स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन को हर स्थान और हर जरूरतमंद तक पहुंचाने के उद्देश्य से एक लाख यूरो दान किए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 25 से 59 आयु वर्ग के लोगों में फैल रहे कोरोना संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।
ग्रेटा थनबर्ग के फाउंडेशन की तरफ से यह राशि यूएन स्वास्थ्य एजेंसी को दान की गई है, जिसके जरिए वैक्सीन वितरण की कोवैक्स पहल को समर्थन दिया जाएगा। पार्यावरण कार्याकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने जिनेवा में यूएन एजेंसी के पत्रकारों से बात करते हुए सोमवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वैक्सीन विषमता की त्रासदी से निपटने का आहवान किया।
.@GretaThunberg, thank you for your superb advocacy for #ClimateAction and now for #VaccinEquity. @WHO is grateful for your generosity in donating €100000 to @thewhof in support of #COVAX – these funds will help save lives. https://t.co/crt0P112YN pic.twitter.com/kYekG6f6Qq
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) April 19, 2021
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में चल रही कोवैक्स पहल को दवाओं का न्यायोचित वितरण सुनिश्चित करने और मौजूदा संकट से बाहर निकलने के लिए बेहतर उपाय करार दिया। इतना ही नहीं उन्होंने कोरोना महामारी और जलवायु आपात स्थिति के बीच के संबंध को भी रेखांकित किया।
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ग्रेटा थनबर्ग ने कहा, “विज्ञान दर्शाता है कि अगर हमने अपने तौर-तरीकों और प्रकृति के साथ बर्ताव को नहीं बदला, तो भविष्य में इस बात की ज्यादा सम्भावना है कि हमें बहुधा और ज्यादा तबाही लाने वाली महामारियों का सामना करना पड़े।”
जलवायु कार्यकर्ता ने आगे कहा, “हम स्वास्थ्य संकट को पारिस्थितिकीय संकट से और पारिस्थितिकीय संकट से जलवायु संकट को अब और अलग नहीं कर सकते। यह सब अनेक मायनों में आपस में जुड़ा हुआ है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि कोविड-19 वैक्सीनों का त्वरित विकास दिखाता है कि विज्ञान में संसाधान निवेश के जरिए कितना कुछ हासिल किया जा सकता है। मगर उन्होंने इस बात पर चिंता जताई है कि वैक्सीन की अधिकांश खुराक अमीर देशों को मिली हैं।

स्वीडिश कार्यकर्ता ने वैक्सीन समता को एक नैतिक परीक्षा बताते हुए आपसी एकजुटता की अहमियत को रेखांकित किया। दूसरी तरफ यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने मीडिया से बात करते हुए सोमवार को कहा कि कोविड-19 संक्रमण के नए मामलों में लगातार 8वें सप्ताह बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
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उन्होंने मीडिया को बताया कि दुनियाभर में पिछले हफ्ते संक्रमण के 52 लाख मामलों की पुष्टि हुई, जोकि अब तक किसी एक सप्ताह में सामने आने वाले संक्रमणों की सबसे बड़ी संख्या है। मौतों की संख्या में भी लगातर 5वें सप्ताह वृद्धि हुई है और मृतक संख्या 30 लाख से ज्यादा हो गई है।
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी प्रमुख ने कहा, “10 लाख मौतें होने में 9 महीने लगे; 20 लाख की संख्या होने में 4 महीने; और मौतों की संख्या 30 लाख होने तीन महीने लगे।” उन्होंने इसके बाद कहा, “बड़ी संख्याएं हमें सुन्न कर सकती हैं। लेकिन इनमें से हर एक मौत, परिवारों, समुदायों और राष्ट्रों के लिए एक त्रासदी है।”
टेड्रोस ने 25 से 59 आयु वर्ग में संक्रमण बढ़ने और उनके अस्पताल में भर्ती होने के आंकड़ों पर चिंता व्यक्त की। बता दें कि सोमवार को यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने एक पहल शुरू किए जाने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य महामारी से पुनर्बहाली की प्रक्रिया में युवाओं की आवाज, ऊर्जा और विचारों को साथ लेकर चलना है।
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