कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की हालिया पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन ऑवर टाइम्स’ पर बवाल मचा हुआ है। जहां महबूबा मुफ्ती जैसे लोगों ने किताब में लिखी बातों का समर्थन किया है, वहीं विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार को VHP ने सलमान खुर्शीद का पुतला फूंका गया और जमकर नारेबाजी की गई। इतना ही नहीं विश्व हिंदू परिषद ने सलमान खुर्शीद की जुबान तक काटने की धमकी दे डाली।
विश्व हिंदू परिषद ने थाना सदर बाजार क्षेत्र के खिरनी बाग चौराहे पर सलमान खुर्शीद का पुतला फूंका और कहा कि ऐसे लोगों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए। VHP के जिला मंत्री राजेश अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार तत्काल सलमान खुर्शीद की किताब को प्रतिबंधित करे और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करे। विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि सलमान खुर्शीद जैसे लोगों को हिंदुस्तान में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे लोगों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए।
उधर, पटियाला हाउस कोर्ट में एक निषेधाज्ञा मुकदमा दायर किया गया है, जिसमें सलमान खुर्शीद की किताब पर समाज के एक बड़े वर्ग की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। इसमें खुर्शीद की पुस्तक के प्रकाशन, प्रसार और बिक्री को रोक लगाने के निर्देश की मांग की गई है। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अधिवक्ता अक्षय अग्रवाल और सुशांत प्रकाश के माध्यम से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन ऑवर टाइम्स’ नामक किताब के प्रकाशन, प्रसार और बिक्री को रोकने के निर्देश की मांग करते हुए मुकदमा दायर किया है।

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दूसरी तरफ, सलमान खुर्शीद सियासी बवाल मचने के बाद बैकफुट पर आते दिख रहे हैं। अब खुर्शीद ने अपनी लिखी बातों पर सफाई दी है। साथ ही, उन्होंने भाजपा पर तंज भी कसा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के संभल में कहा कि मैंने हिंदुत्व की तुलना ISIS से नहीं की है।
उन्होंने कहा, “मैंने दोनों को ‘Similar’ बताया है, न कि ‘Same’ कहा है। मैंने यह नहीं लिखा कि हिंदू धर्म बिल्कुल ISIS और बोको हरम की तरह है। न ही मैंने यह लिखा कि हिंदुत्व को मानने वाले भी अरबी बोलते हैं। मुझे अफसोस है कि मैंने इस किताब को अंग्रेजी में लिखा है। लोग (भाजपा वाले) अंग्रेजी में थोड़ा कमजोर लगते हैं। लेकिन मैं कहता हूं कि अगर समझ में नहीं आ रहा, तो अनुवाद करा लें।”
कांग्रेस नेता नेता ने आगे कहा, “किताब पर रोक लगाने की बात करने वालों को शायद संविधान की जानकारी नहीं है। अगर मुझे हिंदू धर्म से कष्ट होता, तो आज कल्कि महोत्सव में शामिल नहीं होता। हिंदू धर्म विश्व शांति की बात करने वाला है। मैं यहां आया हूं और पहली बार नहीं। यहां हर साल आता हूं। मैं मानता हूं कि हिंदू धर्म एक व्यापक, एक हसीन असीम और मन को शांति देने वाला वाला धर्म है। मैं इसमें विश्वास रखता हूं। किसी को मुझसे आपत्ति है, तो इससे भी आपत्ति होगी।”

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उन्होंने आगे कहा, “मैंने यह भी कहा है कि ISIS और बोको हराम इस्लाम धर्म का दुरुपयोग करते हैं। लेकिन किसी इस्लामी अनुयायी ने इसका विरोध नहीं किया। किसी ने नहीं कहा कि मैं उनके धर्म की छवि खराब कर रहा हूं। ऐसा लगता है कि कुछ लोग हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे हिंदू धर्म के दुश्मन हैं और डरते हैं कि उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी।”
उन्होंने ये भी कहा कि मुझे ऐसा लगता है हिंदू धर्म के कुछ दुश्मन बीच में घुस गए हैं। जो इसको प्रदूषित कर रहे हैं। हिंदू धर्म का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं। वह काम करने के लिए जो काम गलत हैं। इसलिए इनको डर है कि इनकी सच्चाई समाज के सामने न आ जाए। किसी किताब में सच्चाई लिखी है, तो उस पर पाबंदी लग जाए। लेकिन सच पर कोई प्रतिबंध या ताले नहीं लगा सकता। सच्चाई हमेशा सामने आती है।
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