रूस ने गुरुवार को भूमि, वायु और समुद्री रास्तों से यूक्रेन पर चौतरफा हमला कर दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति दफ्तर के हवाले से मीडिया ने बताया है कि रूसी हमले में अब तक 40 यूक्रेनी जवानों की मौत हो गई है। इसके अलावा 10 नागरिकों की भी मौत हो चुकी है। न्यूज एजेंसी AFP के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में एक देश के द्वारा दूसरे के खिलाफ सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। पूरे यूक्रेन में अफरातफरी मची हुई है।
यूक्रेन के शहरों पर रूसी मिसाइलों की बारिश हो रही। यूक्रेन ने अपनी सीमाओं के पार पूर्वी चेर्निहाइव, खार्किव और लुहान्स्क क्षेत्रों में सैनिकों के टुकड़ियों के आने और दक्षिण में ओडेसा और मारियुपोल शहरों में समुद्र के रास्ते उतरने की सूचना दी।

रॉयटर्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यूक्रेन की राजधानी कीव में भोर से पहले धमाकों की आवाज सुनी गईं। मुख्य हवाई अड्डे के पास गोलियों की बौछार हुई और पूरे शहर में सायरन बजने लगे। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के निवासी, जो रूसी सीमा के सबसे बड़े शहर हैं; ने बताया कि अपार्टमेंट ब्लॉकों में खिड़कियां लगातार विस्फोटों से हिल रही थीं। शहर में दहशत फैल गई क्योंकि लोगों ने भागने की कोशिश की।
ये भी पढ़ें: अब यूक्रेन में लुहान्सक और दोनेत्स्क को स्वतंत्र घोषित करने बाद क्या होने वाला है?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने दुनियाभर के देशों के नेताओं से अपने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा में सहायता का आग्रह किया है। उन्होंने आज सुबह एक बयान जारी करते हुए मदद मांगी और उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेन और पूरे लोकतांत्रिक दुनिया के साथ युद्ध छेड़ दिया है।
Smoke and flames seen in the distance near Kharkiv, Ukraine, amid reports of explosions and air raid sirens in cities across the country. https://t.co/ke42Njru11 pic.twitter.com/Pbr7VcCekA
— ABC News (@ABC) February 24, 2022
वहीं, यूक्रेनियन सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वालेरी का एक बयान में कहा कि वह रूस के सामने सरेंडर नहीं करेंगे। यह उनकी मातृभूमि है और वह लड़ेंगे। यूक्रेन की सेना के हवाले से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि लुहान्स्क में पांच रूसी प्लेन और एक चॉपर मार गिराया गया है। पलटवार में रूस ने भी कहा कि उसने यूक्रेन के एयरबेस तबाह कर दिए हैं। इस बीच, जर्मन चांसलर ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला ‘यूरोप के लिए डार्क डे’ है।

ये भी पढ़ें: रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का एलान, डॉलर में कारोबार पर लग सकता है रोक
यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेन्को ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आधुनिक युग के हिटलर हैं। पोरोशेन्को इस समय यूक्रेन के सांसद हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन दुखद है लेकिन जीत यूक्रेन की ही होगी। बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीव में सांसदों की आपात बैठक हो रही है जिसमें शामिल होने जा रहे पोरोशेन्को ने संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में पुतिन को आधुनिक हिटलर कहा।
पोरोशेन्को 2014-19 तक यूक्रेन के राष्ट्रपति रहे थे। बीबीसी के मुताबिक, यूक्रेन के एक पत्रकार ने बताया कि संसद में माहौल तनावपूर्ण है। उधर, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उरसुला वैन डर लेन ने यूक्रेन पर हुए रूसी के हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति पुतिन को यूरोप के सुरक्षा ढाँचे को बर्बाद करने नहीं दे सकते।
उन्होंने ब्रसेल्स में कहा, “राष्ट्रपति पुतिन को हमारे लोकतंत्र की मजबूती और प्रतिबद्धता को कम नहीं आँकना चाहिए। यूरोपीय संघ यूक्रेन और वहाँ के लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि रूस ने एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र पर हमला किया है।”
We strongly condemn Russia´s unjustified attack on Ukraine.
— Ursula von der Leyen (@vonderleyen) February 24, 2022
In these dark hours, our thoughts are with Ukraine and the innocent women, men and children as they face this unprovoked attack and fear for their lives.
We will hold the Kremlin accountable.
उरसुला ने कहा कि ईयू जल्द ही रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा करेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों में रूस के रणनीतिक क्षेत्रों को निशाना बनाया जाएगा। हम यूरोपीय संघ में रूस की संपत्ति फ्रीज कर देंगे और अपने वित्तीय बाजार में रूस के बैंकों की पहुंच को भी रोक देंगे।
ये भी पढ़ें: बमबारी में यूक्रेन के 7 लोगों की मौत, 19 लोग लापता, कई शहरों में धुएं का गुबार
We will not let President Putin tear down Europe’s security architecture.
— Ursula von der Leyen (@vonderleyen) February 24, 2022
He should not underestimate the resolve and strength of our democracies.
The European Union stands with Ukraine and its people.
Ukraine will prevail.
फिलहाल, युद्ध का सबसे बड़ा असर ये हुआ है कि तेल की कीमत में उछाल आ गया है। तेल की कीमत सौ डॉलर प्रति बैरल को पार कर गई है। बीते सात साल में ये तेल की कीमत में सबसे बड़ा उछाल है। तेल की कीमतें इस हफ्ते की शुरुआत में रूस पर प्रतिबंध और रूसी गैस पाइप लाइन को ब्लॉक करते ही तेज हो गई थीं। जैसाकि मालूम है कि रूस, सऊदी अरब के बाद क्रूड ऑयल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।
(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)
Leave a Reply