इंदिरापुरम गुरुद्वारा की अनोखी पहल, कोविड मरीजों के लिए शुरू की ऑक्सीजन लंगर

इंदिरापुरम गुरुद्वारा की अनोखी पहल, कोविड मरीजों के लिए शुरू की ऑक्सीजन लंगर

कोरोना का कहर जारी है। कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। जिसके कारण हॉस्पिटल में न तो बेड्स खाली हैं और न ही ऑक्सीजन। ऐसे में लगातार मौतों को संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। अस्पताल से लेकर आम आदमी तक ऑक्सीजन के लिए परेशान हो रही हैं।

वहीं गाजियाबाद के इंदिरापुरम गुरुद्वारा ने अनोखी पहल शुरू की है। गुरुद्वारा ने ऑक्सीजन के लिए भटक रहे मरीजों के लिए ऑक्सीजन लंगर सेवा शुरू की है। इस पर गुरुद्वारा प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि लोगों की ऑक्सीजन के चलते हो रही परेशानी के बाद उनकी जान बचाने के लिए एक मदद की मुहिम शुरू की है और ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम किया जा रहा है।

इंदिरापुरम गुरुद्वारा की अनोखी पहल, कोविड मरीजों के लिए शुरू की ऑक्सीजन लंगर

ये भी पढ़ें: ऑटो रिक्शा चालक का निस्वार्थ सेवा, कोरोना मरीजों को फ्री में पहुंचा रहें हॉस्पिटल

गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से हेल्पलाइन नंबर 9097041313 भी जारी किया गया है। उनका कहना है कि कोई भी व्यक्ति इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करता है तो हम अपनी गाड़ी भेजकर उसे बुला रहे हैं और जब तक उसे हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल जाता, तब तक ऑक्सीजन मुहैया करा रहे हैं। साथ ही प्रबंधन ने ये भी साफ कहा है कि हम किसी के घर पर ऑक्सीजन नहीं पहुंचा रहे हैं।

जैसे-जैसे लोगों को इस बात की जानकारी मिल रही है वे लोग ऑक्सीजन के लिए गुरुद्वारा पहुंच रहे हैं। बता दें यह सेवा गुरुवार रात से शुरू की गई है और अब तक करीब 38 लोगों को ऑक्‍सीजन दी जा चुकी है।

इंदिरापुरम गुरुद्वारा की अनोखी पहल, कोविड मरीजों के लिए शुरू की ऑक्सीजन लंगर

इंदिरापुरम के गुरुद्वारे में ऑक्‍सीजन लंगर का संचालन करने वाले खालसा हेल्‍प इंटरनेशनल के फाउंडर गुरुप्रीत सिंह ने कहा कि शहर में ऑक्‍सीजन न मिलने की वजह से लगातार हो रही मौत को देखते हुए ऑक्‍सीजन लंगर चलाने का निर्णय लिया गया है। उनकी संस्‍था ने करीब 40 ऑक्‍सीजन सिलेंडर और ऑक्‍सीजन देने में इस्‍तेमाल होने वाले उपकरण जुटाए हैं।

ये भी पढ़ें: कोरोना संकट में मदद को आगे आईं रिया चक्रवर्ती, इंस्टाग्राम पर लिखा ये संदेश

गुरुप्रीत ने कहा, “कोरोना मरीज का ऑक्‍सीजन का लेबल अचानक गिरना शुरू होता है, परिजनों को अस्‍पताल में बेड या ऑक्‍सीजन सिलेंडर का इंतजाम करने में समय लगता है। ऐसे में लोग मरीज को लेकर यहां आते हैं, जिनमें से कुछ लोग अस्‍पतालों में बेड की व्‍यवस्‍था होने के बाद मरीज को ले जा रहे हैं और कुछ लोग यहीं रुक कर ऑक्‍सीजन दिलवा रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि यहां पर गाड़ि‍यों से आने वाले मरीजों को वाहन के अंदर ही ऑक्‍सीजन दी जा रही है और जो आटो या दोपहिया वाहन से आते हैं, उन्‍हें गुरुद्वारे में रोक कर ऑक्‍सीजन दी जा रही है। लंगर में किसी तरह की कागजी औपचारिकता की आवश्‍यकता नहीं है। इस वजह से मरीज को गुरुद्वारे पहुंचते ही ऑक्‍सीजन मिल रही है।

गुरुप्रीत सिंह ने प्रशासन से अपील की है कि प्रशासन इसमें उनकी मदद करें और ऑक्‍सीजन की सप्‍लाई लगातार दिलवाना सुनिश्चित करें। ताकि मरीजों को चौबीसों घंटे ऑक्‍सीजन ऑन रोड उपलब्‍ध कराई जा सके और उनकी जान बचाई जा सके। यही नहीं वहां मरीजों को प्राथमिकता उपचार के लिए डॉक्‍टर भी मौजूद हैं।


प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, कहानी-कविता, संपादकीय, लाइफस्टाइल, मनोरंजन और साहित्य की खबरें पाने के लिए ‘न्यूज बताओ’ के फेसबुक और ट्विटर हैंडल से जुड़ें। क्लिक कर लाइक और फॉलो करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published.