भाजपा ने कर्नाटक में नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को बनाने का निर्णय लिया है। यह फैसला विधायक दल की बैठक में लिया गया। बोम्मई को बी.एस. येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है। बोम्मई ‘जनता परिवार’ से ताल्लुक रखते हैं। येदियुप्पा कैबिनेट में बोम्मई गृह मंत्री रह चुके हैं।
बताया जाता है कि विधायक दल की बैठक में बसवराज बोम्मई के नाम का प्रस्ताव येदियुरप्पा ने खुद रखा। वहीं, दूसरी तरफ गोविंद करजोल ने इसका समर्थन किया। जिसके बाद सभी विधायकों ने सहमति जताई।
बोम्मई ने विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद येदियुरप्पा का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। विधायक दल की बैठक में कार्यवाहक मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के साथ बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी भी शामिल हुए।
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येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कई लोगों का नाम मुख्यमंत्री पद की रेस में सामने आया था पर इसमें सबसे आगे लिंगायत विधायकों में बसवराज बोम्मई ही चल रहे थे। येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
येदियुप्पा कुल मिलाकर सिर्फ दो साल का कार्यकाल पूरा किया। इससे पहले कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा था कि बीजेपी बी.एस. येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अगले 48 घंटों के भीतर मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करेगी। बीजेपी की राज्य इकाई पार्टी, आलाकमान द्वारा लिए गए फैसलों का पालन करेगी।
जनता दल से अपनी कैरियर की शुरुआत करने वाले बसवराज बोम्मई 2008 में बीजेपी में शामिल हुए और तब से लगातार पार्टी में ऊपर चढ़ते चले गए। वह पहले राज्य सरकार में ज.ल संसाधन मंत्री रहे हैं। येदियुरप्पा सरकार में वह गृह मंत्री भी थे।
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पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर बोम्माई ने अपने करियर की शुरुआत टाटा समूह से की थी। वह दो बार एमएलसी और तीन बार विधायक रहे हैं। उनके पिता एसआर बबोम्मई भी कर्नाटक के सीएम रह चुके हैं।
इससे पहले कर्नाटक क मुख्यमंत्री बनने वाले 22 नेताओं में से केवल तीन मुख्यमंत्री ही अपना कार्यकाल पूरा कर सके। राज्य में अब तक 9 मौकों पर मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल का एक साल भी पूरा नहीं कर सके।
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