माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में कैसे मची भगदड़, कैसे हुई 12 लोगों की मौत?

माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में कैसे मची भगदड़, कैसे हुई 12 लोगों की मौत?

जम्मू-कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर के परिसर में नए साल के दिन एक बड़ा हादसा हो गया है। भगदड़ में यहां 12 लोगों की मौत हो गई। जबकि 20 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। खबरों के मुताबिक, त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर हुआ।

दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूँ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं, दुर्घटना में घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों। मैंने जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और मौजूदा हालात की जानकारी ली।”

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया, ”कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में 12 लोगों की मौत हुई है और कई लोग जख्मी हुए हैं। यह दुर्घटना तड़के 2:45 बजे हुई। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, एक विवाद के कारण लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे और इसी से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।”

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मीडिया को कटरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोपाल दत्त ने बताया कहा है, ”माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत हुई है। मारे गए दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लोग हैं। अधिक जानकारी आनी अभी बाकी है। घायलों को बचाव के बाद नारायणा अस्पताल में ले जाया गया है।”

वहीं, प्रदेश के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे को लेकर दु:ख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया है, ”माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में हुई मौत से बेहद दु:खी हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।”

उप-राज्यपाल कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी है और पीएम मोदी ने पूरी मदद का भरोसा दिलाया है। उप-राज्यपाल के मुताबिक,हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार10-10 लाख रुपये और घायलों को दो लाख रुपये की सहायता राशि देगी। श्राइन बोर्ड घायलों के इलाज का खर्च भी उठाएगा।

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मनोज सिन्हा ने बताया है कि उन्होंने भगदड़ की घटना की एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है और इस जांच समिति की अध्यक्षता प्रमुख सचिव (गृह) करेंगे जिसमें एडीजीपी भी होंगे। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री नित्यानंद ने कहा कि गेट नंबर तीन पर जिस तरह भीड़ जुटी उससे ढलान पर भगदड़ मच गई।

नित्यानंद ने कहा कि वहां पंक्ति में खड़े कुछ युवाओं में बहस हो गई। इसके बाद लोग एक पर एक गिरे और माहौल बिगड़ता गया। उन्होंने भीड़ के मैनेजमेंट को लेकर कहा कि नीचे से तो लोगों को ठीक तरीके से भेजा जा रहा था लेकिन ऊपर पहुंचकर स्थिति बिगड़ी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे मामले पर खुद निगरानी बनाए हुए हैं।

इधर, एलजी जम्मू-कश्मीर के कार्यालय ने बताया कि भगदड़ की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस जांच समिति की अध्यक्षता प्रधान सचिव (गृह) करेंगे, जिसमें एडीजीपी, जम्मू और मंडलायुक्त, जम्मू सदस्य होंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना गाइडलाइन होने के बावजूद लोग माने नहीं और भीड़ लगाई। खासकर युवा लोग तो बिलकुल नहीं समझते।


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