डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने किया अमेरिकी संसद पर हमला, हिंसा में 4 लोगों की मौत

डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने किया अमेरिकी संसद पर हमला, हिंसा में 4 लोगों की मौत

वाशिंटन: अमेरिकी चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की हार को अस्वीकार करने वाले उनके समर्थकों ने गुरुवार को वॉशिंगटन में स्थित कैपिटल बिल्डिंग पर चढ़ाई कर दी। ट्रंप संमर्थक पहले बिल्डिंग के अंदर घुसे और लुटपाट मचाया। इतना ही आग भी लगा दिया। अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में इस घटना के बाद पूरी दुनिया सकते में है। विश्व समूदाय ने घटना को लोकतंत्र पर हमला बताया है और इसकी कड़ी निंदा की जा रही है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार रात को ही ट्विटर पर लिखा था, “यह अधिकतम साहस दिखाने का समय है माइक। राज्य अपने वोटों में सुधार करना चाहते हैं, उन्हें चुनावी धांधली का पता चल गया है। माइक को बस इतना करना है कि वो उन्हें वापस राज्यों को भेज दें, और हम जीत जाएंगे। यह कर दो माइक।”

ट्रंप का दावा है कि अमेरिकी राज्य एक बार फिर वोटों की गिनती करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें वोटिंग फ्राड के बारे में पता चला है। लेकिन चुनाव अधिकारी उनके इस दावे को विवादित बताते हैं। माना जा रहा है कि जो कुछ हुआ है वह ट्रंप के इशारे पर हुआ है। क्योंकि उन्होंने वो हिंसा का लगातार समर्थन कर रहे हैं।

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फेसबुक और ट्वीटर ने उनके अकाउंट को फिलहाल 24 घटों के लिए ब्लॉक कर दिया है। इसके लिए कंपनी ने नियमों का हवाला दिया है। फेसबुक ने लिखा है, “राष्ट्रपति ट्रंप ने फेसबुक की दो नीतियों का उल्लंघन किया है जिसकी वजह से 24 घंटे के लिए उनके अकाउंट के फीचर बंद किए जाते हैं यानी वे इस अंतराल में कुछ पोस्ट नहीं कर सकेंगे।”

वॉशिंगटन में ट्रंप बुधवार दोपहर को अपने समर्थकों की एक रैली में शामिल हुए और कहा, “हम कभी हार नहीं मानेंगे।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने रैली में अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग की तरफ बढ़ने के लिए उकसाया था।

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न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, रैली में ट्रंप के शामिल होने के कुछ घंटों बाद उनके समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल बिल्डिंग के बाहर लगी बैरिकेड्स को गिराना और हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान जहां प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को पीछे धकेलने की कोशिश की, वहीं पुलिस को भीड़ पर पैपर स्प्रे करते देखा गया। फिलहाल पुलिस ने अब तक 52 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों में 47 को कर्फ्यू तोड़ने के जुर्म में पकड़ा गया है।

इसके बाद जल्द ही ये भीड़ हिंसा करती हुई कैपिटल बिल्डिंग के अंदर घुस पहुंच गई। बताया जा रहा है कि उसके बाद परिसर से फायरिंग भी की गई। एएफपी न्यूज एजेंसी ने पुलिस वालों के हवाले से बताया है कि इस हिंसा में एक महिला की गोली लगने से मौत हो गई है। मारी गई महिला का नाम एशली बैबिट था जो सैन डिएगो की रहने वाली थीं।

इसके अलावा पुलिस के हवाले से सीएनएन ने रिपोर्ट दी है कि कैपिटल पर हुए हमले के दौरान तीन लोगों की मेडिकल इमरजेंसी की वजह से मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने यह साफ नहीं किया कि ये लोग हंगामे का हिस्सा थे या नहीं।

वॉशिंगटन डीसी की मेयर म्यूरियल बाउजर ने हिंसा के बाद कहा है, “मैंने मेयर का ऑर्डर 2021-003 जारी किया है, जो आज (बुधवार) घोषित की गई पब्लिक इमरजेंसी को 15 दिन तक आगे बढ़ाने के लिए है, जब तक कि आगे कोई और मेयर ऑर्डर न आ जाए।” वहीं ट्रंप की पार्टी के सीनेटर ने कहा, “आज रूस और चीन हंस रहे होंगे।” फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रूबियो ने भी घटना की कड़ी शब्दों में आलोचना की है।

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बता दें कि रूबियो ट्रंप की पार्टी के ही नेता हैं। अमेरिकी कांग्रेस में उन्होंने कहा, “मैं उन लोगों के बीच पलकर बड़ा हुआ जो अपने-अपने देशों को छोड़कर अमेरिका आए थे, क्योंकि उनके देशों में हालात बहुत तनावपूर्ण थे और परिस्थितियां नाजुक थीं, ठीक वैसी ही, जैसी आज हम यहाँ देख रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “आज रूस और चीन जैसे देश हम पर हंस रहे होंगे। वो इस घटना को यह बताने के लिए इस्तेमाल करेंगे कि अमेरिका उतार पर है। आज जो हुआ, उसे देखकर मैं यही कहूंगा कि हम अपने देश में गिरावट को देख रहे हैं। मुझे लगता है कि राजनीति ने हमें पागल कर दिया है, सभी का दिमाग फिर गया है।”

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिंसा का आलोचना की है। पीएम मोदी ने घटना की निंदा करते हुए अपने ट्वीट में लिखा है, “वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के बारे में खबर देखकर परेशान हूं। सत्ता का व्यवस्थित और शांतिपूर्ण ट्रांसफर जारी रहना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैर-कानूनी विरोध प्रदर्शन के माध्यम से प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है।”

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बीबीसी के मुताबिक, अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग के चारों तरफ सड़कों पर दंगे की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। वॉशिंगटन की मेयर ने पूरी रात के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।

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