अमित शाह राज्यसभा में बोले- ओवैसी से विनती है सुरक्षा ले लें और हमारी चिंता दूर करें

अमित शाह राज्यसभा में बोले- ओवैसी से विनती है सुरक्षा ले लें और हमारी चिंता दूर करें

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सोमवार को राज्यसभा में बीते दिनों असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुए हमला पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि न तो हापुड़ में ओवैसी का कोई कार्यक्रम था और न ही प्रशासन को उनके उस रूट से जाने की जानकारी दी गई थी।

अमित शाह ने कहा कि वे ओवैसी से विनती करते हैं कि ओवैसी सरकार की तरफ से दी जा रही सुरक्षा ले लें। गृह मंत्री सदन में कहा कि 3 फरवरी 2022 को 5:30 पर सांसद जनसंपर्क से वापस लौट रहे थे। तब दो अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी गाड़ी पर गोली चलाई। इस घटना को तीन गवाहों ने देखा भी था। घटना को लेकर पिलखुवा में FIR भी दर्ज हुई है। इसकी विवेचना की जा रही है।

उन्होंने कहा कि मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को अरेस्ट किया गया, उनके पास से दो अनधिकृत पिस्तौल और एक ऑल्टो कार बरामद की गई। फोरेंसिक टीम कार और घटना स्थल की सूक्ष्म जांच कर रही है और साक्ष्य जुटा रही है।

ये भी पढ़ें: लोकसभा में ओवैसी बोले- नहीं चाहिए Z सिक्योरिटी, आरोपियों पर लगे UAPA

उन्होंने आगे कहा, “ओवैसी ने सुरक्षा लेने से इनकार किया है। मैं सदन के माध्यम से ओवैसी को विनती करना चाहूंगा कि वो तत्काल प्रभाव से सुरक्षा ले लें और हम सब की चिंता का समाधान करें।” अमित शाह ने बताया कि पहले भी कई मौकों पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के आकलन के बाद ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश केंद्र सरकार ने जारी किए हैं। लेकिन ओवैसी ने इससे इनकार कर दिया है। इस वजह से दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस द्वारा उनको सुरक्षा देने का प्रयास सफल नहीं हो पाया।

उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि हापुड़ में उनका (ओवैसी) कोई कार्यक्रम नहीं था न इस रूट से जाने की प्रशासन को कोई जानकारी थी। ओवैसी सुरक्षित दिल्ली पहुंच गए। फिलहाल, दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है। ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने की बात कही गई। खतरे का मूल्यांकन कराया गया Z श्रेणी सुरक्षा दी गई है। लेकिन मौखिक रूप से उन्होंने सुरक्षा लेने से मना किया।

उल्लेखनीय है कि बीते गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी जब मेरठ से जनसभा करके लौट रहे थे तो हापुड़ टोल प्लाजा पर उनकी कार पर दो हमलावरों ने हमला हुआ था। उनपर 3-4 गोलियां चलाई गई थीं, जिसके कार पर निशान ओवैसी ने खुद ट्वीट करके दिखाए थे। हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया था। बाद में दो आरोपियों को पिलखुवा पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

ये भी पढ़ें: कौन हैं ओवैसी पर हमला करने वाले शुभम और सचिन?

घटना के बाद केंद्र सरकार ने ओवैसी को जेड कैटेगरी की सुरक्षा देने की बात कही थी, लेकिन ओवैसी ने सुरक्षा लेने से साफ इनकार कर दिया था। हालांकि एआईएमआईम नेता असदुद्दीन ओवैसी गृह मंत्री अमित शाह को खत लिखने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि वह खत में वह अपने खर्चे पर बुलेट प्रूफ गाड़ी रखने की मांग करेंगे। ओवैसी के पास एक हथियार रखने का लाइसेंस है और उसी लाइसेंस के आधार पर ग्लॉक हथियार भी रखने की अनुमति मांगेंगे।

घटना के अलगे दिन AIMIM प्रमुख ने लोकसभा में अपने ऊपर हुए हमला को लेकर बयान दिया था। ओवैसी ने केंद्र सरकार से पूछा था कि जिन लोगों ने यह कट्टरता दिखाई है, और उनपर हमला किया है उनपर UAPA क्यों नहीं लगाया जाता? ओवैसी ने कहा कि उनपर चार राउंड गोलियां चलाई गईं। ये लोग कैसे कट्टर हुए। आखिर ये कौन लोग हैं जो गोली पर भरोसा करते हैं, बैलेट पर नहीं करते। वे अंबेडकर के बनाएं संविधान के खिलाफ हैं।

उन्होंने कहा था कि इंटरनल सिक्योरिटी डिपार्टमेंट में तमाम मजहबों के लोगों का सेल बनाया जाना चाहिए। ये कट्टर हो गए हैं तो इससे सांप्रदायिकता बढ़ेगी। जो गलती एनडीए-1 ने की थी आप भी वही गलती कर रहे हैं। इससे देश की शालीनियत को खतरा होगा और देश को नुकसान होगा, सरकार को नुकसान होगा। उन्होंने फिर केंद्र सरकार से पूछा कि सोशल मीडिया पर अगर कोई कुछ गलत कहता है तो उसपर यूएपीए लगता है। जिन लोगों ने ये कट्टरता दिखाई है, इनपर यूएपीए क्यों नहीं लगाया जाता।


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.