कंगना रनौत को पीस एंड हार्मनी कमेटी ने जारी किया समन, 6 दिसंबर को पेश होने का आदेश

कंगना रनौत को पीस एंड हार्मनी कमेटी ने जारी किया समन, 6 दिसंबर को पेश होने का आदेश

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को दिल्ली विधानसभा की पीस एंड हार्मनी कमेटी ने 6 दिसंबर को एसेंबली में पेश होने का फरमान जारी किया है। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा की अगुवाई वाली कमेटी ने कंगना को सिखों के बारे में उनके कथित बयान को लेकर समन जारी किया है।

इससे पहले दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस को बयान के संबंध में शिकायत की थी। प्रतिनिधिमंडल ने 22 नवंबर को मुंबई पुलिस के पश्चिमी क्षेत्र के एडिश्नल कमिश्नर संदीप पी. कार्णिक से मिलकर कंगना रनौत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की थी।

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उन्होंने इसके लेकर ट्विट किया जिसमें लिखा था कि किसानों और सिख समुदाय के खिलाफ जहर उगलने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। दिल्ली पुलिस में भी मनजिंदर सिंह सिरसा ने कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

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उन्होंने अपनी शिकायत में कंगना पर घृणा फैलाने वाला बयान देने का आरोप लगाया है। इतना ही उन्होंने कंगना को दिए गए पद्मश्री सम्मान भी वापस लेने की मांग की है। समिति का कहना है कि सोशल मीडिया पर दिए गए अपने एक्ट्रेस ने जानबूझकर किसानों के आंदोलन को ‘खालिस्तानी आंदोलन’ बताया।

समन जारी करने वाली कमेटी अपने बयान में कहा गया है कि कंगना रनौत ने सिख समुदाय के खिलाफ ‘आपत्तिजनक और अपमानजनक’ भाषा का उपयोग किया। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के बयान के मुताबिक, कंगना ने सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर वह पोस्ट तैयार किया गया और आपराधिक मंशा से उसे साझा किया गया।

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इससे पहले एक्ट्रेस ने राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्‍पणी थी। उन्होंने कहा था कि सुभाषचंद्र बोस और भगत सिंह को महात्‍मा गांधी से समर्थन नहीं मिला था। यहीं नहीं, उन्होंने बापू के ‘अहिंसा के मंत्र’ का भी मजाक बनाया था।

कंगना रनौत ने तब कहा था कि एक और गाल आगे करने से आपको ‘भीख’ मिलती है आजादी नहीं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि देश को आजादी 1947 में नहीं बल्कि 2014 में नरेंद्र मोदी के जीत के बाद मिली।


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