यूक्रेन का रूस से युद्धविराम की अपील, दोनों देश हुए बातचीत को तैयार, चीन की हुई एंट्री

यूक्रेन का रूस से युद्धविराम की अपील, दोनों देश हुए बातचीत को तैयार, चीन की हुई एंट्री

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चरम पर पहुंचने के बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के साथ बातचीत करने की बात कही है। रूस के विदेश मंत्री ने कुछ देर पहले साफ किया कि अगर यूक्रेन के सैनिक अपने हथियार डाल देंगे, तो बातचीत फिर की जा सकती है। इसके कुछ देर बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वे बातचीत करने के लिए तैयार हैं।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन पर सैनिक कार्रवाई का उद्देश्य यूक्रेन के लोगों को दमन से मुक्त कराना है, ताकि यूक्रेन के लोग अपना भविष्य निर्धारित कर सकें। बताया जा रहा है कि चीन ने रूसी राष्ट्रपति से बात की है।

ये भी पढ़ें: हमले से ठीक पहले USA, UK और EU ने रूस से 700 मिलियन डॉलर की खरीदारी की: रिपोर्ट

लावरोफ ने राजधानी मॉस्को में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जिसमें उन्होंने कहा कि रूस ऐसी परस्थितियों में मौन नहीं रह सकता। उन्होंने कहा, “हम यूक्रेन की सरकार को लोकतांत्रिक सरकार मानने का अभी कोई अवसर नहीं देखते। हाल ही में रूस ने यूक्रेन के अलगाववादियों के नियंत्रण वाले दो इलाक़ों को मान्यता दी है।”

पुतिन की लाइन को दोहराते हुए लावरोफ ने कहा है कि मॉस्को, यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहता, बल्कि इसे ‘डिमिलिट्राइज’ करना चाहता है। जब रूसी विदेश मंत्री से पूछा गया कि क्या रूस एक लोकतांत्रिक देश को गिरा देना चाहता है तो लावरोफ का कहना था कि देश (यूक्रेन) को लोकतांत्रिक नहीं कहा जा सकता।

ये भी पढ़ें: यूक्रेन पर रूस ने शुरू किया भूमि, वायु और समुद्र से चौतरफा हमला, अब तक 50 की मौत

इससे पहले यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि रूसी सेना कीव में दाखिल हो चुकी है और अब मंत्रालय ने यूक्रेन के नागरिकों से सेना में शामिल होने की अपील की है। रक्षा मंत्रालय की तरफ से किए गए ट्वीट में लिखा गया है कि सेना में शामिल होने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है, भले ही वो नाबालिग ही क्यों न हों।

सेना के कमांडर की ओर से जारी एक ट्वीट में लिखा गया है, “आज, यूक्रेन को सब कुछ चाहिए। (सेना में) शामिल होने की सभी प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है। केवल पासपोर्ट और आइडेंटिफिकेशन नंबर के साथ आइए. उम्र की कोई सीमा नहीं है।”


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.