नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है। इस बीच किसानों को रोका गया, उन पर पानी और आंसू गैस छोड़े गए। लेकिन तब भी किसानों के हौसले को नहीं हरा सके। किसानों को दिल्ली स्थित निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की इजाजत मिल गई है। इजाजत मिलने के बाद किसानों के लिए हरियाणा और पंजाब की सीमाएं खोल दी गई हैं। किसान तीन विधयेक बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर किसानों के प्रदर्शन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा कि वो उनके अहंकार के कारण इस जगह हैं। वो खुद के अहंकार के शिकार हैं। उनके कहना है कि पूरे देश में किसान है लेकिन सिर्फ पंजाब में ही प्रदर्शन क्यों हो रहा है।
प्रकाश जावड़ेकर ने एक इंटरव्यू में कहा, “पूरे देश में किसान हैं लेकिन कहीं भी आंदोलन नहीं हो रहा है क्योंकि किसान समझ गया है कि कानून उसके पक्ष में है। एमएसपी भी रहेगी लेकिन कोई ज्यादा पैसा देता है तो उसको भी बेच सकते हैं। कांग्रेस ने पंजाब सहित पूरे देश में एक भूमिका ले ली है, लेकिन उसे सहयोग नहीं मिला। पंजाब में फसलों की 20% ज्यादा खरीद की है। ये आंदोलन केवल कांग्रेस का है और भी कई दल इसमें शामिल हैं। हमने आंदोलनकारियों को मौका दिया है अपनी बात रखिए हम बात करने को भी तैयार हैं।”
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वन नेशन वन इलेक्शन
जावड़ेकर ने आगे कहा, “देश भर में आंदोलन नहीं हुए हैं सभी जगह स्वागत हुआ है। अगर कोई ज्यादा कीमत देता है तो फसल उसको भी बेच सकते हैं। इससे लाभ मिलेगा। राहुल ट्वीट करते रहे उससे कुछ नहीं होगा। ये एक राजनीतिक आंदोलन है। अगर किसी को कोई समस्या है तो हम दूर करने को बैठे हैं। कांग्रेस का अहंकार अभी भी कम नहीं हुआ है। उनका अहंकार हमारी सरकार की अच्छाई के सामने टिक नहीं पाएगा। वन नेशन वन इलेक्शन पर -उनके पैरों तले जमीन खिसक रही है। इसलिए कांग्रेस के नेता बयान देते रहते है।
वन नेशन वन इलेक्शन कई देशों में होता रहा है। इससे समय भी बचेगा, मोदी जी भी कहते हैं अलग-अलग चुनाव क्यों करना। सभी चुनाव के लिए एक लिस्ट होगी। उन्होंने कहा कि हमने हमारी बात कह दी है। हमारे साथी हमारे साथ हैं। जो दल छोड़कर गए उनको सच्चाई पता है। अकाली को पता चल जाएगी। कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग तो पंजाब से ही शुरू हुई। इससे बेहतर कानून किसान के लिए हो नहीं सकता है।” केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हर एक पार्टी का अपना विचार होता है उसका एक लोकल मामला होता है। तो एकाध विषय पर मतभेद हो सकता है।
वहीं दूसरी तरफ टीआरपी और ब्राडकास्टिंग पर सवाल पूछे जाने पर जावड़ेकर ने कहा, “सरकार ने कमेटी बनाई है हम सही रास्ता बताएंगे। किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका को खत्म करना ही मुख्य काम है। हम नहीं तय करते हैं कि सरकार की एक भूमिका है। कमेटी जो सिफारिश करेगी उसके बाद हम करेंगें। सिफारिश के आधार पर ही काम करेंगे। महीने भर में रिपोर्ट आ जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने दिशा निर्देश दिए हैं कि एक चैनल को टारगेट करके ही एफआईआर होनी चाहिए। एफआईआर एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन न्याय कैसे होगा ये देखना है।”
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मैं भी ओटीटी पर सीरियल देखता हूं
उन्होंने आगे कहा, “चैनलों के अलावा न्यूज पोर्टल भी हैं। जो भी कंटेंट जेनरेट होता है उसकी देखभाल करना भी जरूरी हो गया है। ओटीटी को लेकर सैकड़ों शिकायत आती हैं। लेकिन ओटीटी के लिए कोई सेंसर बोर्ड नहीं है। मैं भी ओटीटी पर सीरियल देखता हूं। जो कंटेंट के मामले में बहुत बुरे सीरियल हैं उसके लिए व्यवस्था तैयार करनी चाहिए औऱ हम करेंगे।”
बीजेपी आ रही है ममता जा रही हैं
पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर जावड़ेकर ने कहा, “सत्ता का बदलाव होगा। लेफ्ट को देखा और ममता को मौका दिया, लेकिन अब लोग ऊब चुके हैं। लोग विकास चाहते हैं। ममता कैसे स्वीकार करेंगी। बीजेपी आ रही है ममता जा रही हैं।
महाअघाड़ी सरकार अंतरविरोधी सरकार बनी
वहीं महाराष्ट्र पर पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “बात साफ है कि महा अघाड़ी सरकार अंतरविरोधी सरकार बनी है। शिवसेना के विधायक मोदी जी के नाम पर जीत कर आये हैं। उन लोगों ने गद्दारी की है। ऐसे विरोधाभासों के साथ सरकार नहीं चलती है। जब बदलाव होगा तो आपको देखने को मिलेगा।”
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हवा में बदलाव लाएंगे ये हमारा संकल्प है
दिल्ली में बढ़ते कोरोना केस और पराली जलाने को लेकर पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “पहले तो प्रदूषण दिल्ली में होता है या दुनिया में होता है तो वो सच्चाई है। इंडस्ट्री होंगी तो प्रदूषण होगा। पराली जलाने से भी प्रदूषण होगा। पराली 62 दिन जलती है लेकिन दिल्ली मे 180 दिन प्रदूषण होता है पहले एक्यूआई 240 होता है, लेकिन हमने काम किया और 180 पर लाए। जियोग्राफी, मेट्रोलॉजी भी प्रदूषण का एक कारण है। जीरो पॉल्यूशन नहीं हो सकता है लेकिन हम काम कर रहे है। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम हमने बनाया है, 45 साल में इन शहरों की हवा में बदलाव लायेंगे ये हमारा संकल्प है।”
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