झारखंड सरकार की पहल, आज से आकाशवाणी-दूरदर्शन पर बच्चों की पढ़ाई शुरू

झारखंड सरकार की पहल, आज से आकाशवाणी-दूरदर्शन पर बच्चों की पढ़ाई शुरू

रेडियो अब तक मनोरंजन का साधन था लेकिन अब पढ़ाई का माध्यम बनेगा। ये सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन ये सच है। रेडियो ही नहीं बल्कि दूरदर्शन में भी बच्चों को पढ़ाया जाएगा। दरअसल, झारखंड में सोमवार यानी आज से पहली बार रेडियो के माध्यम से पढ़ाई शुरू की जा रही है।

यह पढ़ाई सुबह और शाम को मीडियम वेब और एफएम चैनलों पर होगी। आज एफएम पर प्रसारण जमशेदपुर और चाईबासा में होगा। बाद में शेष बचे क्लास को भी इससे जोड़ा जाएगा। साथ ही इसका प्रसारण रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, डालटेनगंज, हजारीबाग और भागलपुर केंद्र से भी किया जाएगा।

कोरोना वायरस के चलते पिछले साल से स्कूल बंद हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। हर किसी के पास स्मार्टफोन न होने के कारण बच्चों के पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा था। इसलिए सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए रेडियो के माध्यम से पढ़ाने की पहल की जा रही है। इसके लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली है।

ये भी पढ़ें: ओवैसी का UP में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान, गठबंधन को लेकर कही ये बात

इसके लिए राज्य के पांच आकाशवाणी केंद्र रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, हजारीबाग और डाल्टनगंज से प्रसारण किया जाएगाा। साथ ही भागलपुर आकाशवाणी केंद्र से भी क्लास का आयोजन किया जाएगा। हर दिन दस- दस मिनट का दो बार आकाशवाणी के माध्यम से क्लास का प्रसारण होगा।

झारखंड सरकार की पहल, आज से आकाशवाणी-दूरदर्शन पर बच्चों की पढ़ाई शुरू

रांची, हजारीबाग और चाईबासा से सुबह 9.20 बजे तो वहीं जमशेदपुर से 9.30 बजे, डालटेनगंज में 9.15 बजे, जबकि भागलपुर से 12 बजे प्रसारित की जाएगी। इसी प्रकार शाम के वक्त रांची, डालटेनगंज और भागलपुर से शाम 5.45 बजे, हजारीबाग से 5.50 बजे और चाईबासा से 6.30 बजे पढ़ाई होगी।

वहीं दूरदर्शन पर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक वर्गवार पढ़ाई होगी। इस कदम को लेकर शिक्षा विभाग को विश्वास है कि स्मार्ट फोन के अभाव में पढ़ाई से वंचित रहने वाले छात्रों को इससे काफी लाभ होगा।

ये भी पढ़ें: सरकार के साथ लगातार विवाद के बाद ट्विटर के शिकायत अधिकारी ने दिया इस्तीफा

उल्लेखनीय है कि कुल 40 लाख बच्चों में से करीब 13 लाख बच्चों के पास स्मार्ट फोन है। जिसके माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं या फिर वॉट्सएप के माध्यम से उनके पास डिजिटल सामग्रियां पहुंच रही हैं। वहीं 27 लाख बच्चे पढ़ाई से वंचित हैं। इसलिए बाकी बचे 27 लाख बच्चों को रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाने की व्यवस्था की गई है।


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम और इंस्टाग्राम पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.