ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर और महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न का 52 साल की उम्र में निधन शुक्रवार को हो गया है। वॉर्न के प्रबंधन ने एक संक्षिप्त बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर्ट अटैक के चलते वॉर्न की निधन हुआ। उनके निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई। पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने उनकी तस्वीर के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, “यकीन नहीं कर सकता। महान स्पिनरों में से एक, स्पिन को कूल बनाने वाले सुपरस्टार शेन वॉर्न नहीं रहे। उनके परिवार, दोस्तों, दुनिया भर में उनके फैंस के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
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— Fox Cricket (@FoxCricket) March 4, 2022
Australia cricket legend, Shane Warne, dies of ‘suspected heart attack’, aged 52.
Details: https://t.co/Q83t5FWzTb pic.twitter.com/YtQkY8Ir8p
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दिग्गज पेसर शोएब अख्तर ने लिखा, “अभी-अभी महान स्पिनर शेन वॉर्न के निधन की दुखद खबर मिली। मेरे पास शब्द नहीं हैं कि मैं कितना स्तब्ध और दुखी हूं। क्या महान शख्सियत, क्रिकेटर और इंसान थे।”
वॉर्न ने निधन के कुछ घंटे पहले ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज रोडनी मार्श के निधन पर शोक जताया था। उन्होंने लिखा था, “रॉड मार्श के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। वह हमारे महान खेल के लीजेंड थे और कई युवा लड़कों और लड़कियों के लिए प्रेरणा थे। रॉड ने क्रिकेट की बहुत परवाह की और बहुत कुछ दिया-खासकर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को। रोस और परिवार को ढेर सारा प्यार और ढेर सारा प्यार भेजना। RIP साथी।”
Sad to hear the news that Rod Marsh has passed. He was a legend of our great game & an inspiration to so many young boys & girls. Rod cared deeply about cricket & gave so much-especially to Australia & England players. Sending lots & lots of love to Ros & the family. RIP mate❤️
— Shane Warne (@ShaneWarne) March 4, 2022
शेन वॉर्न ने 1993 के एशेज के दौरान मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में इंग्लैंड के माइक गेटिंग को जिस गेंद पर बोल्ड किया था, उसे क्रिकेट इतिहास की सर्वश्रेष्ठ गेंद कही जाती है। उस गेंद ने वॉर्न की जिंदगी बदल कर रख दी थी।
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वॉर्न ने कलाई की जादूगरी से अपने समय के लगभग सभी दिग्गजों को अपनी फिरकी के जाल में फंसाया। वॉर्न ने अपने 145 मैचों के टेस्ट करियर में 708 विकेट चटकाए, जो मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक है।
शेन वॉर्न ने अपना आखिरी टेस्ट जनवरी 2007 में खेला। 1999 में वह ऑस्ट्रेलिया के उपकप्तान भी बने, लेकिन उन्हें कभी कप्तान बनने का मौका नहीं मिला। वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद वॉर्न ने आईपीएल में पहली बार कप्तानी की और पहले ही सीजन में राजस्थान रॉयल्स को चैम्पियन बना डाला।
शेन वॉर्न की गिनती दुनिया के महान गेंदबाजों में होती है। विक्टोरिया में 13 सितंबर 1969 को जन्मे वॉर्न ने अपने करियर में 145 टेस्ट, 194 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 708 और वनडे फॉर्मेट में कुल 293 विकेट लिए। इसके अलावा फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 1319 विकेट दर्ज हैं।
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