कोरोना नियम तोड़ने के आरोप में आंग सान सू ची को 4 साल कैद की सजा

कोरोना नियम तोड़ने के आरोप में आंग सान सू ची को 4 साल कैद की सजा

म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू ची को चार साल कैद की सजा सुनाई गई है। उन्हें ये सजा कोरोना प्रतिबंध तोड़े के आरोप में सुनाया गया है। उनके खिलाफ कई और मामले चल रहे हैं जिसमें यह पहली बार है जब उन्हें सजा सुनाई गई है।

सू ची को लोगों को भड़काने और प्राकृतिक आपदा कानून के तहत कोविड नियमों को तोड़ने का दोषी पाया गया है। सू ची पर कुल 11 आरोप लगाए गए थे। हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया था।

76 वर्षीय सू ची पर आरोप है कि उन्होंने नवंबर में चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया जिसमें बड़ी संख्या में उनके समर्थक जुटे। उनके खिलाफ इसको लेकर केस दर्ज किया गया था।

ये भी पढ़ें: रेप और धोखाधड़ी के आरोपी वसीम रिजवी ने छोड़ा इस्लाम, हुए हिंदू धर्म में शामिल

म्यांमार की आंतरिक राजनीति के जानकारों का मानना है कि सू ची को अगले चुनाव से दूर रखने और उनकी छवि को खराब करने के लिए भी इस तरह के कई मुकदमे उनके खिलाफ चल रहे हैं।

दरअसल, म्यांमार के संविधान के मुताबिक किसी मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद जेल जाने वाले शख्स को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है। इसके अलावा, वह किसी संवैधानिक पद पर भी नहीं बैठ सकता है।

ये भी पढ़ें: शरद पवार बोले- वैज्ञानिक सोच के थे सावरकर, गौमांस सेवन की करते थे वकालत

माना जा रहा है कि सू ची को म्यांमार के सैन्य शासन ने सत्ता से हमेशा के लिए बेदखल करने के लिए भी ऐसे कई मामले शुरू किए हैं। कहा जा रहा है कि सू की को सजा सुनाए जाने के बाद कुछ इलाकों में तनाव की स्थिति भी पैदा हो सकती है।

सू ची के समर्थन में रविवार को भी कई इलाकों में प्रदर्शन हुए थे और लोकतंत्र समर्थक नेता को रिहा करने की मांग की गई थी। दुनिया भर में महिलाओं के सशक्तीकरण और लोकतंत्र के लिए संघर्ष का प्रतीक बनीं आंग सान सू ची नोबल सम्मान पा चुकी हैं।


(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave a Reply

Your email address will not be published.