कानपुर में परवो वायरस की दस्तक, अब तक 8 कुत्तों की मौत

कानपुर में परवो वायरस की दस्तक, अब तक 8 कुत्तों की मौत

कोरोना वायरस के बीच बर्ड फ्लू आया और अभी भी कई जगह इसके केस सामने आ रहे हैं। इसी देश में अब परवो वायरस ने दस्तक दे दी है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में इस वायरस के कुछ केस सामने आए हैं।

कानपुर में इस वायरस के चलते आठ कुत्तों की मौत की खबर है। मृत पाए गए आठ कुत्तों में से दो के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये बात सामने आए हैं कि उनकी आंतें सड़ गई थीं और मौत से पहले कुत्तों ने खून की उल्टी की थी। इससे पहले पश्चिम बंगाल में इस वायरस से 250 के करीब कुत्तों के मरने की खबर आई थी।

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दरअसल, परवो एक नए तरह का संक्रामक वायरस है जो पिल्लों और बड़े कुत्तों में एक संक्रामक जठरांत्र (जीआई) बीमारी का कारण बनता है। अगर इसका उपचार नहीं होने पर संक्रमित जानवर की मौत हो जाती है। इसलिए परवो वायरस को खतरनाक माना जा रहा है क्योंकि यह बड़े आसानी से कुत्तों में फैल जाता है।

बता दें कि परवो से संक्रमित कुत्तों की मौत कानपुर के भतरगांव ब्लॉक के क्योंटारा गांव में हुई है। कुछ हफ्ते पहले उसी गांव में बड़ी संख्या में कौवे मृत पाए गए थे।

पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम संक्रमित कुत्तों में व्यवहार परिवर्तन के बारे में जानने के लिए गांव का दौरा किया। उनका कहना है कि परवो मुख्य रूप से कुत्तों के आंतों को प्रभावित करता है।

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पशुचिकित्सक सर्वेंद्र सचान ने बताया कि बड़े जानवरों को यह वायरस प्रभावित नहीं करता है, लेकिन कुत्तों के लिए घातक साबित होता है। वहीं, एक अन्य पशु चिकित्सक ओ.पी. वर्मा ने बताया कि कुत्तों को वायरस से बचाने के लिए जन्म के तीन महीने के भीतर आवश्यक टीका दिया जाना चाहिए।

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