कोरोना के दौरान हो रही मौत को लेकर हर दिन कोई-न-कोई सवाल घड़े हो रहे हैं। कई जगहों से कोरोना डेटा में हेरफेर की खबरें पहले भी आ चुकी हैं। अब दिल्ली के केजरीवाल सरकार के तरफ से दिए आंकड़ों पर सवाल खड़े हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से देश में 2,020 लोगों की मौत हुई जबकि राजधानी दिल्ली में 277 ने अपनी जान गंवाई है।
लेकिन दिल्ली में बीते एक सप्ताह के आंकड़ों में बड़ा हेरफेर नजर आ रहा है। नगर निगम ने जो आंकड़े जारी किए और केजरीवाल सरकार ने जो मौत की संख्या बताया है उसमें बड़ा अंतर सामने आया है।
आउटलुक पत्रिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के तीनों नगर निगमों से मिली जानकारी और रिपोर्ट के अनुसार 12 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच कोरोना से मरने वाले 1688 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि दिल्ली सरकार की तरफ जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, इस अवधी में 1078 लोगों की मौत हुई। यानी की दोनों आंकड़ों में 610 का अंतर है।
ये भी पढ़ें: ‘जय श्री राम’ नहीं कहा तो BJP कार्यकर्ता ने कर दी 10 साल के बच्चे की पिटाई
दिल्ली के तीनों नगर निगम- दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली नगर निगमों के अलग-अलग श्मशान घाटों पर 12 अप्रैल की शाम 6 बजे तक कुल 117 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि दिल्ली सरकार और से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार इस दिन 72 लोगों की मौत हुई।

इसी तरह से नगर निगम से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, 13 अप्रैल को 143 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया जबकि दिल्ली सरकार ने जो आंकड़ा जारी किया उसमें सिर्फ 81 लोगों के ही मरने की बात कही गई।
अगर 14 अप्रैल की आंकड़ों की बात करें तो तीनों नगर निगम के कुल आंकड़ों के मुताबिक, इस दिन 149 लोगों का अंतिम संस्कार हुए। जबकि दिल्ली सरकार ने आंकड़ा जारी किया उसमें 104 लोगों की मौत की बात कही गई।
ये भी पढ़ें: प्रियंका चोपड़ा कोरोना की डरावनी स्थिति पर बोलीं- मैं भीख मांगती हूं आप घर पर रहें!
मिली जानकारी के आधार पर आउटलुक ने बताया है कि 15 अप्रैल 174 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कुल 112 लोगों ने जान गंवाई। इसी प्रकार से 16 अप्रैल को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक, 193 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि सरकारी अपने आंकड़ों में बताया कि 141 लोगों की मौत हुई।

तीनों नगर निगम के मुताबिक, 17 अप्रैल को कुल 265 शवों का अंतिम संस्कार किया गया जबकि केजरीवाल सरकार ने बताया कि 167 लोगों की मौत हुई। 18 अप्रैल के आंकड़ों में हेरफेर देखने को मिला। इस दिन नगर निगमों के मुताबिक, 290 शवों का विभिन्न घाटों पर अंतिम संस्कार किया गया जबकि केजरीवाल सरकार ने बताया कि 161 लोगों की मौत हुई।
19 अप्रैल का भी इसी तरह के आंकड़े सामने आए हैं। दिल्ली के तीनों नगर निगम के मुताबिक, इस दिन सबसे अधिक मौतें हुई है। एक दिन में कुल 357 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है। जबकि दिल्ली सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में 240 लोगों की मौत का आंकड़ा बताया गया।
ये भी पढ़ें: जब रामप्रताप सिंह को दफना दिया गया और नसीर अहमद को चिता पर लेटा दिया गया
पूरे एक आंकड़ों पर गौर किया जाए तो नगर निगमों और सरकार के आंकड़ों में भारी विरोधाभास दिखता है। कुल 610 लोगों के मौत सरकार ने कम बताए। अगर पीछे की ओर जाया जाए तो यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
जब इस पूरे मामले पर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर अनामिका मिथिलेश के पूछा गया तो उन्होंने कहा, “आंकड़ों में सरकार हेरफेर कर रही है, इस बात पर मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगी लेकिन, जो नगर निगम के आंकड़े हैं वही वास्तविक आंकड़े हैं। नगर निगम ही शवों का अंतिम संस्कार करवा रही है।”
प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, कहानी-कविता, संपादकीय, लाइफस्टाइल, मनोरंजन और साहित्य की खबरें पाने के लिए ‘न्यूज बताओ’ के फेसबुक और ट्विटर हैंडल से जुड़ें। क्लिक कर लाइक और फॉलो करें!
Leave a Reply