विजय राज ने यौन उत्पीड़न के आरोप पर तोड़ी चुप्पी, कहा- इंडस्ट्री रहने के लिए खतरनाक जगह है

विजय राज ने यौन उत्पीड़न के आरोप पर तोड़ी चुप्पी, कहा- इंडस्ट्री रहने के लिए खतरनाक जगह है

मुम्बई: बॉलीवुड अभिनेता विजय राज ने यौन उत्पीड़न के खुद पर लगे आरोप पर चुप्पी तोड़ी है। एक महिला क्रू सदस्य ने उन पर उनकी आने वाली फिल्म ‘शेरनी’ के सेट पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मध्य प्रदेश के बालाघाट में कोरोना महामारी के चलते एक लंबे अंतराल के बाद फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी। विद्या बालन फिल्म की हिरोइन हैं। शूटिंग की लोकेशन से थोड़ी दूर गोंडिया नाम की जगह पर फिल्म के सभी कास्ट और क्रू (फिल्म के अभिनेताओं के अलावा अन्य सदस्य) एक होटल में रह रहे थे। गोंडिया पुलिस ने 2 नवंबर को देर रात विजय राज को गिरफ्तार किया था। हालांकि, उन्हें अगली सुबह एक स्थानीय न्यायालय ने सशर्त जमानत दे दी थी।

घटना के बाद विजय राज तुरंत मंबई वापस आ गए। उन्हें एबंदांतिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 3 नवंबर को एक ईमेल आया जिसमें लिखा गया था कि इस शिकायत की वजह से उन्हें फिल्म से अस्थायी रूप से निष्कासित किया जाता है। फिल्म के निर्माताओं ने इस मामले में एक आंतरिक शिकायत कमेटी (आईसीसी) का गठन भी किया है। यह कमेटी विजय राज पर लगे लैंगिक शोषण के आरोप की जांच करेगी। इस मामले पर अभी तक विजय राज ने कुछ नहीं कहा था।

अब विजय राज ने अपने ऊपर लगे आरोप गलत करार दिया है। अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में उन्होंने कहा है, “महिला सुरक्षा सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। मेरी खुद की एक 21 साल की बेटी है। इसलिए मैं इसकी जरूरत को बेहतर तरीके से समझता हूं। मैं हर तरह से तहकीकात में मदद करने के लिए तैयार हूं। हालांकि, बिना किसी जांच के मेरी आने वाली फिल्मों से मुझे निष्कासित कर देना, निकाल देना, चौंकाने वाला है। इसे बताने के लिए मेरे पास शब्द नही हैं। ये रहने के लिए खतरनाक जगह है।”

उन्होंने आगे कहा, “इस फिल्म इंडस्ट्री में मैं 23 सालों से काम कर रहा हूं। बहुत मेहनत से मैंने अपना करियर बनाया है। तिनका-तिनका जोड़ के मैंने अपना घर बनाया है। कोई किसी का भी करियर बर्बाद कर सकता है? किसी ने बोल दिया और आपने मान लिया कि मैं एक उत्पीड़क हूं? लोग मजबूर होते हैं कि वे कहानी का दूसरा हिस्सा सुने बगैर ही निर्णय सुना देते हैं। इस केस का निर्णय कुछ भी हो, आप पर एक ठप्पा तो लग ही जाता है। जांच के पहले ही मुझे दोषी करार दे दिया गया है। रोजगार कमाने का मेरा हक बुरी तरह प्रभावित हुआ है। क्या यहां मैं पीड़ित नही हूं? दिल्ली में रह रहे मेरे पिता और मेरी युवा बेटी को भी समाज का सामना करना पड़ता है।”

विजय राज ने कहा, “इस क्रू के साथ मैं पिछले एक साल से काम कर रहा हूं। हम सेट पर क्रिकेट खेलते हैं। हम साथ में ऐसे रहते हैं। फिर भी जब मुझे बताया गया कि वह असहज थीं, मैंने माफी मांग ली। यह सारी क्रू के सामने हुआ था। मेरी माफी का यह मतलब था कि मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं। लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल भी नहीं कि मैं पुलिस स्टेशन में आपके लगाए आरोपों को स्वीकार करता हूं। माफी मांगने का यह मतलब यह नहीं कि आप गलत हैं। इसका मतलब यही है कि आप किसी की भावनाओं की कद्र करते हैं। बिना किसी जांच के अगर लोग चीजों के निष्कर्ष पर पहुंच जाएंगे तो मेरी इतने सालों की मेहनत खड्डे में चली जाएगी। यह एक तरफा नहीं होना चाहिए। सच हमेशा रहता है लेकिन नुकसान तो हो चुका है।”

वहीं बॉम्बे टाइम्स के मुताबिक, विजय राज की वकील सवीना बेदी सचर ने बताया, “यह साफ करना जरूरी हो जाता है कि विजय राज खुद पर लगे आरोपों के खिलाफ अपनी सफाई पेश करेंगे। एक अभिनेता और सार्वजनिक हस्ती होने के कारण उन्होनें बहुत नुकसान झेला है। यह यब कुछ एक आरोप के तहत हो रहा है, वह भी उस गुनाह के लिए जिसका उन्हें विश्वास है कि उन्होंने किया भी नहीं। विजय राज किसी गैर-जमानती अपराध के आरोपी नहीं हैं इसलिए माननीय न्यायालय ने उन्हें जमानत दे दी है। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि अच्छे मन से मांगी गई माफी को ही उनके खिलाफ इस्तेमाल किया जाएगा। हमें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।”

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