जामिया के नजर में फिलिस्तीन नाम का दुनिया में कोई देश नहीं, सवाल पर बवाल

जामिया के नजर में फिलिस्तीन नाम का दुनिया में कोई देश नहीं, सवाल पर बवाल

जामिया मिल्लिया इस्लामिया में फिलिस्तीन स्थित अल-अक्सा मस्जिद को लेकर विवाद शुरू हो गया। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पूछा है कि क्या जामिया फिलिस्तीन देश के एक्जिस्टेंस को नहीं मानता है? दरअसल, जामिया में 18 अगस्त को बी.ए सोशल साइंस का एंट्रेंस एग्जाम हुआ था जिसमें एक सवाल में पूछा गया- हाल ही में चर्चा में रही अल-अक्सा मस्जिद किस देश में स्थित है?

17 नंबर के इस प्रश्न का ऑप्शन था- A. इस्राइल, B. इटली, C. वैक्टिकन सिटी और D. यूएई। लेकिन, फिलिस्तीन ऑप्शन से गायब था। लोगों ने पूछा है कि क्या जामिया ऐसा जानबुझ कर रहा है। ये सभी जानते हैं कि अल-अक्सा मस्जिद फिलिस्तीन में स्थित है। जामिया के कई छात्रों का आरोप है जब से नजमा अख्तर जामिया की चांसलर बनकर आई हैं यूनिवर्सिटी की ओर से ऐसी हरकतें हो रही हैं।

ये भी पढ़ें: बॉलीवुड कभी ‘ब्राह्मणवादी सौंदर्यशास्त्र’ से बाहर नहीं निकल पाया

यूनिवर्सिटी के एक शोधार्थी ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि जामिया की ओर से पूछा गया ये सवाल यूनिवर्सिटी की वैधता पर प्रश्नचिन्ह लगाने जैसा है। उन्होंने कहा कि जामिया जिन उसूलों पर बनी थी उसको खोखला किए जाने का काम मौजूदा जामिया प्रशासन कर रहा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ये एक टाइपो एरर हो सकता है?

जामिया के नजर में फिलिस्तीन नाम का दुनिया में कोई देश नहीं, सवाल पर बवाल

इसके जवाब में उन्होंने बहुत साफगोई से कहा कि ऐसा समझना केवल गलतफहमी होगी। क्योंकि मौजूदा यूनिवर्सिटी का निजाम लगातार सरकार को खुश करने में लगा है। और मौजूदा सरकार को लेकर सब कोई जानता है कि वो इस्राइली पॉलिसी की पैरवी करती है। उनका मानना है कि फिलिस्तीन को ऑप्शन में न देने का मतलब साफ है कि जामिया का मौजूदा प्रशासन मानता है कि फिलिस्तीन जैसा कोई देश दुनिया में एक्जिस्ट नहीं करता है।

ये भी पढ़ें: स्वतंत्रता दिवस पर 400 लोगों की भीड़ ने किया यूट्यूबर का उत्पीड़न, पाकिस्तान में मचा बवाल

जैसा कि सबको मालूम है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया फिलिस्तीन को लेकर अपने बुनियाद के समय से मुखर रहा है। बीते मई महीने में फिलिस्तीनियों और इसराइली पुलिस के बीच यरुशलम में कई झड़पे हुई थीं, जिसमें सौ से अधिक लोग घायल हुए थे, जबकि सैकड़ों की संख्या में घायल हुए थे।

यह सब कुछ अल-अक्सा मस्जिद में नमाज पढ़ने को लेकर शुरू हुआ था और देखते-ही-देखते युद्ध में तब्दील हो गया था। फिलहाल, सीजफायर के बाद हालात सामान्य हैं। अल-अक्सा मस्जिद परिसर पुराने यरुशलम शहर में स्थित है। यह मक्का और मदीना के बाद मुसलमानों का सबसे पवित्र स्थल है।


[प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।]

Leave a Reply

Your email address will not be published.