Category: <span>ओपिनियन</span>

Home ओपिनियन
मिस्टर प्राइम मिनिस्टर आपके बेमिसाल 6 साल ने जनता को दिए सिर्फ भूख, प्यास और आंसू
Post

मिस्टर प्राइम मिनिस्टर आपके बेमिसाल 6 साल ने जनता को दिए सिर्फ भूख, प्यास और आंसू

अब तक के इतिहास में सबसे बड़ी महामारी कोरोना वायरस का सामना हम कर रहे हैं। पूरे विश्व में इससे अब तक लाखों मौतें हो चुकी हैं। जब यह भारत पहुंचा तब इसके बचाव के नाम पर लॉकडाउन बिना किसी व्यवस्था के लागू कर दिया गया। वो भी रात के 12 बजे से। सरकार ने...

मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, आप विदेशी कंपनियों को ललचाने के लिए दुनिया घूमते रहे अब कहते हैं ‘स्वदेसी’ अपनाओ
Post

मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, आप विदेशी कंपनियों को ललचाने के लिए दुनिया घूमते रहे अब कहते हैं ‘स्वदेसी’ अपनाओ

मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, बहुत दु:खी मन से आपको चिट्ठी लिख रहा हूं। हालांकि, जबसे आपने देश को डिजिटल बनाया है लोगों ने चिट्ठी-पत्री लिखना छोड़ दिया है। मैंने भी किसी को वर्षों से नहीं लिखी हैं चिट्ठी। क्या कहूं! अपनी पढ़ाई, फिर रोजी-रोटी के फेर में इस कदर उलझा कि अपने परिवार से फ़ोन पर...

डॉ. नंदकिशोर नवल कविता की एक जीवंत पाठशाला
Post

डॉ. नंदकिशोर नवल कविता की एक जीवंत पाठशाला

नवल जी के देहावसान की खबर स्वाभाविक रूप से दु:खद है, क्योंकि भौतिक रूप से उन्हें देखना अब संभव नहीं होगा। पिछले कुछ वर्षों से उनका स्वास्थ्य लगातार ख़राब चल रहा था और खबरों के अनुसार इस लॉकडाउन में वह घर में ही फिसल कर गिर भी पड़े थे, इसलिए कुछ अनहोनी की आशंका तो...

सफूरा जरगर बस एक बहाना है, असल निशाना तो औरत है
Post

सफूरा जरगर बस एक बहाना है, असल निशाना तो औरत है

आज कल हमारे देश में दो ट्रेंड चल रहे हैं। एक सफूरा जरगर की और दूसरी लड़कों का ग्रुप #boyslockerroom। एक परिपक्व, एक्टिविस्ट हैं जिनके हाथों में कलम है। वो कलम जिसे शक्ति कहा जाता है। दूसरे में वो हैं जो ज़मीन से अभी पूरे तरह से निकले तक नहीं। एक ओर स्त्री है तो...