक ट्वीट में लिखा है, “छात्रों के हिजाब को उनकी शिक्षा में आड़े आने देकर हम भारत की बेटियों का भविष्य खराब कर रहे हैं। माँ सरस्वती सभी को ज्ञान देती हैं। वह भेदभाव नहीं करती।”

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उल्लेखनीय है कि पिछले महीने कर्नाटक के उडुपी जिले के जूनियर कॉलेज में हिजाब पहनने के चलते ठह छात्राओं के कैंपस में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वहीं अब ये विवाद उडुपी जिले के दो और कॉलेजों के साथ ही शिवमोगा जिले के भद्रावती तक फैल गया है। हिजाब बनाम भगवा गमछा बन चुका यह विरोध अब तक हुबली, उडुपी, कुंडापुर के स्कूल और कॉलेज में सामने आ चुका है।

आज 5 फरवरी की सुबह भी हिजाब पहनी लगभग 40 छात्राएं कुंडापुर के भंडारकर आर्ट्स एंड साइंस डिग्री कॉलेज के मेन गेट पर तब खड़ी हो गईं, जब कॉलेज कर्मचारियों ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया और हिजाब उतारने को कहा। लेकिन छात्राओं ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। स्टूडेंट्स कॉलेज के मेन गेट पर ही जमा हो गए।

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हालांकि, कॉलेज की निर्देश पुस्तिका के मुताबिक, छात्राओं को परिसर के अंदर स्कार्फ पहनने की अनुमति है। लेकिन स्कार्फ का रंग दुपट्टे से मेल खाना चाहिए और किसी भी छात्र को कैंटिन समेत कॉलेज परिसर के अंदर कोई अन्य कपड़ा पहनने की अनुमति नहीं है।

वहीं, प्रिंसिपल नारायण शेट्टी ने कहा कि वह कैंपस में सद्भाव बनाए रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं एक सरकारी कर्मचारी हूं। मुझे सरकार के सभी निर्देशों का पालन करना होगा। मुझे बताया गया था कि कुछ छात्र भगवा शॉल पहनकर कॉलेज में प्रवेश करेंगे। और अगर धर्म के नाम पर सद्भावना भंग होती है, तो प्रिंसिपल को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।”

दूसरी तरफ, उडुपी जिले के तालुका कुंडापुर के सरकारी पीयू कॉलेज में बुधवार को मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने के विरोध में कॉलेज में कुछ लड़कों को भगवा शॉल पहने देखा गया। लेकिन स्टूडेंट्स को कॉलेज में नहीं घुसने दिया। बताया जा रहा है कुछ लोगों ने छात्रों को रास्तें में रोककर भगवा गमछा उनके गंधे पर डाल दिया और ऐसे ही कॉलेज में जाने के लिए उसका

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प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया मुस्लिम ने भी छात्राओं का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हिजाब मुस्लिमों का मौलिक अधिकार है। शिक्षा मौलिक अधिकार है। अगर उन्हें स्कूल आने से रोका जाता है उनके ये मौलिक अधिकार का हनन है। लड़कियां मुस्लिम हैं, सिर्फ इसलिए उन्हें शिक्षा प्राप्त करने से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।

दूसरी तरफ, कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र का कहना है कि बच्चों को स्कूलों में हिजाब या भगवा शॉल पहनकर नहीं आना चाहिए। वे यहां भारत माता के बच्चों की तरह आएं। अपने धर्म का पालन करने नहीं बल्कि समानता की शिक्षा लेने आएं। वहीं, राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा है कि वे (एक खास समुदाय) पहले हिजाब नहीं पहनते थे, ये समस्या महज 20 दिन पहले ही शुरू हुई है।


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