असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का निधन

असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का निधन

नई दिल्ली: असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का सोमवार को निधन हो गया। वो बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही थी। असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने उनके निधन की जानकारी दी। वो 86 साल थे।

सोमवार सुबह डॉक्टरों ने जानकारी दी थी कि गोगोई की हालत बेहद बेहद नाजुक है। उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए कुछ देर पहले ही असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल अपना डिब्रूगढ़ दौरा रद्द कर दिया और बीच रास्ते से ही गुवाहटी लौट आए थे। गोगोई असम के तीन बार मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा वह 6 बार लोकसभा सांसद चुने गए। बता दें कि तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई वर्तमान में कांग्रेस सांसद हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तरुण गोगोई को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वो गोगोई के निधन की खबर सुनकर बेहद दुखी हैं। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, “असम के पूर्व मुख्यमंत्री श्री तरुण गोगोई के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। देश ने समर्द्ध राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव वाले एक अनुभवी नेता को खो दिया है। कार्यालय में उनका लंबा कार्यकाल असम में युगांतरकारी परिवर्तन का काल था।”

ये भी पढ़ें: BJP सांसद नामग्याल ने किया नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन, बोले- ऐसा स्थाई शासन के लिए किया

एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रपति ने लिखा, “उन्हें हमेशा असम के विकास के लिए और विशेष रूप से राज्य में कानून और व्यवस्था में सुधार और उग्रवाद से लड़ने के अपने प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। उनका निधन एक युग के अंत का प्रतीक है। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के प्रति संवेदना।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर गोगोई को श्रद्धांजलि दी है। प्रधानमंत्री ने लिखा, “श्री तरुण गोगोई जी लोकप्रिय नेता और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिनका असम के साथ-साथ केंद्र में भी सालों का राजनीतिक अनुभव था। उनके निधन से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।”

वहीं गोगोई के निधन पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “तरुण गोगोई सच्चे कांग्रेसी नेता थे। उन्होंने असम में सभी लोगों और समुदायों को एक साथ लाने के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। मेरे लिए वह एक महान और कुशल शिक्षक थे। मैं उन्हें तहे दिल से प्यार और उनका सम्मान करता था। मैं उन्हें याद करूंगा। गौरव और परिवार को मेरा प्यार और संवेदनाएं।”

ये भी पढ़ें: एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना को गूगल ने साल 2020 का नेशनल क्रश ऑफ इंडिया घोषित किया

उनके स्वास्थ्य के बारे में असम के स्वास्थ्य मंत्री ​हेमंत विस्व सरमा ने बताया था, “पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति बहुत नाजुक एवं ​चिंताजनक है। वह पूरी तरह जीवन रक्षक उपकरण पर हैं। हालांकि, डॉक्टर प्रयास कर रहे हैं। अब उनकी स्थिति में सुधार के लिए ईश्वर का आशीर्वाद और लोगों की प्रार्थना आवश्यक है।”

उन्होंने बताया था कि गोगोई के अंगों ने काम करना बंद कर दिया है, दिमाग को कुछ संकेत मिल रहे हैं, आंखें चल रही हैं और पेसमेकर लगाए जाने के बाद उनका दिल काम कर रहा है। उन्होंने कहा था कि इसके अलावा कोई अंग काम नहीं कर रहा है। गोगोई का रविवार को छह घंटे तक डाय​लिसिस हुआ था और यह दोबारा विषाक्त चीजों से भर गया है। ऐसी हालत नहीं है कि डायलिसिस दोबारा किया जाए।

जीएमसीएच में गोगोई को 2 नवंबर को भर्ती कराया गया था। तबीयत बिगड़ने के बाद शनिवार से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। दरअसल, गोगोई 25 अगस्त को कोरोना पॉजिचिव पाए गए थे जिसके उसके अगले दिन उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। हालांकि, बीच में उन्हें 25 अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.