हर दिन हो रही औसतन एक किसान की मौत, अब तक 29 लोगों ने गंवाई जान

हर दिन हो रही औसतन एक किसान की मौत, अब तक 29 लोगों ने गंवाई जान

नई दिल्ली: देशभर के किसान राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानून के विरोध में डटे हुए हैं। इस बीच कड़ाके की ठंड और केंद्र की बेरूखी की वजह से हर दिन किसी-न-किसी किसान की मौत हो रही है। बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ता रहा है। आज किसान आंदोलन का 24वां दिन है। लेकिन अब तक 29 लोगों की मौत हो गई है जिसमें से सबसे अधिक मौतें ठंड की वजह से हुई है।

नवभारत टाइम्स अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 29 किसानों की मौत हो चुकी है। नेताओं का कहना है कि कई ऐसे किसान हैं जो सर्दी की वजह से बीमार पड़ रहे हैं और वो ठंड की वजह से मौत का दामन थाम रहे हैं। देखा जाए तो अधिकतर किसान वृद्ध हैं और वे ठंड को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। किसान नेताओं ने अब तक 29 मौत के आंकड़ों की पुष्टि की है।

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बीते बुधवार को भीम सिंह नाम के किसान सिंघु बॉर्डर पर अंधेरे में खुले नाले में गिर गए थे जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई थी। वह पंजाब के पटियाला के रहने वाले थे और वो 38 साल के थे। एनबीटी अखबार के मुताबिक, उनके साथ आए दिलबाग सिंह ने बताया कि जब भीम सिंह सुबह सोकर उठे तो वो पेशाब करने के लिए नाले की तरफ गए थे, जहां दिर कर उनकी मौत हो गई।

बीते बुधवार को ही सिंघु बॉर्डर पर ही संत बाबा राम सिंह ने भी आत्महत्या कर ली थी। उनके सेवादारों ने बताया है कि बाबा राम सिंह किसानों की हालत देखकर काफी आहत थे। जिसके चलते उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखकर खुद को गोली मार ली।

इसी प्रकार टीकरी बॉर्डर पर भी कई किसानों की अब तक मौत हो गई है। किसान नेता महिपाल सिंह ने बताया कि अभी तक 29 किसानों की मौत हुई है। 26 तारीख से जब किसान पंजाब, चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए आना शुरू हुए तो रास्तों और यहां तक पहुंचने में उन्होंने अपनी शहादत दी है। इन शहादतों को हमेशा याद रखा जाएगा।

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एनबीटी अखबार के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से किसान आंदोलन के ओर से एक लिस्ट जारी की गई है। इसमें बाबा राम सिंह, मक्खन खान, अजय मोर, धन्ना सिंह, गज्जन सिंह, गुरजंट सिंह, कृष्ण लाल, लाभ सिंह, कुलविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरविंदर सिंह, किताब सिंह, लखविंदर सिंह, सुखजिंदर सिंह, गुरमेल कौर, बलविंदर सिंह, भाग सिंह बड़ोवाल, मेवा सिंह, राममेहर, गुरबचन सिंह, गुरुदेव सिंह, उत्तर सिंह, जय सिंह, जतिंदर सिंह, जनक राज, कहन सिंह, रणधीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, भीम सिंह, हजूरा सिंह के नाम शामिल हैं। इन सभी लोगों ने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जानें गंवाई हैं।

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