SIT ने अपनी रिपोर्ट में कहा- ‘लव जिहाद’ मामले में फंडिंग या साजिश के कोई सबूत नहीं

SIT ने अपनी रिपोर्ट में कहा- ‘लव जिहाद’ मामले में फंडिंग या साजिश के कोई सबूत नहीं

लखनऊ: कानपुर में कथित लव जिहाद के मामलों में गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एएसआईटी) ने आईजी रेंज को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लव जिहाद के कथित मामलों में विदेशी फंडिंग और संगठित साजिश के सबूत नहीं मिले हैं।

कुल 14 मामलों को एसआईटी ने अपनी जांच में शामिल किया है जिसमें से पुलिस ने 11 मामलों में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। जबकि बालिग लड़कियों ने तीन मामलों में लड़कों के पक्ष में बयान दिया है, जिसकी वजह से फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई है, इनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

चार लड़कों का आपस में कनेक्शन

आईजी जोन मोहित अग्रवाल ने बताया, “कुल 14 प्रकरण कानपुर में ऐसे आए थे जिसमें बच्चों के माता-पिता ने आरोप लगाए थे कि उनकी बेटियों को छल-कपट के द्वारा लड़कों ने फंसाया है। इस बात को लेकर के क्या साइड घटित हुई थी एएसआईटी ने सभी प्रकरणों की जांच करी जिनमें 11 प्रकरण ऐसे पाए गए, जिनमें कुछ ना कुछ अपराध हुआ था और 11 लोगों को जेल भेजा गया है।”

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उन्होंने ये भी बताया, “एसआईटी ने कथित लव जिहाद के इन मामलों में पाया कि चार लड़कों का आपस में कनेक्शन था, जो एक दूसरे के लगातार संपर्क में थे और इन्होंने दूसरे धर्म की लड़कियों के साथ शादी की। इसके अलावा तीन मामलों में आरोपियों ने अपना नाम किसी और धर्म का बताया था।”

विदेशी फंडिंग के सबूत नहीं

उन्होंने आगे कहा, “चार लड़के ऐसे पाए गए हैं जो आपस में बात करते थे एक दूसरे को जानते थे और चारों नहीं दूसरे धर्म की लड़कियों से शादी की लेकिन अभी तक कोई विदेशी फंडिंग की बात सामने नहीं है।”

मोहित अग्रवाल ने आगे बताया, “जांच में अभी तक ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है की इनका कोई गिरोह है या यह कोई संगठन की बनाकर साजिश के तहत यह सब किया है। लेकिन, छल कपट की बात सामने आई है, इन्होंने नाम बदलकर धोखाधड़ी की है और कुछ नाबालिग लड़कियों के साथ भी इन्होंने ऐसा किया है। दूसरे धर्म की लड़कियों से निकाह के लिए आरोपियों ने लड़कियों का नाम और धर्म परिवर्तित कराया है। नाम और धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया में कानून का पालन नहीं किया गया है और पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।”

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‘राम नाम सत्य है’

गौरतलब है कि इससे पहले 20 नवंबर को खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही ‘लव जिहाद’ के खिलाफ एक सख्त कानून लाएगी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने खबर दी है कि गृह मंत्रालय ने कानून विभाग को इससे संबंधित एक प्रस्ताव भेजा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले कहा था कि वह ‘लव जिहाद’ को सख्ती से रोकने के लिए प्रभावी कानून बनाएंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि जो लोग बहू-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ करते हैं, वे अगर सुधरे नहीं तो ‘राम नाम सत्य है’ की उनकी अंतिम यात्रा निकलने वाली है।

इससे ससे पहले मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया था कि अगले सत्र में लव जिहाद के खिलाफ प्रदेश में कानून लाया जाएगा। इससे पहले हरियाणा के खट्टर सरकार ने भी इस पर कानून बनाने की बात कही थी।

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