उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने के बाद आए तबाही के 24 घंटे बाद भी 100 से अधिक लोग लापता हैं जबकि 14 लोगों का शव अब तक मलबे से निकाला जा चुका है। लापता लोगों में अक्सर ऋषिगंगा और धौलीगंगा पर बन रहे हाइड्रो प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूर हैं। अब तक 15 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
घटना के बाद लगातार स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ एनडीआरएफ, आईटीबीपी और सेना राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। भारतीय वायुसेना ने बताया कि आपदा प्रबंधन टीम के साथ एमआई-17 और एएलएच हेलीकॉप्टर देहरादून से जोशीमठ के लिए रवाना हो चुके हैं।
ITBP personnel on the rescue mission at Tunnel in Tapovan, #Chamoli, Joshimath. Excavators being used to clear the slush and debris inside the tunnel to open it.#Himveers #Dhauliganga pic.twitter.com/UY27li1SVe
— ITBP (@ITBP_official) February 8, 2021
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आज सुबह तक पानी का बहाव कम हुआ है पर कुछ स्थानों पर झील जैसी स्थिति बन चुकी है। तपोवन प्रोजेक्ट के पास काफी पानी, मलबा हो गया है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया, “हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी मिली है कि वहां लगभग 30 लोग फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आईटीबीपी के जवान तैनात हैं। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है।”
भारतीय वायुसेना ने अपने बयान में कहा है कि हवाई बचाव और राहत मिशन फिर से शुरू हो गए हैं। आपदा राहत दल देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई-17 और एएलएच हेलीकॉप्टरों से रवाना हो चुके हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, “दहशत फैलाने की जरूरत नहीं। ग्लेशियर कल फटा था जिससे निकले बोल्डर और मलबे ने तपोवन में भारी तबाही मचाई। इस बोल्डर और मलबे में रैनी बिजली परियोजना पूरी तरह नष्ट हो गया। यह सब कल हुआ था। पहले परियोजना में 32 और दूसरी परियोजना में 131 लोग अभी लापता है।”
Rescue operations underway in Chamoli, #Uttarakhand. pic.twitter.com/wripoyaimV
— All India Radio News (@airnewsalerts) February 7, 2021
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वहीं, चमोली पुलिस के मुताबिक, “टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है और अलग-अलग स्थानों से 14 शव बरामद किए गए हैं।” स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, 170 लोग इस आपदा में लापता हैं।
Brave #Himveers of ITBP rescuing trapped persons from the tunnel near Tapovan, #Dhauliganga, #Uttarakhand this evening after 4 hrs of efforts. Total 12 persons were rescued from the tunnel out of which 3 were found unconscious. After first aid, carried on stretchers to road head. pic.twitter.com/iHsrFXjhDd
— ITBP (@ITBP_official) February 7, 2021
इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के लिए सीएम ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। रेस्क्यू टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है
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