अब उत्तराखंड में घुसे चीनी सैनिक, एक पुल समेत कई इंफ्रास्ट्रक्चर को किया क्षतिग्रस्त

अब उत्तराखंड में घुसे चीनी सैनिक, एक पुल समेत कई इंफ्रास्ट्रक्चर को किया क्षतिग्रस्त

चीन ने एक बार फिर उत्तराखंड में घुसपैठ करने की कोशिश की है। राज्य के चमोली से लगे चीनी सीमा इलाके ‘बाड़ाहोती’ में करीब 100 सैनिक देखे गए हैं। इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक भारतीय सीमा में दाखिल हुए और कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने के बाद अपने इलाकों में लौट गए।

चीनी सेना ने जिन भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाया है उसमें एक पुल भी शामिल था। चीन के सैनिकों की भारतीय सीमा घुसपैठ की सुचना मिलने के बाद सेना के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। सीमा क्षेत्र में पड़ोसी देश की गतिविधियों को देखते हुए खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है।

बाड़ाहोती इलाका हाल के कुछ सालों तक प्रमुख फ्लैशप्वाइंट में शुमार नहीं रहा है। हांलाकि, यहां छोटी-मोटी घटनाएं जरूर रिपोर्ट की जाती रही हैं। चीन ने 1962 के युद्ध से पहले इसी इलाके में घुसपैठ को अंजाम दिया था।

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पहली बार साल 1954 में चीनी सैनिकों को इस इलाके में उपकरणों के साथ देखा गया था, जोकि बाद में बढ़ता चला गया था। 30 अगस्त को भी करीब 100 सैनिक सीमा के अंदर दिखाई दिए थे पर भारतीय सेना के जवान पहुंचते, चीनी सैनिक बॉर्डर पार करके अपने इलाकों में चले गए थे।

चीन पीएलए सैनिकों की उत्तराखंड के बाड़ाहोती में वास्तविक नियंत्रण रेखा में घुसपैठ की खबरें पहले भी आ चुकी है। साल 2018 में ऐसी खबरें आई थीं, अगस्त महीने में तीन बार चीनी सैनिकों को आईटीबीपी की चौकी के पास देखा गया था।

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भारतीय सीमा में घुस आए चीनी सैनिकों को जवानों के कड़े विरोध के चलते कदम पीछे खींचने पड़े थे। मिली जाना के मुताबिक, करीब 3 घंटों तक चीनी सैनिक भारतीय सीमा में रहे और अपनी गतिविधि को अंजाम देते रहे।

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इसकी सुचना स्थानीय लोगों ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों को दी। इसके बाद सेना तक इसकी जानकारी पहुंचाई गई, सेना की एक टुकड़ी जब वहां पहुंची तो चीनी सैनिक वहां से जा चुके थे। इस घटना के बाद एक गश्ती दल लगातार इलाके की छानबीन कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले लद्दाख में चीनी सैनिकों के घुसपैठ की खबर आई थी। जुलाई में चीनी सैनिकों ने करीब 5 बार बाराहोती इलाके में घुसपैठ की थी। 8 जुलाई को चीन के 32 सैनिकों ने आधा दर्जन छोटी गाड़ियों के जरिए घुसपैठ की थी और यहां के होतीगाद इलाके में करीब 4 किलोमीटर अंदर चीनी सैनिक घुस आए थे।

8 जुलाई को ही इन गाड़ियों के साथ-साथ एक दर्जन चीनी सैनिक घोड़े पर सवार होकर आए थे। चीन ने 15 मई से लेकर 31 मई के बीच में भी भारत-चीन सरहद के कई इलाकों में 15 बार घुसपैठ की थी।

लद्दाख और उत्तराखंड के अलावा, चीनी सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों में भी 16 मई से लेकर 31 मई के बीच में घुसपैठ की थी। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 25 मई को चीन की तरफ से अरुणाचल प्रदेश के आशाफिला इलाके में घुसपैठ की गई।


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