इस्राईली हमलों में 119 फिलिस्तीनियों की मौत, सऊदी ने बुलाई OIC की आपातकालीन बैठक

इस्राईली हमलों में 119 फिलिस्तीनियों की मौत, सऊदी ने बुलाई OIC की आपातकालीन बैठक

पिछले एक हफ्ते से गाजा पर इस्राईल की ओर से हिंसक हवाई हमले जारी हैं। अब तक 119 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। इस्राईल गाजा के साथ-साथ अपनी सीमाओं पर सैनिकों को जमा कर रहा है। संभावित जमीनी हमले से पहले उसने 9,000 सैनिकों को बुलाया है।

एएफपी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, गाजा के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि अब तक 31 बच्चों सहित 119 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 830 घायल हुए हैं। वहीं, एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, अब स्थिति युद्ध के कगार पर पहुंच गया है।

हालांकि, मिस्र के मध्यस्थ युद्धविराम के लिए इस्राईल पहुंचे हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल के संकेत नहीं मिले हैं। एक तरफ गाजा में स्थिति तनावपूर्ण है, वहीं, देश के अंदर कई जगहों पर सांप्रदायिक दंगें जारी हैं।

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कई जगहों पर इस्राईलियों द्वारा फिलिस्तीनियों के घर में घुसकर हिंसा और लुटपाट करने की घरनाएं सामने आई हैं। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद गुरुवार को लुड शहर में यहूदियों और अरब इस्राईलियों के बीच लगातार चौथी रात भी हिंसक झड़पें जारी रहीं।

उधर, लेबनान की ओर से बीती रात इस्राइल की ओर तीन रॉकेट दागे गए। माना जा रहा है कि ये हमले हमास की ओर से किए। ऐसे में इस्राइल की उत्तरी सीमा पर एक और मोर्चे की आशंका जताई है। लेबनान से दागे गए रॉकेट समुद्र में गिरे और किसी नुकसान नहीं हुआ।

हमास के एक वरिष्ठ निर्वासित नेता सालेह अल-अरौरी ने लंदन स्थित एक चैनल को बताया कि हमास ने युद्धविराम की लड़ाई में तीन घंटे के ब्रेक के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा कि मिस्र, कतर और संयुक्त राष्ट्र शांति प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं।

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इस्राईली सेना की ओर से आज सुबह बयान जारी कर कहा गया कि वायु और जमीनी बलों ने गाजा में सबसे घातक हमला किया। फिलिस्तीनी शहर गाजा शुक्रवार की सुबह आग और धुएं लपटों से भर गया। हवाई हमले इतने भयावह थे कि नागरिकों की चीखें कई किलोमीटर तक आती रहीं।

एक वीडियो संदेश में, इस्राईल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “हमने कहा था कि हम हमास से भारी कीमत वसूल करेंगे। हम यही कर रहे हैं और अधिक ताकत का इस्तेमाल करते रहेंगे।”

दूसरी तरफ ताजा हालात को देखते हुए इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) ने रविवार को आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में ओआईसी सदस्य देशों के विदेश मंत्री शामिल होंगे। ये बैठक सऊदी अरव की ओर से बुलाई गई है।

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ओआईसी के तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ”ओआईसी में इस्लामिक समिट के अध्यक्ष सऊदी अरब के अनुरोध पर रविवार, 16 मई 2021 को विदेश मंत्रियों की कार्यकारी कमिटी की वर्चुअल बैठक होगी। इसमें फिलिस्तीनी इलाके में इस्राईली आक्रामण पर बात होगी। खास कर अल-कुद्दुस, अल-शरीफ और अल-अक्शा मस्जिद में हिंसा पर बातचीत केंद्रित रहेगी।”

इससे पहले इसी हफ्ते 12 मई को ओआईसी के स्थायी प्रतिनिधियों की कमिटी की वर्चुअल बैठक हुई थी। ओआईसी की तरफ से इस बैठक के बाद बयान जारी किया गया था। अपने बयान में ओआईसी ने कहा था कि फिलिस्तीनी इलाके में इस्राईली कब्जे और खास कर अल-कुद्दुस और अल-शरीफ को लेकर बात हुई।

उधर, अमेरिका ने इस्राईल में अपना दूत भेजने की घोषणा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका सऊदी अरब और मिस्र से संपर्क में है ताकि तनाव को कम करने का कोई रास्ता निकाला जा सके। इससे पहले गुरुवार को व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन प्साकी ने कहा था कि मिस्र, ट्यूनीशिया और अन्य देश वर्तमान हालात में तनाव को कम करने में भूमिका अदा कर सकते हैं।


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