एक तरफ नमाज होती रही दूसरी तरफ दक्षिणपंथी ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते रहे

एक तरफ नमाज होती रही दूसरी तरफ दक्षिणपंथी ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते रहे

हरियाणा के गुरुग्राम में आज शुक्रवार को फिर से दक्षिणपंथियों ने नमाज पढ़ने के विरोध में जमकर बवाल काटा। सेक्टर 37 में कुछ हिंदू संगठन नमाज पढ़ने वाली जगह पर पहुंच गए और जमकर ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।

हिंदू संगठनों ने यहां सिर्फ नमाज वाली जगह पर जाकर नारे लगाए बल्कि पूजा-हवन भी किया। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ किया और नमाज का विरोध किया। पहले नमाज के लिए इकट्ठे हुए लोगों ने विरोध को देखकर वहां से चले जाने का फैसला किया।

लेकिन जब करीब 25 से 30 लोग वहां नमाज के लिए आ गए तो उन्होंने जमात करने का फैसला किया। जिस वक्त मुसलमान नमाज पढ़ रहे थे, वहां विरोध कर रहे लोग करीब 30 मीटर की दूरी पर नारेबाजी कर रहे थे।

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खबरों के मुताबिक, नमाज की जगह पर करीब 150 पुलिसकर्मी थे पर दोनों समूहों के बीच केवल 30 ही दिख रहे थे। इसके बाद जैसे ही नमाज पूरी हुई हिंदू संगठनों में से दो लोग उस तरफ पहुंच गए लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़कर शांति से वहां से चले गए।

गुरुग्राम में नमाज के लिए हिंदू व्यवसायी के बाद अब गुरुद्वारों ने खोले अपने दरवाजे

कुछ दिन पहले खबर आई थी कि गुरुद्वारा समिति ने नमाज के लिए जगह उपलब्ध कराने की बात कही है। लेकिन बाद में विरोध शुरू हो गया था। शहर की गुरुद्वारा सिंह सभा समिति के मुताबिक, मुसलमानों को नमाज के लिए जगह की पेशकश नहीं की जाएगी, क्योंकि उन्होंने जगह की मांग नहीं की है।

गुरुग्राम के कई गुरुद्वारा समितियों ने इससे पहले कई गुरुद्वारे में मुस्लिमों से नमाज पढ़ने के लिए कहा था। हालांकि, गुरुद्वारा समिति ने मुस्लिम समुदाय के साथ खड़े रहने के अपने वादे को दोहराया है।

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गुरुग्राम के सेक्टर-12 ए इलाके में करीब दो हफ्ते पहले भी नमाज को लेकर विवाद हुआ था, क्योंकि कथित तौर पर कुछ लोगों ने नमाज की जगह पर वॉलीबॉल कोर्ट बना लिया था। पिछले दिनों सेक्टर-12 ए से ही 30 लोगों को हिरासत में लिया गया था।

जब शुरुआत में खुले में नमाज का विरोध होना शुरू हुआ था तब हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा था कि सबको प्रार्थना करने का अधिकार है। लेकिन नमाज के लिए रास्तों को नहीं रोका जाना चाहिए।

हिंदू संगठनों का कहना है कि खुले में नमाज नहीं होने दी जाएगी और इसका लगातार वह विरोध करते रहेंगे। वहीं, दूसरी दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय का कहना है कि प्रशासन की तरफ से सेक्टर 37 की जगह सुनिश्चित की गई है जहां नमाज होती रही है।

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दरअसल, गुरुग्राम जैसे दिल्ली के आसपास के कई इलाकों में पार्क या खुली जगहों पर प्रशासन की इजाजत से नमाज होती रही है। जहां अधिकतर नमाजी प्रवासी मजदूर या आसपास ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी होते हैं।

चुंकि इन जगहों पर मस्जिदें नहीं हैं क्योंकि ये इसके रेसिडेंशियल नहीं इंडस्ट्रियल हैं। ऐसे में सरकार भी इबादत के लिए जगह देती रही है। इन जगहों पर आने वाले लोग हफ्ते में शुक्रवार का जुम्मे की नमाज पढ़ते हैं और फिर अपना जानिमाज लेकर वहां से चले जाते हैं। लेकिन बीते कुछ दिनों से साम्प्रदायिक मानसिकता वाले लोग इसका राजनीतिक फायदे के लिए विरोध कर रहे हैं।


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