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सिविल सेवा परीक्षा और भारतीय भाषाएं
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सिविल सेवा परीक्षा और भारतीय भाषाएं

संयोग से पूरे देश के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति और नौकरशाही की सर्वोच्च सेवाओं में भर्ती के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम लगभग साथ-साथ आए हैं। नीति नियंता और सरकार इन परिणामों के आईने में पूरी परीक्षा प्रणाली और विशेष रुप से शिक्षा और भाषा की हकीकत देख...

जब राम के तुलसी संकट में हैं, तो हे राम! आप सचमुच संकट में हैं
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जब राम के तुलसी संकट में हैं, तो हे राम! आप सचमुच संकट में हैं

हमारी बहुभाषिक और बहुसांस्कृतिक भारतीय राष्ट्र में अन्तर्लयित ‘राम’ एक ऐसा शब्द है जिसे अपने-अपने ढंग से समझने की अनेक कोशिशें हुई हैं और उन कोशिशों में सबके अपने-अपने ‘राम’ हैं। बाल्मीकि के अपने, भवभूति के अपने, तुलसीदास के अपने, गुप्त जी के अपने, निराला जी के अपने और न जाने कितने-कितनों के अपने-अपने ‘राम’...

….और चरवाहे से नाराज भेड़ों ने कसाई को मौका दे दिया
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….और चरवाहे से नाराज भेड़ों ने कसाई को मौका दे दिया

15 जून को 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने पश्चात अमेरिका से खरीदी गई हैं, एसॉल्ट राइफलें। भारत अमेरिका के साथ नौसेना अभ्यास में जुटा है। वो चीन को ये संदेश देना चाहता है कि वो अकेला नहीं है अमेरिका का हाथ है उसके साथ। उधर अमेरिका भी लगातार भारत की पीठ ठोक रहा है।...

रामधारी सिंह दिनकर के राष्ट्रवाद को निगलना चाहता है हिंदुत्व राष्ट्रवाद
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रामधारी सिंह दिनकर के राष्ट्रवाद को निगलना चाहता है हिंदुत्व राष्ट्रवाद

रामधारी सिंह दिनकर की ‛राष्ट्रवाद’ संबंधी समझ को दृढ़ता के साथ रेखांकित करने की जरूरत है क्योंकि हिंदुत्ववादी शक्तियां उनकी राष्ट्रीय भावों की ओजपूर्ण कविताओं के सहारे अपने अंधराष्ट्रवाद के अभियान को साधना चाहती हैं। यह अकारण नहीं है कि हिमालय के शिखरों पर चढ़कर उनकी कविताओं के ‛आलाप’ किए जा रहे हैं। ऐसा संभवतः...

हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद के ख़िलाफ़ थे रामधारी सिंह दिनकर
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हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद के ख़िलाफ़ थे रामधारी सिंह दिनकर

रामधारी सिंह दिनकर के सम्बन्ध में लगभग एक स्थापना-सी बन चुकी है कि वे थोड़े-थोड़े सबको अच्छे लगते हैं। उनमें राष्ट्रवाद के भी तत्व हैं, गांधीवाद और मार्क्सवाद के भी तत्व हैं। दिनकर के प्रायः आलोचक उन्हें थोड़ा गांधीवादी भी मानते हैं और थोड़ा मार्क्सवादी भी, थोड़ा राष्ट्रवादी भी और थोड़ा हिंदूवादी भी। संभवतः उनके...

ब्राह्मणवाद की कोख से पैदा हुए ‘नेपोटिज्म’ पर बहस कितना सच कितना फर्जी?
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ब्राह्मणवाद की कोख से पैदा हुए ‘नेपोटिज्म’ पर बहस कितना सच कितना फर्जी?

देश की जनता को किसी मुद्दे से भटकाना हो तो कुछ खास तरह के शब्द या जुमले को हवा में उछाला जाता है। उन शब्दों का प्रभाव इतना मारक होता है कि जनता वास्तविक मुद्दे को भूल कर उस कृत्रिम शब्दावली में उलझ जाती है। इन दिनों सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या प्रकरण के बाद...

क्या चीन का हश्र भी सोवियत संघ जैसा हो जाएगा?
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क्या चीन का हश्र भी सोवियत संघ जैसा हो जाएगा?

चीन और अमेरिका को लेकर दुनिया भर में घमासान मचा हुआ है। अमेरिका लगातार चीन को घेरने की रणनीति में जुटा है। पिछले दो तीन दशकों की चीन अभूतपूर्व प्रगति अमेरिका की आंखों में अब खटकने लगी है। ये बात अब जगजाहिर है कि चीन अब अमेरिका से तकनीक के मामले में काफी आगे निकल...

स्मृतिशेष: आज जो नाटक विवाद पैदा नहीं करता, वो अपना कफन खुद तैयार कर रहा है
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स्मृतिशेष: आज जो नाटक विवाद पैदा नहीं करता, वो अपना कफन खुद तैयार कर रहा है

गिरीश कर्नाड की मौत को एक वर्ष बीत चुके हैं। गिरीश कर्नाड नाटककार, अभिनेता, निर्देशक, फिल्मकार होने से भी बढ़कर ऐसे पब्लिक इंटेलेक्चुअल थे जिन्होंने ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ पर हमले के विरूद्ध सड़क पर भी उतरने से कभी गुरेज नहीं किया। ज्ञानपीठ सम्मान, कालिदास सम्मान के साथ-साथ देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री और पद्मविभूषण...

लिखा परदेश किस्मत में वतन की याद क्या करना, जहां बेदर्द हाकिम हो वहां फरियाद क्या करना?
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लिखा परदेश किस्मत में वतन की याद क्या करना, जहां बेदर्द हाकिम हो वहां फरियाद क्या करना?

भारत सहित दुनिया के विभिन्न देश आज गंभीर आर्थिक एवं राजनीतिक संकट से गुजर रहे हैं जिसका खामियाजा मजदूर वर्ग को उठाना पड़ रहा है। देश में करीब मजदूर वर्ग का 80 फीसदी जमात असंगठित तौर पर काम करता है जो बिना किसी सामाजिक सुरक्षा के काम करने को विवश है। हमारे राज्य का एक...

अमेरिका आखिर क्यों चीन को नहीं देखना चाहता?
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अमेरिका आखिर क्यों चीन को नहीं देखना चाहता?

चीन के विरूद्ध ट्रंप प्रशासन द्वारा चीन के खिलाफ निंदा अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। चीन-अमेरिका के मध्य चल रहे ट्रेड वार की पृष्ठभूमि में इस लड़ाई ने, कोरोना काल में, एक नया आयाम ग्रहण कर लिया है। ये बात दुनिया भर में एक लगभग स्थापित-सी हो गई है कि डोनाल्ड ट्रंप अपनी...