दिल्ली गेट कब्रिस्तान में सपुर्द-ए-खाक हुए मोहम्मद शहाबुद्दीन

दिल्ली गेट कब्रिस्तान में सपुर्द-ए-खाक हुए मोहम्मद शहाबुद्दीन

सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को दिल्ली आईटीओ के पास स्थित दिल्ली गेट कब्रिस्तान में आज सोमवार शाम को सपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इससे पहले खबर आई थी कि उन्हें शाहीन बाग कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। हालांकि, उनके परिजन चाहते थे कि उनकी मिट्टी उनके गांव सीवान में किया जाए।

इसके लिए परिजनों ने कानूनी लड़ाई लड़ी पर इनकी मय्यत प्रताबपुर ले जाने की इजाजत नहीं दी गई। इसके बाद उन्हें दिल्ली गेट कब्रिस्तान में दफना दिया गया। आज दिनभर दीनदयाल अस्पताल के बाहर शहाबुद्दीन के परिजनों का जमावड़ा लगा रहा। फिर जब बात नहीं बनी तो उन्हें दिल्ली स्थित अस्पताल में सपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। प्रशासन ने केवल 50 लोगों को जनाजे में शिरकत की इजाजत दी थी।

पहले जनाजा हुआ और उसके बाद उन्हें सपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। आज सुबह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से पूर्व सांसद के शव को उनके परिजनों को सौंपने की अपील की थी।

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उन्होंने कहा कि मरहूम शहाबुद्दीन साहब के घर वाले उनकी तदफीन सीवान में करना चाहते हैं। लेकिन अधिकारी इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं और उनकी मय्यत को घरवालों के हवाले नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा था कि शहाबुद्दीन साहब का ठीक से इलाज नहीं हुआ, उन्हें एक कोविड मरीज के साथ ही रखा गया। अमित शाह, कम-से-कम उनके गमज़दा घरवालों को विदाई अपने हिसाब से करने से नहीं रोकना चाहिए। जाहिर-सी बात है कि वे भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करेंगे।

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ITO स्थित दिल्ली गेट कब्रिस्तान में सपुर्द-ए-खाक हुए मोहम्मद शहाबुद्दीन

ओवैसी के अलावा आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्लाह खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील किया था कि मरहूम शहाबुद्दीन साहब का एक तो ठीक से इलाज नहीं किया गया था और जब उनके घर वाले उनकी तदफ़ीन सिवान में करना चाहते हैं तो इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं। और न ही उनकी मय्यत उनके घर वालों के हवाले किया जा रहा है। केंद्र सरकार से मेरी गुज़ारिश है कि उनके परिवार वालों की मदद करें।

उल्लेखनीय है कि सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन हत्या के मामले में बीते लंबे कई सालों से सजा काट रहे थे। वे दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। जेल प्रशासन के मुताबिक, शहाबुद्दीन को 20 अप्रैल को तब अस्पताल ले जाया गया था, जब उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। लेकिन 1 मई को उनकी मौत की खबर आई।

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