ग्लेशियर फटने से दो हाइड्रो प्रोजेक्ट बांध टूटा, करीब 150 लोग लापता, अब तक 2 शव बरामद

ग्लेशियर फटने से दो हाइड्रो प्रोजेक्ट बांध टूटा, करीब 150 लोग लापता, अब तक 2 शव बरामद

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही आई है। आनन-फानन में रेस्क्यू टीम को रवाना किया गया है। गंगा किनारे बसे जिलों में अर्लट जारी किया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के बिजनौर, कन्नौज फतेहगढ़, प्रयागराज, कानपुर, मिर्ज़ापुर, गढ़मुक्तेश्वर, गाजीपुर, वाराणसी में भी हाई अर्लट जारी किया गया है।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, “करीब 50-100 लोग लापता हैं। दो शव बरामद किए गए हैं, कुछ घायलों को बचाया गया है। स्थिति नियंत्रण में हैं। तपोवन-रैणी में बिजली परियोजना पूरी तरह से बह गई है।”

शुरूआती जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले में एवलांच के बाद ऋषिगंगा और फिर धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है। बताया जा रही है कि जब यह हादसा हुआ, तब दोनों प्रोजेक्ट पर भारी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। करीब 150 लोगों के लापता होने की आशंका है। कुछ वीडियो में स्थानीय लोगों को ये कहते देखा जा सकता है कि काम करने वाले सभी मलबे में बह गए।

पुलिस लाउडस्पीकर से नदी किनारे बसी बस्तियों को अलर्ट कर रही है और लोगों को हटा रही है। वहीं, कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग अपना मकान खाली कर रहे हैं। फंसे लोगों के लिए हेल्प-लाइन नंबर जारी किया गया है।

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राष्ट्री आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख एस.एन. प्रधान ने बयान जारी कर कहा, “चोमोली और जोशीमठ के आसपास ग्लेशियर फटने से बांध पर असर हुआ है। ग्लेशियर ऋषिगंगा पर आकर गिरा है, बीआरओ द्वारा जो ब्रिज बनाया जा रहा था उस पर भी असर हुआ है। SDRF और ITBP पहले से जोशीमठ में है। हम NDRF की 3-4 टीमों को रवाना कर रहे हैं।”

वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा, “अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं। मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूँ।”

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मुख्यमंत्री ने विनती करते हुए कहा कि अफवाह न फैलाएं और पुराने वीडियो, फोटो को शेयर न करें। उन्होंने कहा, “मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूँ – मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने video share कर panic ना फैलाएँ। स्थिति से निपटने के सभी ज़रूरी कदम उठा लिए गए हैं । आप सभी धैर्य बनाए रखें।”

आपदा पर जानकारी देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, “चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है। नदी में अचानक पानी आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को हटाया जा रहा है।”

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उल्लेखनीय है कि इसी महीने के आखिरी सप्ताह से हरिद्वार में कुंभ मेला होना है। अगर खतरा बढ़ता है तो राज्य सरकार को कुछ ठोस कदम उठाने होंगे या फिर कार्यक्रम को रद्द करना पड़ सकता है।

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