हिंसक हुआ ट्रैक्टर रैली, कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प, हालात बेकाबू

हिंसक हुआ ट्रैक्टर रैली, कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प, हालात बेकाबू

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की ट्रैक्टर रैली ने हिंसक रूप ले लिया है। राजधानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प हुई है। लाखों का किसानों का जत्था दिल्ली में प्रवेश कर चुका है। एक तरह से अब पुलिस के हाथों से ममला निकलता जा रहा है।

खबरों के मुताबिक, आईटीओ पर किसानों ने पुलिस बस को हाईजैक कर लिया है। वहीं एक क्रेन भी छीन लिया और उस पर सवार होकर आगे निकल गए। आईटीओ पर किसानों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस को गोले छोड़े जा रहे हैं। लेकिन हालात बेकाबू होता जा रहा है।

ये भी पढ़ें: ट्रैक्टर रैली को रोकने के लिए पुलिस ने खड़ी की रातो-रात दीवार, किसानों ने तोड़ी

बताया जा रहा है कि दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से राजधानी में किसान प्रवेश कर रहे हैं। लगातार किसानों की भीड़ बढ़ती जा रही है। अधिकतर मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया है। सेंट्रल दिल्ली को जाने वाली सभी सड़कों को बैरिकेड कर दिया गया है।

हिंसा की घटनाओं के बारे में जब भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत से पूछा गया तो उन्होंने कहा, “रैली शांतिपूर्वक चल रही है। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। हम गाजीपुर में हैं और यहां ट्रैफिक को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं।

किसान मुकरबा चौक पर आउटर रिंग के तरफ जाना चाह रहे थे लेकिन पुलिस जाने नहीं दिया। यही नहीं पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े दिए। जिसके बाद वहां माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। दूसरी तरफ दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर अक्षरधाम की तरफ बढ़ रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और किसानों को पीछे हटने को मजबूर कर दिया।

ये भी पढ़ें: पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे, कई जगहों पर तनाव की स्थिति

किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने सिंघु बॉर्डर से कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे और वापस आ जाएंगे। हमें रिंग रोड पर जाना है लेकिन पुलिस रोक रही है। लोग आ रहे हैं उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे। 30-45 मिनट का समय दिया गया है तब तक हम यहीं बैठेंगे और फैसला करेंगे।”

Leave a Reply

Your email address will not be published.