बदरुद्दीन अजमल का आरोप, कहा- BJP फिर आई तो ढहा देगी 3500 मस्जिद, लिस्ट है तैयार

बदरुद्दीन अजमल का आरोप, कहा- BJP फिर आई तो ढहा देगी 3500 मस्जिद, लिस्ट है तैयार

उत्तर-पूर्वी राज्य असम में आने वाले कुछ समय में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने इस बार पांच स्थानीय पार्टियों के साथ गठबंधन किया है जिसमें बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) भी शामिल है। माना जा रहा है कि असम में आगामी विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में होंगे। सत्तारूढ़ बीजेपी के गठंबधन को मात देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को इन पार्टियों के साथ महागठबंधन का ऐलान किया।

इसी बीच एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि अगर देश में दोबारा नरेंद्र मोदी की सरकार बनती है तो देशभर में बीजेपी 3500 मस्जिदों को ढहा देगी। धुबरी जिले के गौरीपुर में एक सभा के दौरान अजमल ने राज्य की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यदि बीजेपी फिर जीत गई तो मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर बाहर नहीं निकल पाएंगी।

बदरुद्दीन अजमल ने बाबरी मस्जिद ढहाने का आरोप बीजेपी पर लगाते हुए कहा, “बीजेपी ने देशभर के 3500 मस्जिदों की लिस्ट बना रखी है। यदि यह पार्टी फिर केंद्र में सत्ता में आई तो इन सभी मस्जिदों को ढहा दिया जाएगा।” अजमल ने 2005 में पार्टी बनाई थी। उनकी पार्टी का मुस्लिम वोटर्स के बीच अच्छी-खासी पकड़ है। पिछली बार विधानसभा चुनाव में 126 सीटों में से एआईयूडीएफ ने 14 सीटें जीती थीं।

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अजमल ने सभा के दौरान कहा कि बीजेपी देश, महिलाएं, मस्जिदों, तलाक और दाढ़ी की दुश्मन है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि चुनाव से पहले भगवा पार्टी की ओर से दिए जा रहे पैसे स्वीकार न करें।

अजमल ने रैली में जुटी भीड़ से सवाल करते हुए कहा, “हम अपने घर के अंदर क्या खाते हैं क्या यह बीजेपी फैसला करेगी? यदि आप सतर्क नहीं रहे और बीजेपी असम में सत्ता में वापस आती है तो वे महिलाओं को बुर्का पहनकर बाहर नहीं निकलने देंगे, दाढ़ी नहीं रखने देंगे, टोपी नहीं पहनने देंगे और यहां तक कि मस्जिदों में अजान नहीं देने देंगे। क्या आप इस तरह जिंदगी जी पाएंगे?”

लेकिन उनके बयानों पर बीजेपी के साथ ही उनके गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और एजीएम ने भी नाराजगी जाहिर की है। भाजपा प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने कहा, “बयान उनकी घबराहट दिखाती है क्योंकि वह जानते हैं कि इस बार असम में अधिकतर मुस्लिम बीजेपी को वोट करेंगे। इस तरह के सांप्रदायिक बयानों से अजमल वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन असम के मतदाता समझदार हैं और ऐसे बयानों की सच्चाई जानते हैं।”

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वहीं, गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने अजमल के बयानों को लेकर कहा, “कांग्रेस कभी इस तरह की चीज नहीं कहेगी। मैंने सुना है कि उन्होंने बुधवार को रैली में क्या कहा। चूंकि वे हमारे गठबंधन का हिस्सा है, हम अजमल से इस बारे में पूछेंगे और सुनिश्चित करेंगे इस तरह के बयान भविष्य में हमारे किसी भी साथी की ओर से न दिया जाए।” जबकि एजीएम प्रमुख और राज्यसभा सांसद अजित कुमार भूयान ने अजमल के बयानों निंदा की और उसे सांप्रदायिक और समाज के लिए हानिकारक बताया।

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