कौन हैं ओवैसी पर हमला करने वाले शुभम और सचिन?

कौन हैं ओवैसी पर हमला करने वाले शुभम और सचिन?

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर गुरुवार को मेरठ से दिल्‍ली आते समय छिजारसी टोल गेट पर जानलेवा हमला किया गया। उन पर चार राउंड गोलियां चलाई गईं। गोलियां ओवैसी की कार पर लगीं। लेकिन असदुद्दीन ओवैसी बाल-बाल बच गए। हमले के बाद केंद्र सरकार ने ओवैसी को जेड कैट‍गरी की सुरक्षा मुहैया कराई है।

फिलहाल, उत्तर प्रदेश पुलिस ने हमला करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी का नाम सचिन शर्मा जबकि दूसरे का नाम शुभम है। सचिन पर पहले से ही 307 का एक मुकदमा दर्ज है। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने आज शुक्रवार को बताया कि ओवैसी पर हमला करने वाले दोनों आरोपियों के खिलाफ FIR भी दर्ज हो गई है। इसमें 307 (हत्या की कोशिश) की धारा लगाई गई है। FIR में सचिन शर्मा और शुभम का नाम दर्ज है।

स्थानीय खबरों के मुताबिक, आज 12 बजे के बाद हापुड़ कोर्ट में दोनों आरोपियों को पेश किया जाएगा। पुलिस ओर से इनकी कस्टडी की मांग की जा सकती है। ओवैसी पर हमले को लेकर यूपी पुलिस आज प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेगी।

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ओवैसी बंधू से नाराजगी

बताया जाता है कि सचिन नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुरयाई गांव का रहने वाला है। सचिन के मुताबिक, उसने LLM किया हुआ है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि सचिन पर पहले से 307 का एक मुकदमा दर्ज है। वहीं, पुलिस LLM के क्लेम को वेरिफाई कर रही है।

दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का रहने वाला है। वह 10वीं पास है और खेती का काम करता है। अब तक उसका कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड सामने नहीं आया है। फिलहाल, आगे जांच करके रिकॉर्ड को सहारनपुर पुलिस से क्रॉस चैक किया जा रहा है।

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि दोनों पहले से एक-दूसरे को जानते हैं। दोनों ही ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के बयानों से बेहद नाराज थे। उनका कहना है कि फेसबुक, ट्विटर, सोशल मीडिया पर वे लोग ओवैसी के भाषण सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे। हालांकि, ओवैसी पर हमले को कुछ लोग चुनाव में गोलबंदी से भी जोड़कर देख रहे हैं।

एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया है कि धर्म विशेष पर दिए गए सांसद ओवैसी के बयान पर दोनों हमलावर आहत थे। इसके साथ-साथ राम जन्मभूमि पर ओवैसी के बयानों से भी दोनों में नाराजगी थी। मेरठ में किठौर में जब ओवैसी ने रैली की थी, तब से दोनों उनके पीछे थे।

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आरोपियों का भाजपा के कनेक्शन

हालांकि, सचिन ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कुछ ऐसे फोटोज शेयर किए हैं जिससे पता चलता है कि वह भाजपा के कई छोटे-बड़े नेताओं के संपर्क में रहा है। वह भाजपा की सदयस्ता ग्रहण किया हुआ है, जिसकी रसीद उसने सोशल मीडिया पर शेयर की है। सचिन के पिता विनोद पंडित प्राइवेट कंपनियों में ठेकेदार हैं।

गिरफ्तारकी बाद दोनों हमलावरों के पास से कंट्री मेड मुंगेर टाइप पिस्टलें बरामद हुई हैं जो इन्होंने हाल ही में किसी से खरीदी थी। एक-दो लोगों के नाम सामने आए हैं जिनसे इन्होंने हथियार खरीदे थे उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है।

सचिन का सोशल मीडिया अकाउंट देशभक्ति और कट्टरता वाले पोस्ट से भरा पड़ा है। साल 2018 में उसने ओवैसी और उनके भाई का वीडियो शेयर किया गया है जिसमें ओवैसी भाइयों की तस्वीरों पर तलवार का निशान बनाया गया है।

सचिन ने अपना फेसबुक अकाउंट देशभक्त सचिन हिंदू के नाम से चलाता था। कई नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें हैं। सचिन का एक और पोस्ट है जिसमें उसने लिखा है, “पीएम मोदी मुझमें RDX बम लगाकर हेलीकाप्टर से पाकिस्तान में फेंक दो, मैं तैयार हूं। भारत माँ के वीर जवानों का कर्ज चुकाने को, देशभक्त सचिन हिंदू।”

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परिजनों से पूछताछ

खबरों के मुताबिक, पुलिस ने सचिन शर्मा के परिजनों और उसके करीबी लोगों से 5 घंटे पूछताछ की। सचिन शर्मा उर्फ सचिन पंडित के पिता विनोद पंडित ने बताया कि उनका 20 से 25 प्राइवेट कंपनियों में ठेकेदारी का काम है, जिसमें वह कंपनियों को लेबर प्रोवाइड करते हैं। उनका बेटा सचिन पंडित भी उनके साथ ही काम करता है।

विनोजृद पंडित ने बताया कि कल (गुरुवार) करीब सुबह 8:00 बजे सचिन घर से यह कहकर निकला कि मैं कंपनी में बात करने के लिए जा रहा हूं। पिता ने बताया कि बेटा दो-तीन दिन से थोड़ा परेशान भी लग रहा था।

वहीं, दूसरा आरोपी शुभम के पिता का नाम प्रमोद गुर्जर है। वे सहारनपुर के थाना नकुड क्षेत्र के सांपला बेगमपुर के रहने वाले हैं। शुभम के माता-पिता दोनों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि इसकी बहन की शादी NCR में कहीं हुई है। यह अक्सर वहां आता-जाता रहता है।

बताया जाता है कि शुभम अपने गांव में बेहद कम रहता है। वह क्या काम करता है, इसकी भी किसी को जानकारी नहीं है। सहारनपुर एसपी (ग्रामीण) अतुल शर्मा ने बताया है कि शुभम का वहां कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। वह ज्यादातर गाजियाबाद के मोदीपुरम में रहता था।

दूसरी तरफ, अब हिंदू सेना आरोपियों के समर्थन में उतर आई है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने ट्वीट कर कहा है कि दोनों आरोपियों जिसमें सचिन और शुभम शामिल हैं उनको कानूनी मदद दी जाएगी। गुप्ता ने इस हमले को चेतावनी बताया है।

विष्णु गुप्ता ने लिखा है, “ओवैसी की गाड़ी पर हमला कर चेतावनी देने वाले हिंदूवादी सचिन और शुभम को ‘हिंदू सेना’ कानूनी सहायता देगी व सम्मानित करेगी। यह हमला नहीं चेतावनी है, ओवैसी हिंदुओं के खिलाफ आग उगलना बंद करो।”


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