यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में कई परेशानियां होने लगती हैं। जिनमें कि गठिया और शरीर में सूजन आदि की समस्या शामिल है। लेकिन क्या आपको पता है कि शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से ही नहीं बल्कि घटने से भी शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
लखनऊ के अवध हॉस्पिटल के डॉक्टर अतुल अग्निहोत्री (एमडी) का यूरिक एसिड घटने के संबंध में कहना है कि ज्यादातर लोगों को लगता है यूरिक एसिड को हमेशा कम ही रखना चाहिए और इस कोशिश में यूरिक एसिड कई बार बहुत कम भी हो जाता है। जिससे शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं।
डॉ. अग्निहोत्री आगे बताते हैं कि यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन के टूटने पर बनता है जो कि एक टॉक्सिक वेस्ट प्रोडक्ट है जो कि किडनी द्वारा बनाया जाता है। लेकिन जब यूरिक एसिड का लेवल 3 से 7 मिलीग्राम / डीएल के नीचे हो जाता है तो शरीर में लो यूरिक एसिड के लक्षण दिखने लगते हैं।
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यूरिक एसिड घटने के कारण
हमारे खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण ही यूरिक एसिड का स्तर घटता-बढ़ता रहता है। लेकिन अगर खून में यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है तो ऐसे व्यक्ति को हाइपोरिसीमिया (hypouricemia) हो सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि-
- विल्सन डिजीज ( Wilson’s Disease): लो यूरिक एसिड लेवल होने पर विल्सन डिजीज होने का खतरा रहता है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें कॉपर हमारे महत्वपूर्ण अंगों में असामान्य रूप से जमा हो जाता है।
- फैंकोनी सिंड्रोम (Fanconi syndrome): फैंकोनी सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति जिसमें किडनी वेस्ट प्रोडक्ट्स को रक्तप्रवाह द्वारा पुन: अवशोषित करने की अनुमति देते हैं। जिसके बाद वेस्ट प्रोडक्ट आपके शरीर में दोबारा सर्कुलेट होता है और यूरिक एसिड घटने लगता है।
- एंटीडाययूरेटिक हार्मोन की अधिकता: यदि शरीर में एंटीडाययूरेटिक हार्मोन का प्रोडक्शन ज्यादा होता है, तो शरीर में नमक की मात्रा कम हो जाती है। इससे खून में यूरिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है।
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यूरिक एसिड घटने के अन्य कारण
यूरिक एसिड घटने के अन्य कारणों में शामिल है-
- मेटाबोलिज्म से संबंधिक वंशानुगत रोग
- HIV संक्रमण
- प्यूरीन से भरपूर फूड्स की कमी
- एटोरवास्टेटिन, फेनोफिब्रेट, लोसार्टन, प्रोबेनेसिड और ट्राइमेथोप्रिम-सल्फामेथोक्साज़ोल जैसी दवाएं
लो यूरिक एसिड के कारण होने वाली परेशानियां
- किडनी से जुड़े रोग
- गाउट
- ब्लैडर की समस्याएं
- गुर्दे की पथरी
- पैर-हांथ में सूजन
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लो यूरिक एसिड के लक्षण
- हड्डियों में दर्द हो सकता है
- असामान्य रूप से कमजोर हड्डियां या सूजन
- डिहाइड्रेशन
- शरीर में दर्द
- भूख कम लगना
- अवसाद
- थकान
- कांपना या चलने में दिक्कत
- निगलने या बोलने में कठिनाई होना
यूरिक एसिड का उपचार
यूरिक एसिड कम होने पर या फिर लक्षण दिखाई दें तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर लक्षणों को देख कर किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) करवाते हैं। इसमें ब्लड टेस्ट के जरिए यूरिक एसिड का लेवल चेक किया जाता है।
आमतौर पर यूरिक एसिड का कम स्तर चिंता का कारण नहीं होता है। कुछ मामलों में, डॉक्टर नियमित रूप से प्यूरिन से भरपूर कुछ आहार के सेवन का सुझाव देते हैं। ज्यादा दिक्कत होने लर डॉक्टर दवा लिख सकता है जो विशेष रूप से आपके लो यूरिक एसिड के स्तर के कारणों का इलाज करता है।
नोट: यह एक सामान्य जानकारी है। यह लेख किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर है।
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