BJP के दबाव में हुई पप्पू यादव की गिरफ्तारी, नीतीश के सहयोगी दलों ने किया विरोध

BJP के दबाव में हुई पप्पू यादव की गिरफ्तारी, नीतीश के सहयोगी दलों ने किया विरोध

बिहार के पूर्व सांसद और जाप प्रमुख पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर राजनीतिक घमासान जारी है। पप्पू यादव और राज्य सरकार के बीच तनातनी बढ़ गई है। नीतीश कुमार के सहयोगी दल ही राज्य सरकार के इस कार्रवाई के विरोध में उतर आए हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व सांसद की गिरफ्तारी भाजपा के दबाव में नीतीश सरकार ने लिया है। यही वजह है कि नीतीश कुमार के सहयोगी दल उनके खिलाफ उतर आए हैं।

दूसरी तरफ पप्पू यादव ने गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, “नीतीश जी, प्रणाम। धैर्य की परीक्षा न लें। अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी, तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा। मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है, तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं। अभी मेरा टेस्ट हुआ, कोरोना निगेटिव आया। आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं।”

एक और ट्वीट में जाप प्रमुख ने लिखा है, “सरकारों को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए तो पप्पू यादव से लड़ रहे हैं। पूरे बिहार में मामला खोज रहे हैं, कैसे फंसाकर अपनी नाकामी छुपाएं।”

ये भी पढ़ें: पप्पू यादव गिरफ्तार, लॉकडाउन नियम तोड़ने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप

वहीं, पूर्व सीएम और नीतीश सरकार में उनके सहयोगी जीतन राम मांझी कहा, “कोई जनप्रतिनिधि यदि दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके ऐवज में उसे गिरफ्तार किया जाए ऐसी घटना मानवता के लिए खतरनाक है। ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जाँच हो तब ही कोई कारवाई होनी चाहिए नहीं तो जन आक्रोश होना लाज़मी है।”

नीतीश सरकार के फैसले को लेकर मुकेश साहनी ने भी जीतनराम मांझी की तरह गिरफ्तारी पर आपत्ती जताई है। मुकेश सहनी ने ट्वीट किया, “जनता की सेवा ही धर्म होना चाहिए। सरकार को जन प्रतिनिधि, सामाजिक संस्था एवं कार्यकर्ता को आमजन के मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए। जन प्रतिनिधि को भी कोरोना गाइड्लाइन का सख्ती से पालन करते हुए कार्य करना चाहिए। ऐसे समय में सेवा में लगे पप्पू यादव को गिरफ्तार करना असंवेदनशील है।”

इतना ही नहीं कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “पप्पू यादव डबल इंजन सरकार की पोल खोल रहे हैं, इसलिए उनपर ऐसा एक्शन लिया जा रहा है।” हालांकि, लालू यादव की पार्टी के तरफ से कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

ये भी पढ़ें: सलमान खान ने अपने एक पुराने कमिटमेंट के लिए सिनेमाघर मालिकों से मांगी माफी

उल्लेखनीय है कि सारण जिले के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी द्वारा संसदीय मद से खरीदे गई एंबुलेंस को छिपा करने का खुलासा पिछले दिनों पप्पू यादव ने किया था। उसके बाद उन्होंने कांग्रेस सांसद कृति आजाद को लेकर भी ऐसे ही मामले का उजागर किया था।

बिहार के पूर्व सांसद और जाप प्रमुख पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर राजनीतिक घमासान जारी है। पप्पू यादव और राज्य सरकार के बीच तनातनी बढ़ गई है।

वीडियो सामने आने के बाद मचे बवाल के बाद अमनौर थाने में पप्पू यादव और उनके गार्ड्स के खिलाफ एफआईआर की गई थी। सारण प्रशासन ने उनके खिलाफ मारपीट करने और लॉकडाडन का उल्लंघन करने के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। वहीं, मंगलवार सुबह पुलिस ने पप्पू यादव को पटना के मंदिरी स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया।

ये भी पढ़ें: इस्राएल ने येरुशलम पर दागे रॉकेट, 9 बच्चों समेत 20 फिलिस्तीनियों की मौत

पप्पू यादव सुबह पीएमसीएच अस्पताल के कोविड वार्ड में लोगों से मिलने गए थे। पुलिस का कहना है कि बगैर अनुमति के घूमने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

दूसरी तरफ, अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केन्द्र के केयर टेकर और गार्ड ने पप्पू यादव और उनके अंगरक्षक पर मारपीट कर कंधे पर लाठी से वार करने, तोड़फोड़ और हंगामा करने का आरोप लगाया है। दरअसल, पप्पू यादव ने सारण पहुंचकर अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र पर 30 से अधिक एंबुलेंस रखने का मामला उठाया था।


प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, कहानी-कविता, संपादकीय, लाइफस्टाइल, मनोरंजन और साहित्य की खबरें पाने के लिए ‘न्यूज बताओ’ के फेसबुक और ट्विटर हैंडल से जुड़ें। क्लिक कर लाइक और फॉलो करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published.