किसान बोलें- नहीं जाएंगे बुराड़ी, करेंगे 5 प्वाइंट हाइवे जाम, लेकर आए हैं 4 महीने का राशन

किसान बोलें- नहीं जाएंगे बुराड़ी, करेंगे 5 प्वाइंट हाइवे जाम, लेकर आए हैं 4 महीने का राशन

नई दिल्ली: कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। इसी बीच रविवार शाम 4 किसानों ने प्रेस कांफ्रेस की और अपनी बाते रखीं। सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कांफ्रेस के दौरान किसानों ने कहा कि वह सरकार के तरफ से मुहैया कराए गए बुराड़ी मैदान में नहीं जाएंगे, उन्हें प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर ही जाना है। उन्होंने कहा कि बुराड़ी मैदान एक तरह से ‘ओपन जेल’ है। किसानों ने ये भी कहा कि वे चार महीनों तक रोड पर प्रदर्शन कर सकते हैं और इसके लिए उन्होंने पूरी व्यवस्था कर रखी है।

किसानों की तरफ से साथ-ही-साथ यह भी एलान किया गया किसी भी पार्टी के नेता को मंच साझा नहीं करने दिया जाएगा। किसानों ने कहा कि सरकार बिना शर्त हमसे बात करे। उन्होंने साथ में ये भी चेतावनी दी कि अब पांच हाईवे पर धरना देकर दिल्ली की घेराबंदी की जाएगी।

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बुराड़ी मैदान नहीं, ओपन जेल

किसान नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “सरकार ने बातचीत के लिए कंडीशन लगा दी है। ऐसे में हम बुराड़ी के मैदान में नहीं जाएंगे। हमें पता लगा है कि वह मैदान नहीं है, ओपन जेल है। उत्तराखंड के तेजिंदर सिंह बिष्ट की अगुआई में किसान दिल्ली के जंतर-मंतर जाना चाहते थे। दिल्ली के प्रशासन और पुलिस ने उनके साथ धोखा किया। उन्हें जंतर-मंतर न ले जाकर बुराड़ी पार्क में कैद कर दिया।”

किसानों ने कह, “हम ओपन जेल में जाने की बजाय हम सोनीपत, रोहतक का बहत्तरगढ़, जयपुर से दिल्ली हाईवे, मथुरा-आगरा से दिल्ली हाईवे, गाजियाबाद से आने वाला हाईवे जाम करेंगे और दिल्ली की घेराबंदी करेंगे। 5 प्वाइंट पर हम धरना देंगे।”

लेकर आए हैं चार महीने का राशन

किसानों ने आगे कहा, “हमने रहने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली को घर जैसा बना रखा है। हमारे पास इतना राशन है कि चार महीने भी हमें रोड पर बैठना पड़े, तो बैठ लेंगे। हम लंबे दौर की तैयारी करके आए हैं।” उन्होंने ये भी कहा कि वे बुराड़ी में मौजूद अपने साथियों को वापस बुलाएंगे। किसानों का एक ग्रुप बुराड़ी में पहले से ही डेरा डाले हुए है।

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किसानों ने बताया कि हमने एक कमेटी बनाई है। पांचों प्वाइंट पर यही कमेटी धरना-प्रदर्शन का संचालन करेगी। लेकिन किसी भी राजनीतिक दल को स्टेज पर बोलने की इजाजत नहीं होगा। उन्होंने हमारे स्टेज पर कांग्रेस, आप या कोई भी राजनीतिक दल के लोग स्पीकर के तौर पर नहीं बोलेंगे। इनके अलावा दूसरे संगठनों के जो संचालन कमेटी के तय नियमों को मानेंगे, उन्हें बोलने की इजाजत दी जाएगी।

गृह मंत्री अमित शाह ने कल शनिवार को कहा था कि पिछले कुछ दिनों से, पंजाब और हरियाणा तथा देश के कुछ अन्य हिस्सों के किसान दिल्ली की सीमा पर आए हुए हैं। किसान कल से ही दिल्ली की सीमा के पास दो प्रमुख राजमार्गों पर इकट्ठा हो गए हैं।

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उन्होंने आगे कहा कि इसलिए, हमारे किसान भाइयों से मेरी विनम्र अपील है कि सरकार ने दिल्ली के बुराड़ी में आपके लिए उचित व्यवस्था की है, जहां आप अपना प्रदर्शन कर सकते हैं। कुछ किसान यूनियनों और किसानों ने मांग की है कि वार्ता 3 दिसंबर के बजाय तुरंत आयोजित की जाए। इसलिए, मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि जैसे ही आप मैदान में (बुराड़ी) पहुंचेंगे, केंद्र सरकार आपके साथ चर्चा के लिए तैयार है।

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