उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग गुरुवार यानी 10 फरवरी को होनी है लेकिन उससे पहले उत्तर प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों के बीच युद्ध शुरू हो गई है। सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झगड़े की शुरुआत की। उन्होंने ‘सुनो केजरीवाल’ कहकर अरविंद केजरीवाल को ट्विटर पर संबोधित किया। इसके बाद विवाद बढ़ गया।
फिर केजरीवाल ने ‘सुनो योगी’ कहकर पलटवार किया। इतना ही मानवताद्रोही और क्रूर शासक जैसे शब्दों तक बात पहुंच गई। दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच ट्विटर पर तल्ख अंदाज में आरोप-प्रत्यारोप का बौछार हुई। दोनों मुख्यमंत्रियों का भाषा को लेकर सोशल मीडिया जमकर आलोचना हो रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए उनकी तुलना मानवताद्रोही से कर दी। दूसरी तरफ, सीएम केजरीवाल ने योगी आदित्यनाथ की तुलना निर्दयी और क्रूर शासक से कर डाली।
ये भी पढ़ें: अमित शाह राज्यसभा में बोले- ओवैसी से विनती है सुरक्षा ले लें और हमारी चिंता दूर करें
पहले योगी आदित्यनाथ ने लिखा, “सुनो केजरीवाल, जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया। छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया। आपको मानवताद्रोही कहें या…।”
सुनो केजरीवाल,
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 7, 2022
जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया।
छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया।
आपको मानवताद्रोही कहें या…
एक और ट्वीट में योगी ने लिखा, “केजरीवाल को झूठ बोलने में महारथ हासिल है। जब पूरा देश आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा था, तब केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर का रास्ता दिखा दिया।”
एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, “अरविंद केजरीवाल का आदरणीय प्रधानमंत्री जी के बारे में आज का बयान घोर निंदनीय है। अरविंद केजरीवाल को पूरे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। गोस्वामी तुलसीदास जी ने उनके जैसे लोगों के बारे में ही कहा है कि…झूठइ लेना, झूठइ देना।/झूठइ भोजन, झूठ चबेना।”
अरविंद केजरीवाल का आदरणीय प्रधानमंत्री जी के बारे में आज का बयान घोर निंदनीय है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 7, 2022
अरविंद केजरीवाल को पूरे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।
गोस्वामी तुलसीदास जी ने उनके जैसे लोगों के बारे में ही कहा है कि…
झूठइ लेना, झूठइ देना।
झूठइ भोजन, झूठ चबेना।।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ के हमले का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उसी अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने लिखा, “सुनो योगी…आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रही थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके Time मैगज़ीन में अपनी झूठी वाहवाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा।”
सुनो योगी,
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 7, 2022
आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रहीं थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके Times मैगज़ीन में अपनी झूठी वाह वाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा। https://t.co/qxcs2w60lG
ये भी पढ़ें: माही गिल हुईं BJP में शामिल, बीते साल किया था कांग्रेस के लिए प्रचार
सीएम योगी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, “बिजली-पानी का कनेक्शन और सोते हुए लोगों को उठा-उठा कर बसों से उत्तर प्रदेश की सीमा पर भेजा गया। अनाउंसमेंट कर कहा गया कि आनंद विहार के लिए बसें जा रही हैं, उससे आगे यूपी-बिहार के लिए बसें मिलेंगी। यूपी सरकारने प्रवासी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम किया और उन्हें सुरक्षित वापस लाई।”
यह सब चल ही रहा था कि बीच में कांग्रस कुद पड़ी और दोनों को ‘तुम’ कहकर संबोधित किया। एक ट्वीट कांग्रेस के छत्तीसगढ़ हैंडल से किया गया। उसमें दोनों मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधते हुए कहा गया, “सुनो योगी-केजरीवाल, तुम दोनों ये नूरा कुश्ती करके देश को बेवकूफ न बनाओ। सच तो ये है कि जनता की दोनों को कोई फिक्र नहीं। दोनों ही नागपुर वालों के “Arvind Now” और “Yogi Now” हो।”
सुनो योगी-केजरीवाल,
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) February 7, 2022
तुम दोनों ये नूरा कुश्ती करके देश को बेवकूफ न बनाओ।
सच तो ये है कि जनता की दोनों को कोई फिक्र नहीं।
दोनों ही नागपुर वालों के "Arvind Now" और "Yogi Now" हो। https://t.co/bTcrkvcfFA
ये भी पढ़ें: लोकसभा में PM मोदी का आरोप- कांग्रेस ने पहली लहर में कोरोना फैलाया
उल्लेखनीय है कि कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा था, “मैंने किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन अब नाम लेकर कहता हूं कि कांग्रेस ने तो हद कर दी। पहली लहर के दौरान जब देश लॉकडाउन का पालन कर रहा था और दुनिया कह रही थी कि जो जहां है वहीं रुकें। तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशन पर खड़े होकर लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे शहर से निकलें। लोगों को प्रेरित किया गया कि महाराष्ट्र में हमारे ऊपर जो बोझ है, वह थोड़ा कम हो। आप जहां के भी हैं, वहां जाकर कोरोना फैलाओ।”
उन्होंने साथ में दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर भी हमला किया था। उन्होंने कहा था कि उन्होंने तो गाड़ियों पर माइक बांधकर लोगों से कहा कि आप लोग निकल जाएं। इसके चलते यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में जहां कोरोना की तीव्रता नहीं थी, वहां भी कोरोना ने लोगों को अपने लपेटे में ले लिया है। यह कैसी राजनीति है, जिसने मानव जाति पर आए संकट में भी मौका नहीं गंवाया। कांग्रेस के आचरण से मैं ही नहीं बल्कि पूरा देश अचंभित है। कुछ लोगों ने जिस तरह से व्यवहार किया, उससे यह सवाल खड़ा होता है कि क्या यह देश और उसके लोग आपके नहीं हैं।
(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)
Leave a Reply