पटना: बिहार में एक 32 साल के युवक का मॉब लिंचिंग की वारदात में हत्या करने का मामला सामने आया है। यह घटना बुधवार की है। राजधानी पटना के पास फुलवारी शरीफ में यह वारदात हुई। मृतक पर शक था कि उन्होंने भैंस चुराने की कोशिश की जिसके बाद उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस का कहना है कि उन्होंने लिंचिंग की घटना में लिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि शिकायत में दर्ज सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना बुधवार की सुबह है। पीड़ित मुहम्मद आलमगीर पर आरोप लगाया कि उन्हें तड़के सुबह 3 बजे एक गौशाला से एक भैंस को खोलते हुए देखा गया, जिसके बाद उसकी पिटाई की गई।
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एक अन्य शख्स भी आलमगीर के साथ मौके पर था, जो घटनास्थल से भागने में कामयाब हो गया। बताया जा रहा है कि आलमगीर को पकड़ने के बाद उनकी घंटों तक पिटाई की गई जिसके बाद बुधवार दोपहर उसकी मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक, पुलिस को जब वारदात की सुचना मिली तो वह मौका-ए-वारदात पर पहुंची और आनन-फानन में युवक को पीएमसीएच अस्पताल ले गई जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त वैशाली के देसरी थाना के सारा गणेश गांव निवासी नूर जहां खातून के बेटे आलमगीर के रूप में हुई है।
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मृतक आलमगीर का परिवार पटना के पाटलिपुत्र इलाके में एक झोंपड़ी में रहता है और फुलवारी शरीफ के कर्बला मुहल्ले में बहन का घर है। पुलिस ने इस मामले में एफसीआई रोड में खटाल चलाने वाले श्रीकांत राय के परिवार के सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
मृतक की माँ नूरजहां खातून का कहना है कि आलमगीर अपनी बहन के घर से रात 1 बजे निकला था। वहीं, फुलवारी शरीफ के थानेदार रहमान ने बताया कि मृतक आलमगीर की माँ नूरजहां ने श्रीकांत राय, रोशन अशरफी, संचित राय, साधु राय, कन्हाई और बादल के खिलाफ हत्या का नामजद और कई अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। फिलहाल छह लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
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