नागालैंड में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 13 लोगों की मौत हो गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार से घटना को लेकर जवाब मांगा है। उन्होंने कहा है कि सरकार को सही मायनों में इसका जवाब देना चाहिए कि जब अपनी ही जमीन पर आम लोगों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं तो गृह मंत्रालय क्या कर रहा है?
उन्होंने ट्वीट कर सवाल किया, “ये हृदय विदारक घटना है। सरकार को सही मायनों में इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि जब अपनी ही जमीन पर आम लोगों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं तो गृह मंत्रालय क्या कर रहा है।”
This is heart wrenching. GOI must give a real reply.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2021
What exactly is the home ministry doing when neither civilians nor security personnel are safe in our own land?#Nagaland pic.twitter.com/h7uS1LegzJ
राहुल गांधी के अलावा तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार पर हमला किया है। ममता ने लिखा है, “नागालैंड से चिंताजनक खबर आ रही है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं। हमें घटना की गहन जांच सुनिश्चित करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी पीड़ितों को न्याय मिले!”
Worrisome news from #Nagaland.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 5, 2021
Heartfelt condolences to the bereaved families. I pray for the speedy recovery of those who were injured.
We must ensure a thorough probe into the incident and ensure that all victims get justice!
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वहीं, एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन ओवैसी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने कहा है कि गृह मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, “अमित शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उग्रवादियों के साथ उन्होंने समझौता करने की बात धोखा थी। नवंबर में मणिपुर में सात अफसरों को उग्रवादियों ने मार दिया था। उत्तर-पूर्व में शांति नहीं है, केवल हिंसा है।”
Condolences to families of all those who lost their lives in Nagaland today
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 5, 2021
@AmitShah should be sacked
All his peace accords with fringe groups were meant to deceive. 7 officers were killed by insurgents in Manipur in Nov. No peace in NE, only violencehttps://t.co/C44nUWzZX6
दरअसल, पूरा मामला ये है कि शनिवार को सुरक्षा बल योजना बनाकर संदिग्ध उग्रवादियों पर घात लगाकर हमला करने वाली थी। लेकिन, सेना की टुकड़ी ने काम खत्म कर घर लौट रहे आम लोगों पर गोलियां चला दीं। इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई।
इसके बाद घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हो गई हुई जिसमें सात और आम नागरिकों और सेना के एक जवान की मौत हो गई। घटना को लेकर डिफेंस विंग कोहिमा ने एक प्रेस रिलीज जारी किया है।
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प्रेस रिलीज में लिखा है, ”उग्रवादियों की संभावित गतिविधि के बारे में विश्वस्त खुफिया सूचना मिली थी। इसी के आधार पर नागालैंड के मोन जिले के तिरु इलाके में एक ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी। जो घटना हुई है, उसे लेकर गहरा खेद है। आम लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की वजह की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। कानून के हिसाब से इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।”
PIB Defence Wing, #Kohima Press Release on #Mon incident@prodefkohima @Neiphiu_Rio pic.twitter.com/MGOvg0nglb
— PIB in Nagaland (@PIBKohima) December 5, 2021
दूसरी तरफ, शनिवार रात को राज्य के होम कमिश्नर अभिजीत सिन्हा ने मोन जिले में मोबाइल इंटरनेट, डेटा सर्विस और बल्क एसएमएस पर पाबंदी लगा दी। गृह विभाग की ओर से कहा गया है कि अफवाहों के चलते कानून-व्यवस्था न बिगड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए इंटरनेट सर्विस सेवाएं बंद की गई हैं।

नगा पीपल्स फ्रंट पार्टी के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने भी आम नागरिकों के मारे जाने की निंदा की है। उन्होंने लिखा, “मैं ओटिंग, मोन में हुई बेगुनाहों की हत्याओं की कड़ी निंदा करता हूं। इस नरसंहार के लिए किसी तरह का कोई बहाना नहीं हो सकता। रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जांच आयोग तुरंत गठित किया जाए और इसमें शामिल सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
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उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, “एक सभ्य समाज, जहां हम सभी शांति और अमन से रहना चाहते हैं, वहां सुरक्षाबलों की ओर से हुई ये क्रूरता दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना में मारे गए 13 लोगों के शोकाकुल परिवार के प्रति मैं सहानूभूति व्यक्त करता हूं और मेरी प्रार्थना है कि घायलों के स्वास्थ्य में जल्द से जल्द सुधार हो।”
Such brutality, especially from security forces, in a civilised society where we all yearn for peace and tranquility is most unfortunate. My deepest condolences to the bereaved families of the 13 souls lost. And wishing a speedy recovery to those injured. 2/2
— TR Zeliang (@TRZeliang) December 5, 2021
बीबीसी के मुताबिक, ईस्टर्न नागालैंड पीपल्स ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष केकोंगचिम यिमयुंगर ने कहा, “अभी हमें इस घटना में 14 लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है और कई लोग घायल हैं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। हम सही सूचना का इंतजार कर रहे हैं।” वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई ने असम राइफल्स के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि घटना में एक सुरक्षाबल की भी मौत हुई है जबकि कई जवान घायल हैं।
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