कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्रेन से एक नन को उतारकर उनसे पूछताछ करने की घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा है कि वो आगे से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को अब संघ परिवार नहीं कहेंगे।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “मेरा मानना है कि आएसएस व सम्बंधित संगठन को संघ परिवार कहना सही नहीं है। परिवार में महिलाएं होती हैं, बुजुर्गों के लिए सम्मान होता, करुणा और स्नेह की भावना होती है- जो आएसएस में नहीं है। अब आएसएस को संघ परिवार नहीं कहूंगा।”
मेरा मानना है कि RSS व सम्बंधित संगठन को संघ परिवार कहना सही नहीं- परिवार में महिलाएँ होती हैं, बुजुर्गों के लिए सम्मान होता, करुणा और स्नेह की भावना होती है- जो RSS में नहीं है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 25, 2021
अब RSS को संघ परिवार नहीं कहूँगा!
राहुल गांधी ने आगे कहा है कि हमारे लिए यह एक राष्ट्र के रूप में आत्मनिरीक्षण करने और ऐसी विभाजनकारी ताकतों को हराने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने का समय है। राहुल के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह इस मामले में खोखले बयान दे रहे हैं।
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उन्होंने घटना से संबंधित एक वीडियो साझा किया है और साथ में लिखा है, “कौन-सा राजनीतिक दल ऐसी सरकार चलाता है जिसमें ये गुंडे ट्रेन में यात्रा कर रही महिलाओं की निजी जानकारी मांगते हैं और उन्हें परेशान करते हैं?…..भाजपा….। इनमें से कुछ किस पार्टी की छात्र इकाई के सदस्य हैं?…..भाजपा….।”
Which political party runs the government that enables these goons to harass and demand personal details of young women commuting on a train?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 25, 2021
BJP
Which political party do these goons belong to?
BJP
Which party’s student wing are some of them members of?
BJP
..1/2 pic.twitter.com/cij1Z188UZ
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मामले पर हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने गृहमंत्री को पत्र लिखा है और मामले को निन्दनीय करार दिया है।
Harassment of nuns in UP is shocking. Indian citizens’ fundamental rights have been violated. @BajrangdalOrg & @Uppolice have tarnished India’s image and our ancient tradition of religious tolerance. Wrote to @HMOIndia requesting intervention, so that authorities take action. pic.twitter.com/H9IMAupesd
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) March 24, 2021
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वैचारिक संरक्षक दल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और बजरंग दल के सदस्यों ने 19 मार्च को हरिद्वार-पुरी उत्कल एक्सप्रेस में सफर कर रही ननों को उतार कर पूछताछ की थी और धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाया था।
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एबीपी के सदस्यों ने ननों से रेलवे स्टेशन पर पूछताछ थी। फिर जांच के बाद उन सभी आगे बढ़ने की अनुमति दे दी थी। हालांकि, किसी भी तरह का धर्म परिवर्तन का मामला नहीं था। जैसाकि मालूम एबीवीपी आरएसएस की छात्र शाखा है, जो भाजपा की वैचारिक संरक्षक है।

घटना से संबंधित 25 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ पुरुषों द्वारा कुछ महिलाएं घिरी हैं, जिनमें से कुछ पुलिसकर्मी लगती हैं।
राहुल गांधी ने ननों के साथ कथित बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर करारा हमला किया है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि उत्तर प्रदेश में केरल की नन पर हुआ हमला संघ परिवार के जहरीले प्रोपोगेंडा (दुष्प्रचार) का नतीजा है, जो अल्पसंख्यकों को कुचलने के लिए एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाता है।
The attack in UP on nuns from Kerala is a result of the vicious propaganda run by the Sangh Parivar to pitch one community against another and trample the minorities.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 24, 2021
Time for us as a nation to introspect and take corrective steps to defeat such divisive forces.
राहुल गांधी ने आगे कहा है कि हमारे लिए यह एक राष्ट्र के रूप में आत्मनिरीक्षण करने और ऐसी विभाजनकारी ताकतों को हराने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने का समय है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी एबीवीपी के सदस्यों द्वारा राह चलते लोगों को रोक पूछताछ करने के मामले सामने आते रहे हैं, जो कानून अपराध है।
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