भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व नेता और केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया। पश्चिम बंगाल चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कोलकाता स्थित टीएमसी भवन में टीएमसी की सदस्यता ली। पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
Former Union minister Yashwant Sinha joins TMC
— Press Trust of India (@PTI_News) March 13, 2021
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्रालय का संभाल चुके यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश अभूतपूर्व संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा, “देश आज अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहा है। लोकतंत्र की ताकत लोकतंत्र की संस्थाओं की ताकत में निहित होती है। न्यायपालिका सहित ये सभी संस्थान अब कमजोर हो गए हैं।”
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यशवंत सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, “अटल जी के समय में भाजपा सर्वसम्मति में विश्वास करती थी लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में विश्वास करती है। शिरोमणि अकाली दल, बीजेडी ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। आज बीजेपी के साथ कौन खड़ा है?”
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा कि बीते दिनों नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हुए हमले के बाद तय कि वो टीएमसी में शामिल होकर ममता का समर्थन करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता की अगुवाई में ही एक बार फिर से सरकार बनेगी।

उन्होंने कहा, “इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है। तोड़-मरोड़ कर चुनाव (8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के खयाल से लिया गया है।”
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पूर्व भाजपा नेता ने कहा, “मेरे फैसले से लोग चौंक रहे होंगे। मैं पार्टी पॉलिटिक्स से अलग हो गया था, लेकिन आज हमारे देश के मूल्य खतरे में है और उनका अनुपालन नहीं हो रहा है। प्रजातंत्र की ताकत हमारी संस्थाओं में निहित है, लेकिन आज हम संस्था कमजोर हो गई है। इसमें देश की न्यायपालिका भी शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार के मनमाने पर अंकुश लगाने वाला कोई बचा ही नहीं है।
वहीं, इस मौके पर टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, “हम यशवंत सिन्हा का हमारी पार्टी में स्वागत करते हैं। उनकी भागीदारी भाजपा के खिलाफ हमारी लड़ाई को मजबूत करेगी।” उल्लेखीय है कि यशवंत सिन्हा ने केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में दो बार काम किया। एक बार उन्होंने 1990 में चंद्रशेखर कैबिनेट में और फिर अटल कैबिनेट में वित्त और विदेश मंत्रालय का पोर्टफोलियो संभाला।
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