सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को दिल्ली आईटीओ के पास स्थित दिल्ली गेट कब्रिस्तान में आज सोमवार शाम को सपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इससे पहले खबर आई थी कि उन्हें शाहीन बाग कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। हालांकि, उनके परिजन चाहते थे कि उनकी मिट्टी उनके गांव सीवान में किया जाए।
इसके लिए परिजनों ने कानूनी लड़ाई लड़ी पर इनकी मय्यत प्रताबपुर ले जाने की इजाजत नहीं दी गई। इसके बाद उन्हें दिल्ली गेट कब्रिस्तान में दफना दिया गया। आज दिनभर दीनदयाल अस्पताल के बाहर शहाबुद्दीन के परिजनों का जमावड़ा लगा रहा। फिर जब बात नहीं बनी तो उन्हें दिल्ली स्थित अस्पताल में सपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। प्रशासन ने केवल 50 लोगों को जनाजे में शिरकत की इजाजत दी थी।
सिस्टम के आगे हार गया इंसान। ITO स्थित दिल्ली गेट कब्रिस्तान में सपुर्द-ए-खाक हुए Doctor मोहम्मद शहाबुद्दीन pic.twitter.com/hSumQzSf6f
— Shamim Akhtar(Shammu) (@ShamimA74969117) May 3, 2021
पहले जनाजा हुआ और उसके बाद उन्हें सपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। आज सुबह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से पूर्व सांसद के शव को उनके परिजनों को सौंपने की अपील की थी।
दिल्ली के ITO क़ब्रिस्तान में शेर-ए-बिहार मुहम्मद शहाबुद्दीन साहब की नमाज़-ए-जनाज़ा हो गई है। अल्लाह अपने हबीब के सदके साहब की मग़फ़िरत फ़रमाये। घर वालों को सब्र दे और उनके बेटे ओसामा शहाब भाई को हिम्मत और हौसला दे। 😢#ShahabuddinSaheb pic.twitter.com/1WnBiZIURc
— Shahnawaz Ansari (@shanu_sab) May 3, 2021
ये भी पढ़ें: शहाबुद्दीन के लिए मैदान में उतरे ओवैसी, कहा- मय्यत को परिवार के हवाले किया जाए
उन्होंने कहा कि मरहूम शहाबुद्दीन साहब के घर वाले उनकी तदफीन सीवान में करना चाहते हैं। लेकिन अधिकारी इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं और उनकी मय्यत को घरवालों के हवाले नहीं कर रहे हैं।
ITO कब्रिस्तान में जनाजे की नमाज़ हो गयी…
— Shamim Akhtar(Shammu) (@ShamimA74969117) May 3, 2021
दुआ की गुजारिश है…#Shahabuddin pic.twitter.com/FHpry3F0tH
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा था कि शहाबुद्दीन साहब का ठीक से इलाज नहीं हुआ, उन्हें एक कोविड मरीज के साथ ही रखा गया। अमित शाह, कम-से-कम उनके गमज़दा घरवालों को विदाई अपने हिसाब से करने से नहीं रोकना चाहिए। जाहिर-सी बात है कि वे भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करेंगे।
ये भी पढ़ें: ऑक्सीजन मिलने में हुई देरी, कर्नाटक के चमराजानगर में 24 मरीजों की मौत

ओवैसी के अलावा आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्लाह खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील किया था कि मरहूम शहाबुद्दीन साहब का एक तो ठीक से इलाज नहीं किया गया था और जब उनके घर वाले उनकी तदफ़ीन सिवान में करना चाहते हैं तो इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं। और न ही उनकी मय्यत उनके घर वालों के हवाले किया जा रहा है। केंद्र सरकार से मेरी गुज़ारिश है कि उनके परिवार वालों की मदद करें।
उल्लेखनीय है कि सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन हत्या के मामले में बीते लंबे कई सालों से सजा काट रहे थे। वे दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। जेल प्रशासन के मुताबिक, शहाबुद्दीन को 20 अप्रैल को तब अस्पताल ले जाया गया था, जब उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। लेकिन 1 मई को उनकी मौत की खबर आई।
प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, कहानी-कविता, संपादकीय, लाइफस्टाइल, मनोरंजन और साहित्य की खबरें पाने के लिए ‘न्यूज बताओ’ के फेसबुक और ट्विटर हैंडल से जुड़ें। क्लिक कर लाइक और फॉलो करें!
Leave a Reply