रूस ने 36 देशों की एयरलाइन्स पर लगाया प्रतिबंध, देखें देशों की सूची

रूस ने 36 देशों की एयरलाइन्स पर लगाया प्रतिबंध, देखें देशों की सूची

यूक्रेन पर रूसी हमले का आज 5वां दिन है। इसी बीत दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल की शांति वार्ता हुई। यह शांति वार्ता यूक्रेन और बेलारूस की सीमा पर हुई। माना जा रहा है कि अगर वार्ता सफल होती है तो युद्धविराम लग सकता है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि वो चाहता है कि तुरंत संघर्ष विराम लागू हो और रूसी सेना को बाहर निकाला जाए। दूसरी तरफ, रूस के मध्यस्थ व्लादिमीर मिदियंस्की ने कहा है कि रूस ऐसा समझौता चाहता है जो दोनों पक्षों के हित में हो।

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दूसरी तरफ, रूस ने 36 देशों की उड़ानों पर पाबंदी लगा दी है। जिन देशों की एयरलाइन्स पर रूस ने बैन किया है, उनमें इसमे अल्बानिया, एंगुइला, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, जर्मनी, जिब्राल्टर, हंगरी, ग्रीस, डेनमार्क, कनाडा, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक गणराज्य, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्सी, आयरलैंड, आइसलैंड के नाम शामिल है। इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन और यूनाइटेड किंगडम के एयरलाइन्स पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

रूस की तरफ से ये फैसला यूरोपीय यूनियन के कड़े पाबंदियों के एलान के बाद लिया है। यूरोपीय यूनियन ने अपने फैसले में ‘रूस के स्वामित्व वाले, रूस में पंजीकृत और रूस के नियंत्रण वाले विमानों’ के अपने हवाई क्षेत्र में दाखिल होने पर रोक लगा दी थी। ब्रिटेन ने एयरोफ्लोट विमानों के अपने यहां उतरने पर पाबंदी लगा दी थी। इसके जवाब में रूस ने ब्रिटिश एयरलाइन्स पर पाबंदी का एलान किया।

इसी बीच रूस ने भारतीय मीडिया में चल रही खबरों को लेकर को नाराजगी जाहिर की है। रूसी दूतावास ने मीडिया ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है। भारत में मौजूद रूसी दूतावास ने ट्वीट कर कहा है कि यूक्रेन में जारी संकट को देखते हुए भारतीय मीडिया से सटीक सूचनाएं देने का अनुरोध किया जा रहा है ताकि भारत के लोगों को निष्पक्ष जानकारी मिल सके।

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रूसी दूतावास ने कहा है, ”रूस ने यूक्रेन और उसके लोगों के खिलाफ युद्ध नहीं छेड़ा है। यह रूस का खास सैन्य अभियान है, जो यूक्रेन के सैन्यीकरण और नाजीकरण को रोकना चाहता है। डोनबास में यूक्रेन ने पिछले आठ साल से जो युद्ध छेड़ रखा है, रूस उसे भी खत्म करना चाहता है।”

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दूतावास ने यूक्रेन पर जारी रूसी हमलों के बारे में कहा कि रूसी सेना काफी संयम बरत रही है। वह यूक्रेन के नागरिकों और शहरों पर हमले नहीं कर रही है। वह सिर्फ यूक्रेन के मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रही है।

रूसी दूतावास ने अपने ट्वीट में कहा कि रूसी सेना यूक्रेनी सेना की तरह प्रतिबंधित हथियारों का इस्तेमाल नहीं कर रही है और न नागरिकों को मानव ढाल बना रही है। वह युद्ध बंदियों के साथ काफी इज्जत से पेश आ रही है।

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रूसी दूतावास ने ट्वीट में आगे कहा है, ”रूस लगातार बातचीत और विचार-विमर्श के लिए प्रयास करता रहा है।” एक अन्य ट्वीट में दूतावास ने कहा, ”यूक्रेन में परमाणु संयंत्र सुरक्षित हैं। IAEA ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। अगर इनसे जुड़ी कोई गलत सूचना आती है तो यह पूर्वाग्रह से प्रेरित और गुमराह करने वाली होगी।”


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